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    गजब हाल: फरीदाबाद में 20 दिन में ही धंस गई नई सड़क... रोज गुजरते हैं अधिकारी

    Updated: Wed, 16 Jul 2025 04:36 PM (IST)

    फरीदाबाद में महानगर विकास प्राधिकरण द्वारा सड़क निर्माण में लापरवाही उजागर हुई है। सेक्टर 12-15 की नवनिर्मित सड़क 20 दिन में ही धंस गई जिससे एक लाख वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। अधिकारियों के नियमित आवागमन के बावजूद गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया। ठेकेदार ने भी काम शुरू करने में देरी की।

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    20 दिन बाद ही धंस गई सेक्टर-12-15 की नई सड़क।

    जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण द्वारा सड़क निर्माण में लगातार लापरवाही बरती जा रही है। ऐसा लग रहा है कि जैसे इस प्राधिकरण में ऊपर बैठे अधिकारियों ने आंखें बंद कर ली हैं और सब कुछ राम भरोसे छोड़ दिया गया है।

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    बताया गया कि अभी तक जितनी भी सड़कों का निर्माण प्राधिकरण द्वारा किया गया है, उन सभी की हालत ठीक नहीं है। सवाल यह भी है कि इन निर्माण कार्य की जांच के लिए प्राधिकरण में तीसरी एजेंसी भी नियुक्त हैं।

    सेवानिवृत्त अधिकारी नियुक्त किए गए हैं लेकिन, वह पता नहीं क्यों जांच नहीं कर पा रहे हैं। ताजा मामला सेक्टर-12-15 की डिवाइडिंग सड़क का है। इसे बने हुए 20 दिन भी नहीं हुए हैं कि यह धंसना शुरू हो गई है। फिलहाल सड़क पांच जगह से धंस गई है। इस वजह से रोज एक लाख वाहन चालकों को परेशानी हो रही है।

    अधिकारी गुजरते हैं रोज

    यह सड़क काफी अहम है। इसलिए सड़क पर वाहनों का अत्यधिक दबाव है। यह सड़क एक ओर दिल्ली-मथुरा हाईवे तो दूसरी ओर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को जोड़ती है। यही सड़क हाईवे को सीधे ग्रेटर फरीदाबाद से कनेक्ट करती है। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल का निवास स्थान भी इसी सड़क से सटे हुए सेक्टर-15 में है।

    इसी सेक्टर में रहने वाले पूर्व विधायक नरेंद्र गुप्ता भी सड़क निर्माण में देरी को लेकर बेहद नाराजगी दर्ज करा चुके थे। सड़क से लघु सचिवालय, जिला अदालत, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, तहसील, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, रेडक्रास, टाउन पार्क, हरियाणा राज्य खेल परिसर, जीएसटी भवन सहित अन्य विभाग भी इसी सड़क से जुड़े हैं। प्रतिदिन जिला उपायुक्त, अतिरिक्त उपायुक्त, न्यायाधीश सहित अन्य अधिकारी इसी सड़क का प्रयोग करते हैं। इसके बावजूद सड़क निर्माण में लापरवाही बरती गई।

    समय पर नहीं शुरू किया था सड़क का काम

    सड़क बनाने के लिए ठेका तो छह माह पहले छोड़ दिया गया था लेकिन ठेकेदार ने काम शुरू नहीं किया। प्राधिकरण ने केके भूरा कंस्ट्रक्शन कंपनी को ठेका दिया है। यही ठेकेदार ग्रेटर फरीदाबाद की कुछ मास्टर रोड भी बनाएगा, जिसकी एवज में 35 करोड़ का ठेका दिया है।

    इसलिए हुई परेशानी

    इस सड़क के नीचे चार जगह पानी निकासी की लाइन डाली गई है। जहां लाइन डाली है, उस जगह को ठीक नहीं किया गया और जल्दबाजी में ऊपर सड़क बना दी। अब वर्षा आई तो यह सड़क धंस गई। शुक्र रहा कि इससे कोई हादसा नहीं हुआ। अब इस धंसी हुई जगह को दुरूस्त नहीं किया जा रहा है।

    सड़क निर्माण में बढ़िया निर्माण सामग्री का प्रयोग किया गया है। जहां सड़क धंसी है, उस जगह नीचे वर्षा के पानी निकासी की लाइन है। उस जगह को दुरुस्त करा दिया जाएगा। - केएस पठानिया, कार्यकारी अभियंता, प्राधिकरण

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