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    औद्योगिक नगरी में अब वार्ड स्तर पर होगा स्वच्छता सर्वेक्षण, विजेता को मिलेंगे एक करोड़ रुपये

    Updated: Mon, 22 Sep 2025 05:07 PM (IST)

    फरीदाबाद में अब वार्ड स्तर पर स्वच्छता सर्वेक्षण होगा। विजेता वार्ड को 1 करोड़ रुपये का पुरस्कार मिलेगा जिसका उपयोग विकास कार्यों में होगा। निगम एक समिति गठित करेगा और सभी वार्डों में समान रूप से सफाई कर्मचारी नियुक्त किए जाएंगे। प्रत्येक वार्ड को अतिरिक्त संसाधन मिलेंगे। पार्षदों को आरडब्ल्यूए को शामिल करने के लिए कहा गया है। निगम को उम्मीद है कि इससे स्वच्छता रैंकिंग में सुधार होगा।

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    फरीदाबाद में अब वार्ड स्तर पर स्वच्छता सर्वेक्षण होगा। विजेता वार्ड को 1 करोड़ रुपये का पुरस्कार मिलेगा। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। औद्योगिक नगरी में अब वार्ड स्तर पर स्वच्छता सर्वेक्षण कराया जाएगा। विजेता को एक करोड़ रुपये का पुरस्कार मिलेगा। दूसरे स्थान पर रहने वाले वार्ड को 50 लाख रुपये और तीसरे स्थान पर रहने वाले वार्ड को 25 लाख रुपये मिलेंगे। यह राशि विकास परियोजनाओं पर खर्च की जाएगी।

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    सर्वेक्षण के लिए निगम द्वारा एक समिति का गठन किया जाएगा। यह समिति विभिन्न वार्डों का दौरा कर सर्वेक्षण करेगी। बाद में निगम में शामिल हुए गांवों का सर्वेक्षण अलग से किया जाएगा।

    यह जानकारी सोमवार को गोल्फ क्लब में आयोजित बैठक में केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और निगम आयुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने पार्षदों को दी। इस अवसर पर एनआईटी विधायक सतीश फागना, बड़खल विधायक धनेश अदलखा और निगम अधिकारी भी मौजूद रहे। वार्ड स्तर पर स्वच्छता सर्वेक्षण कराने वाला फरीदाबाद प्रदेश का पहला जिला होगा।

    स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए निगम द्वारा गठित की जाएगी समिति

    निगम द्वारा एक नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया जाएगा। इसके अलावा, सभी वार्डों में सफाई निरीक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। वर्तमान में, सभी वार्डों में सफाई कर्मचारियों की संख्या समान नहीं है। पार्षद नियमित रूप से नगर आयुक्त से इस बारे में शिकायत करते हैं।

    परिणामस्वरूप, सभी वार्डों में समान संख्या में सफाई कर्मचारी नियुक्त किए जाएँगे। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक वार्ड को स्वच्छता अभियान के लिए एक डंपर, चार जेसीबी और चार ट्रैक्टर-ट्रॉली उपलब्ध कराई जाएँगी। नगर निगम अपने कोष से पुरस्कार राशि प्रदान करेगा।

    स्वच्छता सर्वेक्षण में विजेता वार्ड को निगम पुरस्कार राशि प्रदान करेगा। निगम के अनुसार, वह प्रत्येक वार्ड में विकास परियोजनाओं पर खर्च किए गए बजट को विजेता राशि में परिवर्तित करेगा। इससे न केवल सभी वार्डों को स्वच्छता बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, बल्कि वे विजेता राशि का उपयोग अपने वार्डों में विकास कार्यों के लिए भी कर सकेंगे।

    पार्षदों को वार्ड-स्तरीय स्वच्छता सर्वेक्षण में आरडब्ल्यूए को भी शामिल करना होगा, क्योंकि सेक्टरों और कॉलोनियों को अलग-अलग चिह्नित किया जाएगा। निगम को उम्मीद है कि वार्ड-स्तरीय स्वच्छता सर्वेक्षण के लाभ शहरी विकास मंत्रालय द्वारा जारी स्वच्छता रैंकिंग में दिखाई देंगे। 

    वार्ड स्तर पर स्वच्छता सर्वेक्षण कराना एक अच्छा विचार है। यह सर्वेक्षण जमीनी स्तर पर लोगों को स्वच्छता से जोड़ेगा। निगम को सर्वेक्षण की तैयारियों के लिए सभी वार्डों में पर्याप्त संसाधन भी उपलब्ध कराने चाहिए।

    -दीपक यादव, पार्षद, वार्ड 42

    पूरे शहर को स्वच्छता के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए वार्ड स्तरीय सर्वेक्षण शुरू किया गया है। इसके दीर्घकालिक परिणाम काफी बेहतर होंगे। सभी पार्षदों को सर्वेक्षण की तैयारी के लिए पर्याप्त समय दिया गया है।

    -धीरेंद्र खड़गटा, नगर निगम आयुक्त