Faridabad: गैंगस्टर मनोज मांगरिया के गुर्गे की काली संपत्ति पर चला बुलडोजर, मकान और दुकानों को किया गया ध्वस्त
सरकार के आदेश पर फरीदाबाद पुलिस ने पहले जावेद द्वारा बनाई गई अवैध संपत्ति को चिह्नित किया। बुधवार सुबह उसकी सात दुकानों एक गोदाम व मकान को नगर निगम की टीम मदद से तोड़ा गया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद रहे।
फरीदाबाद, जागरण संवाददाता। योगी सरकार की तर्ज पर मनोहर सरकार ने भी प्रदेश में अपराध पर शिकंजा कसने के लिए बदमाशों की काली संपत्ति पर बुलडोजर चलाना शुरू कर दिया है। इसके तहत बुधवार को पुलिस व नगर निगम की संयुक्त टीम ने जमाई कालोनी में जावेद नाम के बदमाश के मकान, गोदाम व दुकानों को ध्वस्त किया।
पुलिस का दावा है कि जावेद गैंगस्टर मनोज मांगरिया (Gangster Manoj Mangaria) का खास गुर्गा है। उसने यह सारी संपत्ति लोगों को डरा-धमकाकर अवैध तरीके से अर्जित की थी। मनोज मांगरिया पर हत्या, लूट, डकैती व अपहरण जैसी धाराओं में कई मुकदमे दर्ज हैं। इन दिनों वह अंबाला सेंट्रल जेल में बंद है।
जावेद भी करीब 14 साल से आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त था। उसके ऊपर भी 11 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस का दावा है कि जिले में बदमाश की संपत्ति को ध्वस्त करने का यह पहला मामला है।
इस तरह हासिल करता था संपत्ति
डीसीपी क्राइम मुकेश मल्होत्रा ने बताया कि जावेद बदमाशी जमाने के लिए अपने साथियों के साथ अवैध हथियार व लाठी-डंडो से लैस होकर पड़ोस व गांव के लोगों पर हमला करके भय पैदा करता है। वह लोगों जमीन कब्जाने का काम करता है। वह अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति से कई दुकानें बनाकर, उनका किराया वसूल करता था।
जावेद पर दर्ज हैं 11 मुकदमे
डीसीपी क्राइम मुकेश मल्होत्रा ने बताया कि गैंगस्टर मनोज मांगरिया के गुर्गे जावेद के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, अवैध हथियार रखने, लाठी-डंडों से मारपीट, हमला करने आदि कई मामले विभिन्न थानों में दर्ज है।
इनमें सबसे अधिक मुकदमे सूरजकुंड थाने में दर्ज हैं। इसके खिलाफ दर्ज सभी मामले अदालत में विचाराधीन हैं। अभी वह जमानत पर जेल से बाहर हैं। बावजूद उसके आपराधिक गतिविधियां कम नहीं हो रहीं। आरोपित छोटी-छोटी बातों पर लोगों को धमकाता है। इसलिए उसके खिलाफ कार्रवाई की गई।
चार साल पहले हुआ था गिरफ्तार
जावेद को दो साथियों सहित क्राइम ब्रांच सेक्टर-65 व ऊंचा गांव की टीम ने बड़ी मात्रा में अवैध हथियारों के साथ पकड़ा था। उस दौरान उसके पास से पुलिस को चार राइफल, एक पिस्तौल, एक कट्टा, 32 कारतूस मिले थे। सभी को आर्म्स एक्ट के तहत जेल भेज दिया गया। जानकारी के अनुसार पूछताछ में जोवद ने बताया था कि वह गैंगस्टर मनोज मांगरिया के लिए काम करता है।
दो साल से जेल में है मनोज मांगरिया
पुलिस के अनुसार मनोज मांगरिया पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर सुंदर भाटी के लिए काम करता था। उसने 22 अगस्त 2013 को अदालत परिसर में बदरौला निवासी शशि नागर की हत्या कर दी थी। इस मामले में उसे अदालत से उम्रकैद की सजा मिली थी।
23 दिसंबर 2020 को उसने अपने साथियों के साथ गांव अमीपुर निवासी मनोज भाटी की हत्या कर दी थी। इसके बाद मनोज पर करीब पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। क्राइम ब्रांच ने उसे अप्रैल 2021 में गिरफ्तार किया था। इके बाद से वह अंबाला की सेंट्रल जेल में बंद है।