यमुना से हटाए जाएंगे पंटून पुल, नाव से होगा आना-जाना; जलस्तर के बढ़ने से पहले लोक निर्माण विभाग ने की तैयारी
वर्षा ऋतु के आगमन के साथ यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने की आशंका के कारण लोक निर्माण विभाग बल्लभगढ़ में नदी पर बने पंटून पुलों को हटाने जा रहा है। किसानों की सुविधा के लिए लगाए गए ये पुल हर साल मानसून से पहले हटा दिए जाते हैं। यमुना पार करने के लिए लोगों को मोहना पुल या नाव का उपयोग करने की सलाह दी गई है।

जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़। अब वर्षा का मौसम शुरू हो गया है। ऐसे में पहाड़ी क्षेत्र में वर्षा होने से यमुना का जलस्तर बढ़ जाता है। जलस्तर के बढ़ने से पहले लोक निर्माण विभाग नदी पर लगाए गए पंटून पुलों को हटा देता है। अब जल्दी ही इन पुलों को हटा दिया जाएगा। नदी के एक छोर से दूसरे छोर तक आवागमन के लिए नाव का सहारा लेना पड़ेगा।
जिले की सीमा में प्रति वर्ष तीन पंटून पुल लगाए जाते हैं। इनमें एक पंटून पुल एतमादपुर के पास, दूसरा शाहजहांपुर के पास और तीसरा छांयसा में लगाया जाता है। इन पुलों को हर वर्ष 15 अक्टूबर के बाद लगाया जाता है। तब किसानों को खरीफ की फसल धान को खेतों से लेकर घर जाना होता है और रबी की बोआई करनी होती है।
ऐसी स्थिति में किसानों को लंबी दूरी तय न करनी पड़े। इसलिए किसान पंटून पुल का उपयोग करते हैं। हर वर्ष इन पंटून पुलों को 15 जून के बाद हटा दिया जाता है। क्योंकि इस समय में हरियाणा के यमुना के साथ लगते जिलों में वर्षा होने से जलस्तर बढ़ना शुरू हो जाता है। कई बार तो ओखला बैराज से पानी छोड़ दिया जाता है। ऐसी स्थिति में पंटून पुल के कैप्सूल बहने की आशंका रहती है। इन कैप्सूलों को बहने से बचाने के लिए पुलों को हटा दिया जाता है।
हमने यमुना से पंटून पुलों को हटाने के लिए टेंडर लगा दिया है। अब ठेकेदार कभी भी इन पुलों को हटा देगा। यमुना को पार करने के लिए लोग मोहना पुल का सदुपयोग करें। अपनी नाव का प्रयोग करें। घाटों के ठेकेदारों द्वारा चलाई जाने वाली नाव से नदी पार जा सकते हैं। - प्रकाश लाल, कार्यकारी अभियंता लोक निर्माण विभाग फरीदाबाद
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