Faridabad: सट्टे का कर्जा उतारने के लिए की 55 लाख की चोरी, कारोबारी की भतीजी भी थी चोरी में शामिल
Faridabad शराब कारोबारी मनोज के घर 55 लाख रुपये चोरी का मामला एनआइटी थाना पुलिस ने सुलझा लिया है। चोरी शराब कारोबारी के सागर नाम के घरेलू सहायक ने की। ...और पढ़ें

फरीदाबाद, जागरण संवाददाता: एनआइटी की भगत कालोनी में शराब कारोबारी मनोज के घर 55 लाख रुपये चोरी का मामला एनआइटी थाना पुलिस ने सुलझा लिया है। चोरी शराब कारोबारी के सागर नाम के घरेलू सहायक ने की। शराब कारोबारी की भतीजी भी चोरी में शामिल थी। पुलिस ने इन दोनों के साथ दो अन्य को भी गिरफ्तार किया है। सागर ने सट्टे में हुआ कर्जा उतारने के लिए यह वारदात की। आरोपित ने यह वारदात करीब तीन महीने पहले की थी, मगर चोरी का पता 12 नवंबर को चला था। जिसके बाद एनआइटी थाने में मुकदमा दर्ज हुआ।
यह था पूरा मामला
एसीपी एनआइटी विष्णु प्रसाद ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद जांच शुरू की तो सागर और कशिश पर संदेह हुआ। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि सागर पहले शराब कारोबारी मनोज के ठेके पर काम करता था।
साल 2021 में मनोज के भाई नितिन को पैरालिसिस हो गया था। मनोज ने सागर को उसके पास देखभाल के लिए छोड़ दिया। सागर का नितिन के घर आना-जाना शुरू हो गया। इस दौरान उसकी दोस्ती नितिन की बेटी कशिश हो गई। सागर को सट्टा खेलने का शौक था। इस चक्कर में उसके सिर पर काफी कर्जा हो गया। उसे लेकर वह परेशान रहता था।
कशिश ने उससे परेशानी का कारण पूछा तो उसने कर्जे की बात बताई। इस पर कशिश ने अपने घर से सोने के आभूषण लाकर उसे दिए। उसने आभूषण गिरवी रखकर 15 लाख रुपये का लोन ले लिया। इसके बाद भी उसके सिर पर कर्जा बाकी रह गया। दोनों को मालूम था कि शराब कारोबारी मनोज के पास रुपया है। उन्हें यह भी पता था कि रुपया कहां रखा हुआ है।
अगस्त 2022 में शराब कारोबारी मनोज बाहर घूमने गया था। घर पर कोई नहीं था। इसका फायदा उठाकर सागर और कशिश ने एक चाबी बनाने वाले को बुलाया और मनोज के घर की दूसरी चाबी बनवा ली। घर में घुसकर उन्होंने अलमारी में रखे 55 लाख रुपये चोरी कर लिए। इस दौरान पड़ोस में रहने वाली संजौली नाम की युवती ने बाहर निगरानी की। उसे सागर और कशिश ने 50 हजार रुपये दे दिए। आठ लाख रुपये कशिश ने रख लिए।
तांत्रिक से लेता था सट्टे का नंबर
पुलिस ने बताया कि सागर रफीक नाम के एक तांत्रिक से सट्टे का नंबर लेता था। तांत्रिक के कहने पर सागर ने ढाई लाख रुपये का सट्टा लगाया था। इसमें वह 10 लाख रुपये जीत गया था। इससे उसे तांत्रिक पर पूरा भरोसा हो गया था। उसके कहने पर वह बार-बार सट्टा लगाता रहा और हारता रहा। इससे उसके सिर पर कर्जा हो गया था। पुलिस ने इस मामले में सागर, कशिश, रफीक और संजौली को गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में पता चला है कि आरोपित सागर ने चोरी के रुपयों से अपने घर की रिपेयरिंग कराई, एक ब्रेजा कार खरीदी और अपने रिश्तेदारों को भी रुपया उधार दिया। पुलिस ने उसके पास से 13 लाख रुपये, दो मोबाइल और ब्रेजा कार बरामद की है।

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