फरीदाबाद के हर जोन में बनेंगे पिंक टॉयलेट, सुझाव के लिए हेल्पलाइन नंबर और ईमेल आईडी जारी
फरीदाबाद नगर निगम सार्वजनिक स्थलों पर पिंक शौचालयों के निर्माण के लिए जनता से सुझाव मांगेगा। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर और ईमेल आईडी जारी की गई हैं। प्रत्येक जोन में आधुनिक शौचालय बनाए जाएंगे जिनमें दिव्यांगों के लिए भी सुविधाएं होंगी। शहर के प्रमुख बाजारों में शौचालयों की हालत खराब है। स्वच्छता सर्वेक्षण में निगम को कम अंक मिले। स्वच्छ भारत मिशन के तहत नए शौचालय बनाने की तैयारी है।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। सार्वजनिक स्थानों पर पिंक शौचालयों के निर्माण को लेकर निगम जनता से सुझाव भी मांगेगा। इसके लिए ईमेल आईडी और फोन नंबर जारी किए गए हैं। लोग इन नंबरों पर अपनी राय दे सकते हैं। उन्हें पिंक शौचालयों के लिए उपयुक्त स्थान और वहां उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी देनी होगी।
निगम प्रत्येक जोन में पांच से छह सीटों वाले आधुनिक शौचालयों का निर्माण कराएगा। निगम आयुक्त ने जनता के सुझाव लेने के लिए कर्मचारियों की तैनाती की है। ये शौचालय स्वच्छ, सुरक्षित और सुविधाजनक होंगे, जिनमें दिव्यांगों के लिए बेहतर सुविधाएं होंगी। लोग अपने सुझाव 9991224486, 7888003687 और mc2swmsbm@gmail.com पर भी दे सकते हैं।
शहर के प्रमुख बाजारों में शौचालयों की हालत खराब
शहर के प्रमुख बाजारों में सार्वजनिक शौचालयों की हालत बेहद खराब है। एनआईटी-1 मार्केट में लगभग पांच हजार दुकानें हैं। रोजाना 15 से 20 हजार लोग खरीदारी के लिए बाजार आते हैं। इनमें 70 फीसदी महिलाएं होती हैं। फिर भी, इतने बड़े बाजार में महिलाओं के लिए एक भी शौचालय नहीं है।
निगम ने बाज़ार में शौचालय तो बनवाए हैं, लेकिन रखरखाव के अभाव में उनकी हालत खस्ता हो गई है। इसके अलावा, एनआईटी की पांच नंबर मार्केट, जहाँ दो हज़ार से ज़्यादा दुकानें हैं, वहाँ दस हज़ार से ज़्यादा लोग खरीदारी के लिए आते हैं। इस बाज़ार में भी महिलाओं के लिए शौचालय नहीं है।
1,500 दुकानों वाले ओल्ड फ़रीदाबाद मार्केट में रोज़ाना औसतन दस से बारह हज़ार ग्राहक आते हैं। इतने बड़े बाज़ार में महिलाओं के लिए एक भी शौचालय नहीं है। सेक्टर 7 और 10 के बाज़ारों का भी यही हाल है।
निगम शौचालयों पर स्वच्छता सर्वेक्षण में बमुश्किल
शौचालय की स्थिति पर हुए स्वच्छता सर्वेक्षण में निगम को 33 प्रतिशत अंक मिले, यानी वह बमुश्किल पास हुआ। नगर निगम और स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने दो करोड़ रुपये की लागत से शहर भर में दस शौचालय बनवाए थे। ये सभी शौचालय जर्जर हालत में हैं।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत चुनिंदा शौचालय बनाने की तैयारी चल रही है। सभी आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों और पार्षदों से सुझाव मांगे गए हैं। निगम ने सुझाव देने के लिए नंबर जारी किए हैं।
-कल्पना मंडल, संयोजक, स्वच्छ भारत मिशन
- शहर की जनसंख्या 22 लाख
- 20 से अधिक सार्वजनिक शौचालय
- स्वच्छता सर्वेक्षण में सार्वजनिक शौचालयों को 33 प्रतिशत अंक मिले।
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