फरीदाबाद के इस अस्पताल में मरीजों को नहीं मिल पा रही एंट्री! हॉस्पीटल की भलाई पर भी लोगों को हो रही परेशानी
फरीदाबाद के बादशाह खान नागरिक अस्पताल में लोक निर्माण विभाग द्वारा सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है। परिसर को खोदकर छोड़ देने से मरीजों को भारी परेशानी हो रही है। अस्पताल में रोजाना हजारों लोग आते हैं और पार्किंग की जगह भी नहीं बची है। मरीजों ने जल्द काम पूरा करने की मांग की है। अधिकारियों का कहना है कि 15 दिनों में काम पूरा हो जाएगा।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। विभागीय अधिकारी कोई भी काम कराने से पहले मौके का निरीक्षण नहीं करते। वे यह नहीं देखते कि काम शुरू करते समय आम लोगों को कितनी परेशानी होगी। सब कुछ ठेकेदार के भरोसे छोड़ दिया जाता है। ठेकेदार मशीनरी का किराया बचाने के लिए भी ऐसा काम करता है कि गरीब लोग परेशान होते रहते हैं।
बादशाह खान नागरिक अस्पताल परिसर का भी इस समय यही हाल है। यहां लोक निर्माण विभाग परिसर के सौंदर्यीकरण का काम करवा रहा है। लेकिन सबसे बड़ी लापरवाही यह है कि पूरे परिसर को खोदकर छोड़ दिया गया है। जगह-जगह बड़े-बड़े पत्थरों के ढेर लगे हैं।
मरीजों के चलने-फिरने की जगह भी ठीक नहीं है। बेचारे मरीज ऊबड़-खाबड़ जगह पर संभलकर चल रहे हैं। परिसर की हालत देखकर लगता है कि न तो लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने कोई योजना बनाई और न ही नागरिक अस्पताल के सीएमओ-पीएमओ ने इस ओर ध्यान दिया।
प्रतिदिन आते हैं 2500 से अधिक मरीज
नागरिक अस्पताल में प्रतिदिन 2500 से अधिक मरीजों की ओपीडी होती है। उनके साथ उनके तीमारदार भी आते हैं। अस्पताल का स्टाफ एक हजार से अधिक है। शवगृह में रखे शवों के परिजन भी पोस्टमार्टम के लिए आते हैं। अस्पताल में प्रतिदिन लगभग पाँच हज़ार लोग आते हैं।
इतनी बड़ी संख्या में लोगों के आने के बावजूद, इस बात पर ध्यान नहीं दिया गया कि पूरे परिसर को एक साथ खोदने से क्या होगा।
पार्किंग की जगह नहीं बची
सिविल अस्पताल में प्रतिदिन एक हज़ार से ज़्यादा कारें और अन्य वाहन आते हैं। एक दर्जन से ज़्यादा एम्बुलेंस भी आती हैं। कई मरीज़ ऑटो में भी आते हैं। इन सभी वाहनों को पार्क करने के लिए जगह नहीं बचती। इसलिए, वाहन इधर-उधर खड़े रहते हैं।
कई वाहनों को अस्पताल परिसर के पीछे सीएमओ आवास के सामने सड़क पर खड़ा करना पड़ता है। कई बार बेतरतीब ढंग से खड़े वाहनों के कारण मरीज़ों और उनके परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
मरीजों ने कहा, ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं देखी
डबुआ कॉलोनी से अस्पताल आई सुनीता ने बताया कि उबड़-खाबड़ सड़कों से गिरने का खतरा बना रहता है। स्ट्रेचर से भी संतुलन बिगड़ रहा है। मरीज़ कभी भी गिरकर ज़्यादा घायल हो सकते हैं। मरीज़ रामचंद्र ने कहा कि एक साथ इतनी खुदाई नहीं करनी चाहिए थी। सैकड़ों लोग परेशान हैं। अब यह काम जल्द पूरा होना चाहिए।
हां, यह सही है कि परेशानी तो होगी ही, लेकिन अस्पताल परिसर का काम जल्द पूरा करना है, इसलिए खुदाई कर दी गई है। अब 15 दिनों में काम पूरा हो जाएगा।
- प्रकाश लाल, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग
अस्पताल के अंदर सड़कें बनाई जा रही हैं। परेशानी को ध्यान में रखते हुए पीछे की तरफ से गेट खोल दिया गया है। काम जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।
- डॉ. जयंत आहूजा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी
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