पर्यटन को बढ़ावा देगा सूरजकुंड दीपोत्सव, दिल्ली-NCR के कलाकारों को मिलेगा सांस्कृतिक कार्यक्रमों में मौका
फरीदाबाद में हरियाणा पर्यटन निगम अक्टूबर में सूरजकुंड दीपोत्सव आयोजित करेगा जो हस्तशिल्प मेले से अलग एक व्यावसायिक आयोजन होगा। मेला परिसर में लगभग 450 स्टॉल लगाए जाएंगे जिनमें विभिन्न उत्पादों और खाने-पीने के स्टॉल शामिल होंगे। 3 अक्टूबर से शुरू होने वाले इस मेले की समापन तिथि अभी तय नहीं है लेकिन यह पांच से सात दिन तक चल सकता है। पिछले वर्ष यह आयोजन निशुल्क था।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। एक वर्ष के अंतराल के बाद इस वर्ष अक्टूबर में हरियाणा पर्यटन निगम की ओर से सूरजकुंड दीपोत्सव की तैयारी की गई है। तीन अक्टूबर से होने वाला यह सूरजकुंड मेला हर वर्ष फरवरी में होने वाले सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिप मेले से बिल्कुल अलग होगा। हस्तशिप मेले में देश-विदेश से हस्तशिल्पियों और कलाकारों को आमंत्रित किया जाता है।
मगर यह सूरजकुंड दीपोत्सव पूरी तरह से व्यावसायिक हाेगा। पर्यटन निगम की ओर से मेला परिसर में लगभग 450 स्टाल बनाए जाएंगे। पर्यटन निगम राजस्व को बढ़ाने के लिए स्टालों की बिक्री करेगा। इनमें विभिन्न उत्पादों के स्टाल के साथ फूड स्टाल भी होंगे।
सूरजकुंड मेला के नोडल अधिकारी हरविंद्र सिंह यादव ने बताया कि तीन अक्टूबर से शुरू किए जाने वाले के समापन की तारीख के बारे में अभी निर्णय लिया जाना बाकी है। पांच से सात दिन तक मेला लगाए जाने बारे विचार चल रहा है।
बता दें कि 2023 में पहली बार सूरजकुंड दीवाली मेले का आयोजन किया गया था। हरियाणा विधानसभा के चुनाव होने के चलते 2024 में दीवाली मेले का आयोजन नहीं किया जा सका था। अब फिर से सूरजकुंड दीपोत्सव की तैयारी की गई। 2023 में लगाए गए सूरजकुंड दीवाली मेले में पर्यटकों का प्रवेश निश्शुल्क था। इस बार अभी स्थिति स्पष्ट की जानी बाकी है। सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिप मेले में टिकट से ही प्रवेश दिया जाता है।
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