यमुना के बढ़ते जलस्तर से ग्रामीणों की धड़कनें तेज, NCR के इस इलाके की हालात गंभीर
फरीदाबाद में हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। कई गांवों में पानी भरने से फसलें डूब गई हैं और लोगों को राहत शिविरों में ले जाया गया है। प्रशासन अलर्ट पर है और स्वास्थ्य विभाग की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही हैं।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। हथिनी कुंड बैराज से तीन दिन पहले छोड़ा गया तीन लाख 39 हजार क्यूसेक पानी फरीदाबाद की सीमा से होकर बह रहा है। सुबह छह बजे यमुना में एक लाख 65 हजार 145 क्यूसेक पानी बह रहा था। दिनभर नदी का जलस्तर बढ़ता रहा।
शाम को यह जलस्तर बढ़कर दो लाख नौ हजार 439 क्यूसेक हो गया। जलस्तर 200.75 मीटर पर बह रहा था। जिले में खतरे का निशान 202.30 मीटर है। प्रशासन दिनभर नदी पर अलर्ट नजर आया। बसंतपुर और इस्मालपुर में प्रशासन की ओर से एसडीआरएफ की टीम मोटर बोट के जरिए बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकालती रही। इन लोगों को बसंतपुर के बाढ़ राहत शिविर में ठहराया गया है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण फरीदाबाद की सचिव एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी रितु यादव, एसडीएम मयंक भारद्वाज, मुख्य बचाव पक्ष के अधिवक्ता रविंद्र गुप्ता व अन्य सदस्यों ने मंझावली और मोहना का दौरा किया। बाढ़ बचाव कार्यों का जायजा लिया।
यमुना का जलस्तर फसलों तक फैला
यमुना का जलस्तर घेरा तोड़कर किनारे बसे मोहना, छायंसा, मोठूका, अरुआ, चांदपुर, शाहजहांपुर की फसलों और आबादी तक पहुंच गया है। इन गांवों की फसलें भी पानी से लबालब हैं। यमुना का पानी कम होने के बाद ही फसलों को हुए नुकसान का पता चलेगा।
मोहना गांव के किसान प्रकाशचंद ने बताया कि उनका हरा चारा ज्वार पानी में डूब गया और उस पर मिट्टी जम गई। अब पशु इस चारे को नहीं खाएँगे। इसी तरह धान की फसल भी पानी में डूब गई है।
बाढ़ राहत शिविर में 167 लोगों को ठहराया
यमुना में आई बाढ़ से प्रभावित बसंतपुर-इस्माइलपुर, साहूपुरा खादर अरुआ के बाढ़ राहत शिविर में 167 लोगों को ठहराया गया है। साहूपुरा के दूल्हेपुर और अरुआ के लतीफपुर के ग्रामीणों को ठहराया गया है। 250 घर आंशिक रूप से पानी में डूब गए हैं। एसडीआरएफ की नौ सदस्यीय टीम मौके पर सक्रिय है। जो प्रभावित लोगों को निकालकर बाढ़ राहत शिविरों में रख रही है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 14 गांवों का दौरा
जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार को अरुआ, साहूपुरा खादर समेत 14 गाँवों का दौरा किया। ग्रामीणों के स्वास्थ्य का जायजा लिया। स्वास्थ्य विभाग की टीम मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. जयंत आहूजा और डिप्टी सीएमओ डॉ. रामभगत के नेतृत्व में काम कर रही है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने स्वास्थ्य कर्मियों को गाँवों में लोगों के स्वास्थ्य की नियमित निगरानी करने के निर्देश दिए, ताकि किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या या आपात स्थिति पर तुरंत काबू पाया जा सके। स्वास्थ्य विभाग की 40 टीमें इस काम में लगी हुई हैं। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग मिलकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि गाँवों में स्वास्थ्य सेवाओं की कोई कमी न रहे।
जरूरत के अनुसार गाँवों में स्वास्थ्य शिविर भी लगाए जा रहे हैं। जहाँ मरीजों की मुफ्त जाँच और दवाइयाँ दी जा रही हैं। विभाग ने विशेष टीमें बनाई हैं, जो लगातार प्रभावित गाँवों का दौरा कर स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान कर रही हैं।
जरूरतमंद लोगों तक तुरंत चिकित्सा सहायता पहुंच सके, इसके लिए एम्बुलेंस सेवाओं को भी अलर्ट रखा गया है। सभी ग्रामीण अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। किसी भी प्रकार की बीमारी के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या विभागीय टीम से संपर्क करें।
अफवाहों पर ध्यान न दें
जिला उपायुक्त विक्रम सिंह ने लोगो से कहा है कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें। अगर किसी को किसी भी प्रकार की जानकारी मिले तो तुरंत प्रशासन को इसकी जानकारी दें। ताकि किसी भी प्रकार की कमी को समय रहते पूरा किया जा सके। किसान अपनी फसलों के नुकसान की जानकारी ई-मुआवजा पोर्टल पर अपलोड करें।
यमुना में इस समय दो लाख नौ हजार 439 क्यूसेक पानी बह रहा है। देर रात तक पानी और बढ़ने की उम्मीद है। फिलहाल दिल्ली में जलस्तर चार इंच कम हो गया है। गुरुवार सुबह तक जलस्तर में काफी कमी आने की उम्मीद है।
-अरविंद शर्मा, उपमंडल अधिकारी सिंचाई विभाग
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