Faridabad News: केबीसी में जीत के बाद अब सेलिब्रिटी बन गया है आदित्य, टीचर व छात्र उत्साहित
उम्र मात्र 11 साल और कक्षा छठी मुश्किल सवालों के जवाब आदित्य श्रीवास्तव ऐसे चुटकियों में देते हैं कि सामने वाला भी अचंभित रह जाए। अपने इन्हीं गुणों से मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर-14 के प्रतिभाशाली छात्र आदित्य ने न सिर्फ सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को न अभिभूत किया
फरीदाबाद जागरण संवाददाता: उम्र मात्र 11 साल और कक्षा छठी, पर मुश्किल सवालों के जवाब भी आदित्य श्रीवास्तव ऐसे चुटकियों में देते हैं कि सामने वाला भी अचंभित रह जाए। अपने इन्हीं गुणों से मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर-14 के प्रतिभाशाली छात्र आदित्य ने न सिर्फ सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को न अभिभूत किया, बल्कि अपने ज्ञान से साढ़े 12 लाख रुपये की राशि भी जीती, जो आदित्य को 18 वर्ष की उम्र पूरी होने पर मिलेगी।
उत्साहित नजर आए टीचर व छात्र
बुधवार रात्रि केबीसी में बिग बी के समक्ष हॉट सीट पर बैठ कर आदित्य खेलते नजर आए। केबीसी में विजेता बनने पर अपने स्कूल लौटे तो स्कूल प्रधानाचार्य ममता वाधवा ने अपने प्रतिभाशाली छात्र का स्वागत किया, वहीं आदित्य की कक्षा इंचार्ज मानसी भी बेहद खुश नजर आईं। दैनिक जागरण से बातचीत में आदित्य ने बताया कि हां, अब उसे एक सेलिब्रिटी होने का अहसास हो रहा है, सहपाठी उनसे विभिन्न सवाल कर रहे हैं। केबीसी की सीट पर पहुंचने के बाद उसे पूरी दुनिया देख रही थी। यह बड़ी उपलब्धि है। आदित्य से जब पूछा गया कि उसने हाट सीट पर पहुंचने के बाद क्या सोचा था कि कितने प्वाइंट्स जीतने हैं तो इस पर हाजिर जवाब बालक ने कहा कि अब इसका उत्तर देना उचित नहीं होगा, क्योंकि अब यह तो भूतकाल हो चुका है, वो साढ़े 12 लाख जीत कर भी संतुष्ट है। खगोल वैज्ञानिक बनने की चाह रखने वाले आदित्य श्रीवास्तव को अमिताभ बच्चन की फिल्म शोले और डान पसंद है।
जिज्ञासु छात्र है आदित्य - प्रधानाचार्य ममता वाधवा
आदित्य के पिता इंजीनियर मोहित श्रीवास्तव व माता आरती ने कहा कि इतनी कम उम्र में बेटे ने हमें गर्व की अनुभूति करवा दी, यह हमारी जिंदगी के बेहतरीन पल हैं। आदित्य की स्पेस में जयादा रुचि है और तरह-तरह का डाटा एकत्र करता रहता है। यहां तक कि उसने एक बार कहीं विश्व युद्ध प्रथम व द्वितीय के बारे में पढ़ लिया, तो फिर उसके बारे में पूरी जानकारी एकत्र करने में लग गया। आदित्य को विश्व के सभी प्रमुख देशों की राजधानी के नाम और उन देशों के राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जानकारी है। प्रधानाचार्य ममता वधवा ने कहा कि आदित्य स्कूल में हर विषय से संबंधित तरह-तरह के सवाल करता है, उसके मन में बहुत जिज्ञासा रहती है कुछ भी जानने की। उसके इन्हीं गुणों ने केबीसी में पहुंचने में मदद की। आदित्य ने मानव रचना शिक्षण संस्थान और औद्योगिक नगरी फरीदाबाद का नाम रोशन किया है। हमें उस पर गर्व है।
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