डॉक्टरों के लिए लगे हैं AC, मरीजों को पंखे भी नसीब नहीं; जागरण पड़ताल में खुली दावों की पोल
फरीदाबाद के बादशाह खान अस्पताल की ओपीडी में मरीजों के लिए पंखे और कूलर की कमी है जबकि डॉक्टरों के कमरों में एसी लगे हैं। रोजाना 2500 से अधिक मरीज आते हैं लेकिन गर्मी में उन्हें परेशानी होती है। रेफर मुक्त संघर्ष समिति और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने ओपीडी में सुविधाएं बढ़ाने की मांग की है। अस्पताल प्रबंधन ने ओपीडी को वातानुकूलित करने की योजना बनाई है।
अनिल बेताब, फरीदाबाद। फरीदाबाद में जिला स्वास्थ्य विभाग अक्सर मरीजों को बेहतर सेवा देने का दावा करता है, मगर सरकारी अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं संंताेषजनक नहीं हैं। हैरानी की बात है कि मरीज जब जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल की ओपीडी में इलाज को आते हैं तो वहां बैठने की जगह तो है, मगर पर्याप्त पंखे व कूृलर नहीं हैं। इसी ओपीडी में डाक्टरों और आसपास बैठे कर्मचारियों के कक्ष में एसी लगे हुए हैं।
जागरण पड़ताल में यह बात सामने आई है कि डाक्टरों व स्टाफ के लिए अलग-अलग कमरों में 147 एसी, अन्य जगह 50 पंखे और 06 कूलर लगे हुए हैं। जबकि ओपीडी में प्रतिदिन विभिन्न बीमारियों के 2500 से अधिक मरीज आते हैं। इनके साथ बड़ी संख्या में स्वजन भी होते हैं। यहां कई जगह पंखे और एसी लगे हैं। अधिकांश एसी खराब हैं। जहां पंखों की जरूरत है, वहां कोई व्यवस्था ही नहीं है। मरीज व स्वजन अस्पताल की व्यवस्था पर नाराजगी जताते नजर आते हैं।
मरीज बोले, घुटन भरे माहौल में होती है परेशानी
डबुआ कॉलोनी निवासी उषा देवी ने बताया कि ओपीडी में पंखा न होने के कारण काफी देर तक परेशानी झेलनी पड़ती है। घुटन भरे माहौल में ओपीडी कार्ड को हिला कर ही थोड़ी सी राहत पाने की कोशिश करते हैं। इलाज कराने आईं एसजीएम नगर निवासी चांदनी ने कहा कि हर डाक्टर के कमरे के बाहर जहां बैठने की जगह है। आसपास पंखे होने चोने चाहिए। ओपीडी के खराब एसी को ठीक किया जाना चाहिए।
कर्मचारियों के कमरों में लगे हैं AC
कई डाक्टरों व कर्मचारियों के कमरों में एसी लगे हैं। मगर जहां ओपीडी में प्रतिदिन बड़ी संख्या में मरीज आ कर बैठते हैं। वहां पर्याप्त पंखे तक नहीं हैं। उमस भरी गर्मी में मरीजों का हाल खराब हो जाता है। हैरानी की बात है कि एक्सरे विभाग में कर्मचारियों के कक्षमें एसी लगे हैं।
सुविधाएं बढ़ाने के मुद्दे पर ही चल रहा धरना
रेफर मुक्त संघर्ष समिति की ओर से अस्पताल परिसर के बाहर 213 दिन से धरना चल रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता सतीश चोपड़ा ने कई बार स्वास्थ्य निदेशालय और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. जयंत आहूजा को स्थिति से अवगत कराया है। ऐसे ही एक अन्य सामाजिक कार्यकर्ता अजय सैनी भी ओपीडी में कूलर, एसी और पंखों की संख्या बढ़ाने की मांग उठाते रहे हैं।
मरीजों की बेहतरी के लिए ओपीडी में पर्याप्त पंखे होने चाहिए, मगर अस्पताल प्रबंधन का इस तरफ ध्यान नहीं है।
गर्मी में डाक्टर का इंतजार करते-करते मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है। इस मामले में अधिकारियों को गंभीर होने की जरूरत है। - एनके गर्ग, चेयरमैन, कन्फेडरेशन ऑफ आरडब्ल्यूए
यह है स्थिति
-147, डाक्टरों व स्टाफ के लिए अलग-अलग कमरों में लगे एसी
-50, पंखे
-06 कूलर
प्रतिदिन विभिन्न बीमारियों के आने वाले मरीज
-2500 , ओपीडी में
-180, आपातकालीन विभाग में 24 घंटे में आने वाले मरीज
कई बार एसी और पंखे खराब हो जाते हैं। इस मामले में सुधार की जरूरत है। इसके लिए हमने पूरी ओपीडी को वातानुकूलित करने की योजना तैयार की है।
हीटिंग वेंटिलेशन एंड एयर कंडीशनिंग सिस्टम के तहत काम कराया जाएगा। दो करोड़ रुपये से अधिक का इस्टीमेट बनवाया गया है। प्रस्ताव बना कर स्वास्थ्य महानिदेशक को भेजा गया है। - डा. एमपी सिंह, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी
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