Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जनरल MBBS डॉक्टर ने किया फर्जीवाड़ा, हृदय रोग विशेषज्ञ बन कर 50 से अधिक हार्ट सर्जरी कर दी

    Updated: Thu, 05 Jun 2025 11:40 PM (IST)

    फरीदाबाद के नागरिक अस्पताल में एक फर्जी डॉक्टर पंकज मोहन शर्मा ने असली कार्डियोलॉजिस्ट का रजिस्ट्रेशन नंबर इस्तेमाल कर कई हार्ट सर्जरी की। मामला तब खुला जब एक मरीज असली डॉक्टर के पास पहुंचा। आठ महीने में 50 से ज़्यादा सर्जरी की गईं जिनमें कुछ मरीज़ों की हालत गंभीर हो गई। सेंटर प्रबंधन के ख़िलाफ़ FIR दर्ज हुई है और मामले की जाँच चल रही है।

    Hero Image
    जनरल एमबीबीएस डाक्टर ने किया फर्जीवाड़ा, हृदय रोग विशेषज्ञ बन कर दी 50 से अधिक हार्ट सर्जरी

    अनिल बेताब, फरीदाबाद। जिला नागरिक अस्पताल में पीपीटी मोड पर संचालिक हार्ट केयर सेंटर पहले से विवादों के घेरे में आ रहा है। अब एक ऐसा फर्जीवाड़ा सामने आया है, जिसमें जनरल एमबीबीएस डा.पंकज मोहन शर्मा ने कई महीनों से हार्ट स्पेशलिस्ट बन कर मरीजों के हार्ट की सर्जरी करता रहा। इस डॉक्टर ने अपने हमनाम वाले शहर के प्रसिद्ध कार्डियोलाजिस्ट डॉ. पंकज मोहन की डिग्री का रजिस्ट्रेशन नंबर इस्तेमाल कर हार्ट सेंटर में नियुक्ति पा ली।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसका भेद तब खुला जब अस्पताल के हार्ट सेंटर में ऑपरेशन कराने वाला मरीज तबीयत ठीक न होने पर असल हार्ट स्पेशलिस्ट के पास पहुंच गया। तब तक आठ माह के कार्यकाल में फर्जी हार्ट स्पेशलिस्ट 50 से अधिक सर्जरी कर चुका था। जिनकी सर्जरी की थी, उनमें कई लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी। कुछ की तो मौत भी हो गई थी।

    सेंटर प्रबंधन के खिलाफ एफआआर दर्ज

    यह मामला जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप नीति के तहत चल रहे हार्ट सेंटर से जुड़ा है। जो फरवरी, 2018 से संचालित हो रहा है। अनियमितताओं की शिकायत के चलते गत वर्ष 29 अक्टूबर को विजिलेंस ने सेंटर प्रबंधन के खिलाफ एफआआर दर्ज की थी। इसके बाद वहां प्रैक्टिस कर रहे डाक्टरों ने इस्तीफा दे दिया था। तब से सेंटर की व्यवस्था बिगड़ती चली गई।

    फरवरी-2025 तक आठ माह तक सेवाएं दी

    इसी सेंटर पर डॉ. पंकज मोहन शर्मा ने जुलाई-2024 से फरवरी-2025 तक आठ माह तक सेवाएं दी। इस बीच एडवोकेट संजय गुप्ता ने विजिलेंस और पुलिस में डा.पंकज मोहन शर्मा की चिकित्सीय योग्यता पर सवाल उठाते हुए उनकी डिग्री की जांच की मांग की। इस पर हार्ट सेंटर प्रबंधन ने डा.पंकज मोहन शर्मा से जवाब तलबी की। जब डा.पंकज शर्मा ने स्वयं को घिरता पाया तो सेंटर जाना बंद कर दिया।

    मामले की परतें उधेड़ी गई तो यह पता चला कि प्रसिद्ध कार्डियोलाजिस्ट डॉ. पंकज मोहन जो रेलवे रोड पर अपने क्लीनिक में प्रैक्टिस करते हैं। उनके हम नाम होने का फायदा उठाते हुए डा.पंकज मोहन शर्मा ने हार्ट सेंटर में नियुक्ति पा ली। डॉ. पंकज मोहन शर्मा ने हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ. पंकज मोहन के रजिस्ट्रेशन नंबर 2456 का दुरुपयोग किया, जबकि सामान्य एमबीबीएस डॉ. पंकज मोहन का रजिस्ट्रेशन नंबर 28482 है।

    जो कुछ कागजात सामने आए उसमें डा.पंकज मोहन शर्मा के नाम की स्टैंप जो लगी हुई थी, उसमें भी कार्डियोलाजिस्ट लिखा हुआ मिला। यह स्टैंप हार्ट सेंटर में मरीजों के इलाज लिए बनाई जाने वाले पर्ची पर लगाई जाती थी। मामला खुलता बाद में डा.पंकज मोहन शर्मा ने डा.पंकज मोहन को पत्र लिख कर इस तरह के फर्जीवाड़े के लिए माफी भी मांगी है।

    ऐसे पकड़ में आया मामला

    डा. पंकज मोहन शर्मा के हार्ट सेंटर में न जाने के बाद से बहुत से मरीज उनकी पूछताछ करते-करते प्रसिद्ध कार्डियोलाजिस्ट डा. पंकज मोहन के यहां जाने लगे। जब हार्ट स्पेशलिस्ट डा.पंकज मोहन ने कहा कि उन्होंने तो कभी नागरिक अस्पताल के हार्ट सेंटर में किसी का उपचार किया ही नहीीं तब जाकर भेद खुला कि डॉ. पंकज मोहन शर्मा ने उनके नाम का दुरुपयोग कर कार्डियोलाजिस्ट के रूप में हार्ट सेंटर में हृदय रोगियों का इलाज किया।

    अपने रजिस्ट्रेशन नंबर का इस्तेमाल करने पर कार्डियोलाजिस्ट डा. पंकज मोहन ने इस मामले की शिकायत मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में की। साथ ही उनका रजिस्ट्रेशन नंबर इस्तेमाल करने पर डा. पंकज मोहन शर्मा को लीगल नोटिस भी भेजा।

    मृतक के स्वजन ने जताई नाराजगी

    डॉ. पंकज मोहन शर्मा ने हार्ट सेंटर में कितनी मरीजों का इलाज किया, कितनों की सर्जरी की गई। यह रिकार्ड तो नहीं मिल पाया, लेकिन जिन लोगों के परिवार में स्टेंट डालने के बाद मौत हो गई। उनके स्वजन ने नाराजगी जरूर जताई है। पलवल जिले के हथीन उपमंडल के मडनाका गांव के निवासी राजा राम ने बताया कि उन्होंने अपने पिता रामकिशन को हार्ट सेंटर में 10 जनवरी को भर्ती कराया था। वहां स्टेंट डाले गए और उनकी 11 जनवरी को मौत हो गई थी। तब डा.पंकज मोहन शर्मा ही हार्ट सेंटर में तैनात थे।

    सीएम को की गई शिकायत

    हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ. पंकज मोहन के अधिवक्ता संजय गुप्ता ने बताया कि उन्होंने इस मामले की शिकायत पुलिस में दी है। अब मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायत दी है और फर्जी तरीके से प्रैक्टिस करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

    सीएमओ ने साधी चुप्पी

    मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जयंत आहूजा से जब इस मामले में बातचीत की गई तो उन्होंने चुप्पी साध ली। इस बारे में हार्ट सेंटर के चेयरमैन डॉ. प्रताप कुमार ने बताया कि उन्होंने डा. पंकज मोहन शर्मा की डिग्री मांगी थी, वह दिखा नहीं पाए। इसलिए उनकी सेवाएं समाप्त की गई हैं।