साइबर ठगों के दलदल में फंसती गई सीए की बेटी, गंवाए 7.59 करोड़; इस तरह मुनाफे के झांसे में आ गई थी युवती
साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। शहर में एक बहुत बड़ी साइबर ठगी का मामला सामने आया है। सीए (Chartered Accountant) की बेटी के साथ सात करोड़ 59 लाख रुपये की ठगी हो गई। शेयर मार्केट में निवेश कर मुनाफा कमाने का झांसा देकर इस ठगी को अनजाम दिया गया। संभवत जिले में यह इस तरह की सबसे बड़ी साइबर ठगी है।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। शहर में एक बहुत बड़ी साइबर ठगी का मामला सामने आया है। सीए (Chartered Accountant) की बेटी के साथ सात करोड़ 59 लाख रुपये की ठगी हो गई। शेयर मार्केट में निवेश कर मुनाफा कमाने का झांसा देकर इस ठगी को अनजाम दिया गया।
संभवत: जिले में यह इस तरह की सबसे बड़ी साइबर ठगी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इस तरह हुई ठगी
साइबर थाना सेंट्रल में सेक्टर-15 में रहने वाली प्रियांशी ने दी शिकायत में बताया कि उनके पिता सलाहकार हैं। वह अपने पिता के साथ दिल्ली स्थित ऑफिस में प्रबंधन का काम देखती है। इसके साथ अलग से शेयर मार्केट में पिछले साल से ट्रेडिंग भी कर रही थी।
चार जनवरी को उसके फेसबुक अकाउंट पर शेयर मार्केट में निवेश करने का एक लिंक आया। उसने उस लिंक पर क्लिक कर लिया। उसके बाद उसे एक वॉट्सऐप ग्रुप से जोड़ दिया गया। 18 मार्च तक उस ग्रुप में आई अन्य लोगों की प्रतिक्रियाएं देखती रही।
उसमें देखा कि जो लोग निवेश कर रहे हैं, उन्हें किस तरह मोटा मुनाफा हो रहा है। उसके बाद उसने ग्रुप में अपने रुपये निवेश करने की सहमति जताई। सहमति जताने के बाद उसने एक और वॉट्सऐप ग्रुप से जोड़ा गया। उसका अकाउंट भी खुलवा दिया गया।
इसके बाद करीना राजपूत नामक युवती ने उसे सुझाव दिया कि आप हमारे कस्टमर सर्विस से फंड ऐड करने के लिए बैंक डिटेल प्राप्त कर लें। 19 मार्च को उसने अपने बैंक खाते से एक लाख रुपये निवेश किए। 21 मार्च को 60 लाख रुपये निवेश किए। उसे बताया जाता रहा कि आपसे पैसे से शेयर खरीदे जा रहे हैं, जो मुनाफे में चल रहे हैं।
इसके बाद लगातार पैसे जमा कराती रही। उसने न केवल अपने, बल्कि अपने पिता के खाते से 90 लाख रुपये भी शेयर मार्केट में लगा दिए। माता के खाते में पड़े 15 लाख जमा कराए। सबसे बड़ी रकम चार करोड़ रुपये आरोपितों के बताए गए खाते में भेज दिए गए।
इस हिसाब से लगातार पैसे देती चली गई। उसकी निवेश की हुई कुल रकम सात करोड़ 59 लाख रुपये हो गई। वह आरोपितों से अपनी रकम मुनाफा सहित वापस करने के लिए कहती तो वह और निवेश करने की बात कहते थे। वह समझ गई कि उसके साथ ठगी हो रही है। उसने इसकी शिकायत साइबर पोर्टल पर की।
साइबर अपराध होने पर साइबर हेल्पलाइन 1930 पर तुरंत कॉल की जाए। इससे पैसा जिस बैंक में होगा, वहीं फ्रीज करा दिया जाएगा। इसके अलावा cybercrime.gov.in पर तुरंत संपर्क किया जा सकता है। यदि कोई भी संस्था साइबर जागरूकता से सम्बंधित प्रोग्राम या प्रशिक्षण करवाना चाहता है तो मोबाइल नंबर 9991252353 पर संपर्क कर सकते हैं। -अभिमन्यु गोयत, एसीपी साइबर क्राइम
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