Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बदलते मौसम का सेहत पर पड़ रहा असर, एक्सपर्ट से जानें कैसे बच्चे और बुजुर्ग रहेंगे स्वस्थ

    By Anil Betab Edited By: Rajesh Kumar
    Updated: Sat, 31 May 2025 11:10 AM (IST)

    फरीदाबाद में मौसम बदलने से बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। डायरिया संक्रमण और पेट दर्द के मामले बढ़ रहे हैं। बादशाह खान अस्पताल में मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है खासकर बच्चों की। डॉक्टरों ने बच्चों को मौसमी फल और बुजुर्गों को हल्का भोजन देने की सलाह दी है। शरीर को हाइड्रेटेड रखने और धूप से बचने की सलाह दी गई है।

    Hero Image
    फरीदाबाद में मौसम बदलने से बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। जिले में पिछले दो-तीन दिनों से मौसम कई बार बदल रहा है। कभी तेज धूप निकल रही है। भीषण गर्मी महसूस की जा रही है। कभी मौसम सुहाना होता है। ऐसे में स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है। शुक्रवार को भी कुछ ऐसा ही हाल देखने को मिला।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सुबह से दोपहर तक मौसम सुहाना रहा। बाद में धूप निकल आई। जिले का अधिकतम तापमान 34 व न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विशेषज्ञों का कहना है कि स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है।

    विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में डायरिया, संक्रमण, सांस के रोगियों के साथ ही पेट दर्द के मामले आ रहे हैं। जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल की ओपीडी में विभिन्न बीमारियों के करीब 2400 मरीज आए। आपातकालीन विभाग में 24 घंटे में 180 से अधिक मरीज आए। निजी व सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों में बच्चों की संख्या अधिक रही।

    ऐसे ही एक मामले में राजीव कॉलोनी निवासी राम अवतार ने एनीमिया से पीड़ित अपनी पत्नी सोनाली को आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया। यहां सोनाली को दो यूनिट रक्त चढ़ाया गया। राम अवतार ने बताया कि खून चढ़ाने के बाद उनकी पत्नी की तबीयत में सुधार है, लेकिन अभी और खून चढ़ाने को कहा गया है।

    बल्लभगढ़ निवासी अंजुम ने अपने बेटे सोहिल को चक्कर आने और घबराहट होने पर अस्पताल में भर्ती कराया था। ग्लूकोज चढ़ाने के बाद सोहिल की तबीयत में थोड़ा सुधार हुआ है।

    बच्चों का खान-पान ऐसा होना चाहिए

    • तरबूज, खरबूजा, आम, लीची जैसे मौसमी फल खाएं।
    • नींबू पानी, छाछ, नारियल पानी, खीरा, टमाटर और गाजर उपयोगी हैं।

    बुजुर्गों का खान-पान

    • बुजुर्गों के लिए खान-पान- हल्का, आसानी से पचने वाला खाना जैसे मूंग दाल, ताजी सब्जियां खाने पर ध्यान दें।
    • छाछ और जीरा पानी जैसे पारंपरिक पेय पदार्थ लें।
    • बुजुर्गों के लिए खिचड़ी, दलिया, दाल-सब्जी जैसे आसानी से पचने वाला खाना- सादा सौंफ का पानी, तुलसी या अदरक की चाय लेना बेहतर है।
    • आसानी से पचने वाले फल जैसे पपीता, सेब और तरबूज खाएं।

    गर्मियों में शरीर को ठंडा और हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। बच्चों को ऐसे खाद्य पदार्थ देने चाहिए जो उन्हें ऊर्जा तो दें लेकिन भारी न हों। सभी उम्र के लोगों को दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए, साथ ही बाहर जाते समय हल्के सूती कपड़े पहनने चाहिए। सीधी धूप से बचें। गर्मियों के खान-पान का मूल मंत्र है कि हमें ताजा और हल्का खाना चाहिए।

    - रितिका शर्मा, डायटीशियन, सर्वोदय अस्पताल।

    कभी-कभी तेज गर्मी में चक्कर आने लगते हैं। हाई ब्लड प्रेशर के कारण अचानक हालत बिगड़ सकती है। इस मौसम में पुराने दिल के मरीजों को डॉक्टर के संपर्क में रहना चाहिए। नियमित रूप से दवा लें। अपना ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखें।

    - डॉ. कमल गुप्ता, वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ, फोर्टिस अस्पताल।

    महिलाओं को पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेना चाहिए। खासकर गर्मियों में मधुमेह से पीड़ित महिलाओं को अपने खान-पान पर ध्यान देने की जरूरत है। डॉक्टर की सलाह के अनुसार आयरन, विटामिन सी और कैल्शियम की गोलियां लेनी चाहिए। ऐसे खाद्य पदार्थ खाएं जिनमें आयरन भरपूर मात्रा में हो। इससे शरीर में खून की कमी नहीं होगी।

    -डॉ. रीति अग्रवाल, स्त्री रोग विभागाध्यक्ष, यूनिवर्सल अस्पताल।

    स्वस्थ रहने के लिए सावधानी बरतने की जरूरत है। अगर आप इन दिनों खानपान पर ध्यान देंगे तो काफी हद तक बीमारियों से बचे रहेंगे। वैसे हमारे पास पर्याप्त मात्रा में दवाइयां और ग्लूकोज उपलब्ध है।

    -डॉ. सतिंदर वशिष्ठ, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल।