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    Faridabad News: लाखों रुपयों के लोन का ख्वाब दिखाकर साइबर ठगों ने कई लोगों को लगाया चूना, गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार

    Faridabad News राजधानी दिल्ली से सटे फरीदाबाद में लोन के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भांडाफोड़ हुआ है। लोन दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

    By Aditi ChoudharyEdited By: Updated: Sat, 10 Sep 2022 04:58 PM (IST)
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    लोन का झांसा देकर ठगी करने वाले तीन गिरफ्तार। फोटो - दैनिक जागरण

    फरीदाबाद [सुशील भाटिया]। राजधानी दिल्ली से सटे फरीदाबाद में लोन के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भांडाफोड़ हुआ है। इंडिया फर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस पालिसी करवाने व पालिसी पर आदित्य बिरला कैपिटल से लोन दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से छह मोबाइल फोन ल पांच सिम कार्ड सहित 81000 रुपये नकद बरामद किए गए हैं। आरोपितों ने पिछले डेढ़ साल में कई लोगों से लाखों की ठगी की बात कबूल की है।

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    फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपितों में विशाल, अंकित और उदित उर्फ गोपी का नाम शामिल है। आरोपित अंकित और उदित उर्फ गोपी उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के लोनी और आरोपी विशाल दिल्ली के राजा बाजार का रहने वाला है।

    लोन दिलवाने के नाम पर करते थे ठगी

    आरोपितों ने फरीदाबाद के रहने वाले प्रेमचंद के मोबाइल से बात कर इंडिया फर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस पालिसी करवाने पर आदित्य बिरला कैपिटल से 15 लाख रुपयों का लोन दिलाने के नाम पर अपने फर्जी खाते में 26 फरवरी को 75 हजार व 28 फरवरी को भी 75 हजार रुपये डलवा कर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया।आरोपित इस बीच उनसे कई बार संपर्क करने की कोशिश करता रहा। पीड़ित ने 19 जुलाई को इसकी शिकायत साइबर थाने में दी, जिसके आधार पर आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू की गई।

    साइबर पुलिस के नेतृत्व में कार्रवाई

    डीसीपी नीतीश कुमार अग्रवाल ने मामले में तुरंत संज्ञान लेते हुए आरोपितों की धरपकड़ के निर्देश दिए, जिसके तहत सहायक पुलिस आयुक्त विनोद कुमार की देखरेख में निरीक्षक सतीश कुमार प्रबंधक थाना साइबर अपराध सेंट्रल के नेतृत्व में ASI प्रमोद, PSI तरुण, PSI मोहित, ASI हरकेश, मुख्य सिपाही संदीप, सिपाही कृष्ण, सिपाही कर्मवीर, सिपाही लक्ष्मण, सिपाही राकेश, सिपाही परमिन्द्र और सिपाही शमशेर की टीम का गठन किया।

    इस टीम ने साइबर तकनीक का प्रयोग करके मामले में शामिल तीनों शातिर अपराधियों को गाजियाबाद के वैशाली में काल सेन्टर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों को अदालत में पेश करके दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था। आरोपितों के पास से पांच मोबाइल फोन व सिम कार्ड सहित 39000 रुपये नकद बरामद हुए है।

    पूछताछ में कई मामलों की गुत्थी सुलझी

    पूछताछ के दौरान आरोपितों से फरीदाबाद में सेक्टर-29 में रहने वाले अपूर्व सिंह के साथ भी एक अन्य 7.1 लाख रुपये की वारदात को सुलझाया। जिसमें आरोपितों को अदालत में पेश कर उपरोक्त केस मे एक दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर मामले में पूछताछ की गई है। आरोपितों से पीड़ित अपूर्व सिंह के मामले में 42 हजार रुपए बरामद हुए है। आरोपित अपने व्हाट्सएप व ट्रूकॉलर का आइकन आदित्य बिरला कैपिटल का लगाकर रखते थे।

    आरोपितों ने किया लाखों रुपये का हेर-फेर

    आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि आरोपी अपने काल सेंटर का स्थान पुलिस से बचने के लिए बदलते रहते हैं। आरोपितों ने पीड़ित प्रेंमचन्द और गाजियाबाद के अपूर्व सिंह के साथ भी ठगी को अंजाम दिया था। आरोपित पिछले डेढ़ साल से धोखाधड़ी की घटनाओं में संलिप्त रहे हैं। ये अभी तक करीब 50-60 लाख रुपए का लेन देन कर चुके हैं। पुलिस ने बताया कि पुलिस रिमांड पूरा होने के बाद आरोपितों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है। मामले में अभी जांच जारी है और इसमें शामिल अन्य आरोपितों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।