अनंगपुर में तोड़फोड़ के विरोध में ग्रामीणों का धरना शुरू, रविवार को बुलाई पंचायत
फरीदाबाद के अनंगपुर गांव में वन विभाग की तोड़फोड़ के विरोध में ग्रामीण धरने पर बैठ गए हैं। वे गांव का लाल डोरा दायरा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं ताकि कार्रवाई का डर हमेशा के लिए खत्म हो जाए। रविवार को पंचायत बुलाई गई है। ग्रामीणों ने इंटरनेट पर भी मुहिम शुरू की है और कार्रवाई को गलत बता रहे हैं।

जागरण संवददाता, फरीदाबाद। अनंगपुर गांव में वन विभाग की तोड़फोड़ की कार्रवाई का मामला गरमा गया है। अब ग्रामीण धरने पर बैठ गए हैं। बुधवार को केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि तोड़फोड़ नहीं होगी, पर ग्रामीण चाहते हैं कि गांव का लाल डोरा दायरा बढ़ाया जाए और कार्रवाई की लटकने वाली तलवार हमेशा के लिए हट जाए।
इसलिए ग्रामीण अब धरने पर बैठ गए हैं। रविवार को पंचायत भी बुलाई गई है। पंचायत में देश के अलग-अलग हिस्सों के गुर्जर पहुंचेंगे। शुक्रवार को धरने पर बैठे ग्रामीणों को कांग्रेसी नेता विजय प्रताप और किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधि समर्थन देने को पहुंचे।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हो रही कार्रवाई
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अरावली में बने अवैध निर्माणों पर कार्रवाई की जा रही है। अनंगपुर गांव में भी कार्रवाई होनी है। चार दिन पहले अनंगपुर में एक मकान पर कार्रवाई हुई। जिससे लोगों में गुस्सा व्याप्त है। बुधवार को लोग केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर से मिले थे। मंत्री ने लोगों को आश्वासन दिया कि मकान नहीं टूटेंगे।
इसके बाद भी लोगों का धरना जारी है। ग्रामीणों का कहना है कि मंत्री एक बार पहले भी आश्वासन दे चुके हैं लेकिन मकानों पर बुलडोजर चल गया। इससे लोगों के बीच एक डर बना हुआ है। परेशान लोग अनंगपुर चौक पर धरने पर बैठे हैं। लोगों का कहना है कि अभी भी कार्रवाई चल रही है।
पहले पंचायत और फिर होगी महापंचायत
शुक्रवार को फरीदाबाद, गुरुग्राम, नोएडा सहित यूपी के अन्य पड़ोसी जिलों से गुर्जर समाज के लोग एकत्रित हुए। पूर्व कैबिनेट मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह के पुत्र और विधानसभा चुनाव लड़ चुके वरिष्ठ कांग्रेस नेता विजय प्रताप सिंह ने कहा कि अनंगपुर गांव 1500 साल से बसा हुआ है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सूरजकुंड मेला गांव की पहचान भी इसी गांव से है।
केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर गांव में आएं और जिन लोगो के मकान टूटे हैं उनके लिए मुआवजे की घोषणा करें। छह जुलाई को पंचायत और 13 जुलाई को महापंचायत होगी। किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष डा. विकास और जिला उपाध्यक्ष सरोज भाटी, विरजेश भाटी, डा. जतन, विकाश भाटी, आलोक नागर, रोहताश बेदी, विजय खटाना पार्षद सोहना, वरिष्ठ कांग्रेस नेता उमेश पंडित, नेपाल कसाना और दिवाकर बिधूड़ी सहित अन्य ने लोगों का समर्थन किया।
इंटरनेट पर शुरू हुई मुहिम, सपोर्ट में उतरे लोग
अनंगपुर में जहां एक ओर धरना चल रहा है। वहीं दूसरी तरफ इंटरनेट मीडिया पर ग्रामीणों ने मुहिम छेड़ दी है। वीडियो में अनंगपुर गांव का 1500 साल पुराना इतिहास दिखाया है। इन्होंने वन विभाग द्वारा की जाने वाली कार्रवाई को गलत बताया। अनंगपुर गांव की जमीन को ग्रामीणों की मिल्कियत बताया है।
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