हरियाणा सरकार में JE डेढ़ लाख रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, शराब ठेकों को लेकर पांच लाख में तय किया था सौदा
फरीदाबाद में एंटी करप्शन ब्यूरो ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के जेई नरेश कुमार को डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। जेई ने शराब ठेके न तोड़ने की एवज में रिश्वत मांगी थी। ठेकेदार की शिकायत पर ब्यूरो ने जाल बिछाकर उसे रंगे हाथों पकड़ा। जेई के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और मामले की जांच जारी है।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। शराब ठेकों को न तोड़ने की एवज में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के एक जेई नरेश कुमार को एंटी करप्शन ब्यूरो ने शुक्रवार को डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। उसने इस काम के लिए छह लाख मांगे थे, लेकिन पांच लाख में सौदा तय हो गया।
ठेकेदार ने इसकी सूचना व शिकायत ब्यूरो को दी। ब्यूरो ने जाल फैलाकर उसे सेक्टर-12 स्थित पेट्रोल पंप के पास से गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ करप्शन एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जा सकता है। ब्यूरो पता करेगी कि रिश्वत वाले मामले में और कौन-कौन शामिल हैं।
इसमें और भी अधिकारी लपेटे में आ सकते हैं क्योंकि जेई अपने स्तर पर यह रिश्वत नहीं ले रहा होगा। फिलहाल ब्यूरो उससे पूछताछ कर रही है। जेई के पकड़े जाने से प्राधिकरण के कार्यालय में दिन भर हलचल रही। जो जेई के साथ थे, उनकी धड़कनें तेज हो गई थी। अब उन्हें फंसने का डर सता रहा है।
शराब ठेकेदार गोपाल ने ब्यूरो को दी शिकायत में बताया कि उसने और पार्टनरों ने जिले में छह शराब के ठेके लिए हुए हैं। शराब ठेके चलाने के लिए उसने अशोका एन्क्लेव, मलेरना गांव व शाहपुर जाटा चौक पर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण से व अन्य तीन दुकान बजरंग चौक, ऊंचा गांव व मलेरना रोड पर निजी लोगों से किराये पर ली थी।
शाहपुर जाट चौक व मलेरना गांव की दो दुकानों में खुले शराब ठेकों को हटाने के लिए प्राधिकरण ने उसे नोटिस भेजा था। इस संबंध में वह प्राधिरकण के जेई नरेश कुमार से मिला। उसने ठेका चलाने और दुकानों को न तोड़ने की एवज में प्रति दुकान तीन-तीन लाख रुपये की रिश्वत मांगी। लेकिन उसने रिश्वत नहीं दी तो जेई नरेश कुमार ने 19 अगस्त को दोनों दुकानें तोड़ दी थी। इसके बाद वह फिर से प्राधिकरण पहुंचा और जेई से मिला।
जेई ने उससे कहा कि यदि पैसे नहीं दिए तो वह अशोका एन्क्लेव और ऊंचा गांव में शराब ठेकों को भी तोड़ देगा। उसने दुकान न तोड़ने के लिए छह लाख मांगे। बाद में पांच लाख रुपये में सौदा तय हो गया। लेकिन पीड़ित ने एंटी करप्शन ब्यूरो को शिकायत देकर जेई को डेढ़ लाख की रिश्वत देते हुए पकड़वा दिया।
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