Faridabad: निलंबित अध्यापक को बहाल कर लकड़पुर स्कूल में किया ट्रांसफर, भ्रष्टाचार के आरोप में हुई थी कार्रवाई
Faridabad News दिल्ली से सटे फरीदाबाद में भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित शिक्षक को बहाल कर लकड़पुर स्कूल में ट्रांसफर किया गया है। शिक्षक पर स्कूल भवन निर्माण और स्टेशनरी की राशि का दुरुपयोग करने का गंभीर आरोप लगा है।
फरीदाबाद, जागरण संवाददाता। इन दिनों शिक्षा विभाग भ्रष्टाचार को लेकर काफी चर्चाओं में बना हुआ है। एक ओर भ्रष्टाचार के आरोप में जिला शिक्षा अधिकारी मुनेश चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। वहीं दूसरी ओर भ्रष्टाचार की वजह से निलंबित चल रहे संस्कृत अध्यापक यतिंद्र शास्त्री का ट्रांसफर लकड़पुर के वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में कर दिया गया है।
इनके खिलाफ स्कूल के भवन निर्माण और स्टेशनरी की राशि का दुरुपयोग का आरोप है। उनके खिलाफ मामला दर्ज करने के भी निर्देश जारी किए गए हैं। यतिंद्र शास्त्री का ट्रांसफर चर्चा का विषय बना हुआ है, हालांकि शिक्षा विभाग ने पत्र में स्पष्ट किया है कि अध्यापकों की कमी के चलते ट्रांसफर किया जा रहा है।
यह है पूरा मामला
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2008 से 2012-13 में सेहतपुर के स्कूल में 18 कमरों का भवन बनाया गया था। इसके अलावा शौचालय, दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए अलग शौचालय और किचन बनाने थे। बताया जाता है कि यह तीनों सिर्फ कागजों में बने हैं। उस समय यतिंद्र शास्त्री सेहतपुर विद्यालय के प्रधानाचार्य थे और उनके पास डीडी पावर थी। यह भी आरोप है कि भवन निर्माण में घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग कर करीब 60 लाख रुपये के भ्रष्टाचार किया था।
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यह मामला चर्चा में आने के बाद ग्रामीण भूपेंद्र सिंह ने सीएम विंडो लगाई और इस मामले में दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। मामले की जांच के बाद ओएसडी भूपेश्वर दयाल ने यतिंद्र शास्त्री के खिलाफ मामला दर्ज करने और रिकवरी करने के लिए कहा, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है। इस संबंध में मौलिक शिक्षा विभाग का कार्यभार देख रही जिला शिक्षा अधिकारी मुनेश चौधरी से संपर्क किया गया, तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।