हरियाणा में सनसनीखेज वारदात, पत्नी नहीं पहुंची मायके तो दुखी होकर पति ने किया सुसाइड; पढ़ें पूरा मामला
बल्लभगढ़ के मोहना गांव में पत्नी के मायके न पहुंचने से परेशान पति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बिहार के नवादा के रहने वाले सुमेश ने अपनी पत्नी खुशबू को पलवल बस अड्डे से अलीगढ़ के लिए रवाना किया था लेकिन वह लापता हो गई। गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने पर पुलिस ने उसे पलवल जाने को कहा जिससे दुखी होकर उसने यह कदम उठाया।

जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़। पत्नी के मायके न पहुंचने से परेशान पति ने मोहना गांव में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने अपनी कार्रवाई करके मृतक का बादशाह खान अस्पताल में पोस्टमार्टम करा दिया।
मूलरूप से बिहार के नवादा जिले का रहने वाला सुमेश पिछले 22 वर्ष से मोहना गांव में अपनी पत्नी खुशबू और चार बच्चों के साथ रह रहा था। वह 22 जून को अपनी पत्नी खुशबू को मायके नवादा जाने के लिए पलवल बस अड्डे पर अलीगढ़ जाने वाली बस में बैठा कर आया था। वहां से उसे ट्रेन में बैठ कर नवादा जाना था।
खुशबू अलीगढ़ पहुंचने के बाद लापता हो गई
पत्नी खुशबू अलीगढ़ पहुंचने के बाद लापता हो गई। लापता होने के कुछ समय बाद सुमेश की बहन आशा के इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक अनजान नंबर से कॉल व मैसेज आया। मैसेज में बताया कि खुशबू बेहोश होकर अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर गिर गई है। उसकी जानकारी चाहिए तो पांच हजार रुपये दो। पैसे न भेजने पर बताया कि उसे आगरा के एक घर में छोड़ दिया है।
दुखी होकर सख्स ने फंदा लगाकर आत्महत्या की
सुमेश ने रुपये नहीं भेजे और पत्नी को स्वयं ढूंढने में जुट गया। 23 जून को वह थाना छांयसा में गया। वहां पर पुलिस ने कहा कि वह खुद पलवल छोड़ कर आया है तो पलवल जाकर मुकदमा दर्ज कराओ। पत्नी न मिलने और पुलिस के मुकदमा दर्ज करने के लिए पलवल जाने की कहने से दुखी हाेकर उसने अपने घर में 27 जून को फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इसके बारे में थाना छांयसा पुलिस को सूचना दे दी।
पुलिस ने अपनी कार्रवाई करके मृतक का बादशाह खान अस्पताल में पोस्टमार्टम करा दिया। एसीपी अशोक वर्मा के अनुसार कि मृतक की पत्नी अभी नहीं मिली है, जहां से सूचना आई थी, उस लोकेश्न के आधार पर उसकी तलाश की जा रही है।

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