हरियाणा महिला आयोग ने IPS का दर्ज किया बयान, जिले की महिला पुलिस कर्मियों से यौन शोषण के प्रयास के हैं आरोप
Haryana News हरियाणा महिला आयोग ने एक जिले के एसपी के खिलाफ महिला पुलिसकर्मियों के यौन शोषण के प्रयास के आरोपों को लेकर संज्ञान लिया है। आयोग ने आईपीएस अधिकारी को तलब कर उनका बयान दर्ज किया है। जांच अधिकारी द्वारा सभी महिला पुलिस कर्मियों के बयान दर्ज किए जाएंगे। इस मामले में अगली सुनवाई 7 नवंबर को होगी।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। प्रदेश के एक जिले के एसपी (पुलिस अधीक्षक) पर महिला पुलिसकर्मियों के यौन शोषण के प्रयास के मामले को लेकर हरियाणा राज्य महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए आईपीएस अधिकारी (IPS Officer) को तलब किया। उन्हें अपने फरीदाबाद एनआईटी स्थित कार्यालय में बुलाकर बयान दर्ज किए।
उनसे करीब एक घंटे तक जानकारी ली गई। आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने केस से जुड़े कई सवाल पूछे। पूरा मामला पता किया। साथ ही आईपीएस को अपना पक्ष रखने के लिए कहा।
'यू-ट्यूबर कर रहा टारगेट'
आईपीएस ने इन आरोप को गलत बताया और कहा कि उनके खिलाफ साजिश है। आईपीएस अधिकारी ने अध्यक्ष को बताया कि एक यू-ट्यूबर उन्हें टारगेट कर रहा है, जिस ई-मेल से आरोप वाला पत्र भेजा गया, अब वह डिलीट कर दिया गया है।
IPS के तबादले या छुट्टी के लिए CM DGP को पत्र
अब इस मामले में अगली सुनवाई सात नवंबर को होगी। महिला आयोग की अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री और डीजीपी को पत्र लिखकर यह जांच पूरी होने तक आईपीएस अधिकारी का तुरंत प्रभाव से तबादला करने या छुट्टियों पर भेजने का पत्र लिखा है। ताकि यह जांच प्रभावित न हो।
जिले में तैनात हैं 150 महिला पुलिस कर्मी
इस मामले की जांच फतेहाबाद की एसपी आस्था मोदी कर रही हैं। अध्यक्ष ने आस्था मोदी से भी बात कर केस का स्टेटस पता किया। आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने बताया कि जिस जिले में आईपीएस अधिकारी एसपी के पद पर तैनात हैं, वहां करीब 150 के महिला पुलिस कर्मी कार्यरत हैं।
सभी महिला पुलिस कर्मियों के दर्ज होंगे बयान
सभी महिला पुलिस कर्मियों के बयान दर्ज किए जाएंगे। जांच अधिकारी द्वारा उन पुलिस कर्मियों का भी बयान दर्ज किया जाएगा, जिस पर पीड़िताओं ने सांठगांठ करने का भी आरोप लगाया है। एसपी द्वारा इस मामले में 43 महिला पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं।
सोशल मीडिया पर महिला पुलिस कर्मियों ने की थी शिकायत
बता दें 25 अक्टूबर को इंटरनेट मीडिया पर चार पन्ने का एक शिकायत पत्र वायरल हुआ था। इस पर सात महिला पुलिस कर्मियों के हस्ताक्षर थे। जो कि 18 अक्टूबर को सीएम के नाम लिखा गया था। पत्र में महिला पुलिस कर्मियों ने एक आईपीएस अधिकारी पर यौन शोषण के प्रयास के आरोप लगाए थे।
प्रमोशन के लिए समझौता करने का दबाव
कहा था कि उन्हें पदोन्नति के नाम पर सहयोग करने के लिए कहा जा रहा है। बार-बार दबाव डाला जा रहा है। कुछ ही देर में जारी किए गए दूसरे पत्र में कहा गया था कि पीड़ित महिला पुलिसकर्मियों पर समझौते के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
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10-10 लाख रुपये का ऑफर देने का भी आरोप लगाया गया। उधर हरियाणा पुलिस संगठन के पदाधिकारी आईपीएस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सरकार की इस मामले पर पूरी नजर है।
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