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    फरीदाबाद के अस्पताल में इन मरीजों को हो रही भारी परेशानी, डीन से गुहार लगाने के बाद भी नहीं आए डॉक्टर

    Updated: Mon, 08 Sep 2025 04:50 PM (IST)

    फरीदाबाद में ईएसआई कार्ड धारकों को इलाज के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी मरीजों को घंटों तक डॉक्टरों का इंतजार करना पड़ता है। आपातकालीन विभाग में मरीजों की स्थिति और भी खराब है जहां डॉक्टर समय पर नहीं पहुंचते। मरीजों को डीन से गुहार लगाने के बाद भी तुरंत इलाज नहीं मिल पाता जिससे उनकी तकलीफ बढ़ जाती है।

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    फरीदाबाद में ईएसआई कार्ड धारकों को इलाज के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फाइल फोटो

    अनिल बेताब, फरीदाबाद। इलाज के लिए हर महीने वेतन से कटने वाली राशि के बाद भी ईएसआई कार्ड धारक स्वास्थ्य सेवा के लिए तरस रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि जब ईएसआई कार्ड धारक बीमार पड़ने पर अस्पताल में भर्ती होते हैं, तो उन्हें घंटों डॉक्टर का इंतज़ार करना पड़ता है।सोमवार को भी यही स्थिति रही और वह भी आपातकालीन विभाग में।

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    जागरण ने जब पड़ताल की, तो पता चला कि आपातकालीन विभाग में मरीज भर्ती तो होते हैं, लेकिन व्यवस्था भगवान भरोसे रहती है। सुबह हो जाती है और फिर दोपहर, लेकिन डॉक्टर मरीज को देखने नहीं आते। कई मरीज डीन से इलाज की गुहार लगाते रहे, लेकिन फिर भी डॉक्टरों ने गंभीरता नहीं दिखाई।

    भर्ती होने के बाद मरीज का दर्द बढ़ गया

    बल्लभगढ़ निवासी गोमा को सुबह 10 बजे ईएसआईसी अस्पताल नंबर तीन के आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया गया। आंतों में संक्रमण के कारण गोमा सुबह से दोपहर तक परेशान रही, लेकिन करीब दो बजे तक किसी डॉक्टर ने गोमा को नहीं देखा। उनके बेटे भरत सिंह ने बताया कि वह पहले अपनी माँ को ईएसआई डिस्पेंसरी ले गए।

    वहां से उन्हें ईएसआई अस्पताल नंबर तीन भेज दिया गया। उन्होंने आपातकालीन विभाग के कर्मचारियों से भी कई बार संपर्क किया, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। उन्हें बताया गया कि सर्जन आकर उन्हें देखेंगे। बाद में डीन कार्यालय में शिकायत की गई। इसके बाद एक डॉक्टर आए और कुछ जाँचें लिखकर चले गए। लेकिन शाम चार बजे तक कोई सर्जन नहीं आया।

    पलवल निवासी सूरज ने सोमवार सुबह अपनी पत्नी रुक्मणी को आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया था। रुक्मणी को मस्तिष्क की नसों में समस्या के कारण भर्ती कराया गया था। सूरज ने इस बात पर नाराजगी जताई कि दोपहर तक किसी डॉक्टर ने उन्हें नहीं देखा। इन मरीजों के साथ-साथ कई अन्य मरीज भी डॉक्टर के न आने से परेशान दिखे।

    हर दिन आते हैं 4800 से ज्यादा मरीज 

    अस्पताल की ओपीडी में हर दिन विभिन्न बीमारियों के लगभग 4800 मरीज आते हैं। हर दिन विभिन्न बीमारियों के 200 से ज़्यादा मरीज गंभीर हालत में आते हैं। हृदय, कैंसर, न्यूरो और आंतों के संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। पलवल और फरीदाबाद में साढ़े छह लाख से ज़्यादा कार्डधारक हैं।

    सुपरस्पेशलिटी अस्पताल होने के कारण, फरीदाबाद, पलवल के साथ-साथ दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम से भी बड़ी संख्या में मरीज़ एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, कैंसर, किडनी ट्रांसप्लांट और न्यूरो संबंधी समस्याओं के लिए अस्पताल पहुँचते हैं। यहाँ एक महीने से कोई हृदय रोग विशेषज्ञ नहीं है। कई विशेषज्ञ अंशकालिक सेवाएँ प्रदान करते हैं। कर्मचारियों की भी कमी है। इन कारणों से यहां व्यवस्था बिगड़ रही है।

    हमारे यहाँ कई विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है। अस्पताल में अभी काफी सुधार की आवश्यकता है। व्यवस्था में सुधार के लिए हमने अनुबंध के तहत नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में और बेहतर सुधार होगा।

    -डॉ. कालिदास दत्तात्रेय चव्हाण, डीन, ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज।