फरीदाबाद पुलिस ने अपराध रोकने के लिए बनाया नया प्लान, अपराधियों को पकड़ने के लिए करेगी ये काम
फरीदाबाद पुलिस ने अपराध रोकने के लिए नई योजना बनाई है। अपराधियों को घर तक पहुंचने से पहले सड़क पर पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच तैनात की गई है। बिना नंबर प्लेट और काली फिल्म वाले वाहनों पर कार्रवाई होगी। तिगांव जोन में विशेष अभियान चलाया गया। क्राइम ब्रांच 56 ने स्नेचर को गिरफ्तार किया। हर जोन में थाना पुलिस के साथ अभियान चलेगा।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। अपराधियों के किसी की दहलीज तक पहुंचने से पहले उनको सड़क पर ही पकड़ने की योजना पुलिस प्रशासन की ओर से तैयार की गई है। इसके लिए सभी जोन की क्राइम ब्रांच की ड्यूटी लगाई गई है।
सड़क पर लगने वाले नाकों पर विशेष अभियान के तहत क्राइम ब्रांच के जवान भी तैनात रहेंगे। ताकि बिना नंबर प्लेट, काली फिल्म लगाकर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने वालों पकड़ा जा सके। हालांकि थाना पुलिस की ओर से भी ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है, लेकिन क्राइम ब्रांच के साथ आने से अभियान को और अधिक मजबूती मिलेगी।
हाल में ही पुलिस आयुक्त सतेंद्र गुप्ता सभी क्राइम ब्रांच प्रभारियों की बैठक लेकर हर जोन में विशेष अभियान चलाने के लिए कहा गया था। जिसके बाद डीसीपी मुकेश मल्होत्रा और एसीपी वरुण दहिया के नेतृत्व में तिगांव जोन में नाका लगाकर 12 से अधिक काली फिल्म लगाने वाले वाहन चालकों को पकड़ा गया था।
दो घंटे के भीतर क्राइम ब्रांच 56 ने पकड़ा था स्नेचर
संजय कालोनी में पानी मांगने के बहाने स्नेचिंग करने वाले बाइकर्स को क्राइम ब्रांच 56 ने नाका लगाकर लोगों की सहायता से दो घंटे के भीतर पकड़ा था। संजय कालोनी में रहने वाले पूनम ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि शाम के समय दो लड़के बाइक से उनके घर पर आए।
दोनों लड़कों ने उनसे पानी मांगा। जब वह पानी लेकर आईं तो लड़कों ने उनकी चेन खींच ली। इसके बाद आरोपित बाइक पर सवार होकर फरार हो गए। मामले की जानकारी संजय कालोनी पुलिस चौकी को दी गई। आरोपितों को पकड़ने के लिए सेक्टर-56 क्राइम ब्रांच को भी अलर्ट किया गया।
इसके बाद नाकाबंदी करके आरोपित साहिल को समयपुर गांव के पास से गिरफ्तार कर लिया।
हर जोन में चलाया जाएगा अभियान
एसीपी वरुण दहिया के अनुसार हर सप्ताह जाेन के हिसाब नाकों पर थाना पुलिस के साथ अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए सभी क्राइम ब्रांच को सूचना भी दे दी गई है। क्योंकि स्नेचर और आपराधिक गतिविधियां करने वाले संदिग्ध वाहनों से ही घटना को अंजाम देते हैं। नाकाबंदी के दौरान यह भी ध्यान रखा जाएगा कि किसी को बेवजह परेशान न किया जाए।
अपराधी सड़क से होकर किसी की दहलीज तक पहुंचता है। अपराध को अंजाम देने के बाद भी यहीं से फरार होता हैं। ऐसे में क्राइम ब्रांच बीच की कड़ी को तोड़ने का प्रयास करेगी।
-मुकेश मल्होत्रा, डीसीपी क्राइम
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