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    मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के आरोप मुक्त होने पर परिवार को मिली राहत, फरीदाबाद से भी है रिश्ता

    By Harender NagarEdited By: Geetarjun
    Updated: Sat, 13 May 2023 06:07 PM (IST)

    मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह (Former Mumbai Police Commissioner) को महाराष्ट्र सरकार ने सभी आरोपों से मुक्त कर दिया है। इससे फरीदाबाद गुरुग्राम चंडीगढ़ और मुंबई में रह रहे उनके परिवार के सदस्यों को काफी राहत मिली है।

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    मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के आरोप मुक्त होने पर परिवार को मिली राहत।

    फरीदाबाद, जागरण संवाददाता। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह (Former Mumbai Police Commissioner) को महाराष्ट्र सरकार ने सभी आरोपों से मुक्त कर दिया है। इससे फरीदाबाद, गुरुग्राम, चंडीगढ़ और मुंबई में रह रहे उनके परिवार के सदस्यों को काफी राहत मिली है। परमबीर सिंह मुंबई में जबरन वसूली, भ्रष्टाचार और कदाचार के कई मामलों का सामना कर रहे थे।

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    एंटीलिया बम स्क्वायर मामले में कथित गड़बड़ी के कारण उन्हें मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटा दिया गया था और साल 2021 में निलंबित कर दिया था। इससे परिवार को काफी धक्का लगा था।

    परमबीर सिंह के पिता होशियार सिंह मूलरूप से फरीदाबाद के गांव पावटा के रहने वाले थे। वे हिमाचल प्रदेश में तहसीलदार के पद पर रहे थे और चंडीगढ़ में अपना आवास बनाया था। वहीं रहकर परमबीर सिंह ने पढ़ाई की और आईपीएस बनकर मुंबई पुलिस आयुक्त के पद तक पहुंचे। होशियार सिंह के बड़े भाई हंसराज के परिवार के सदस्य अभी भी गांव पावटा के साथ ही सेक्टर-15 में भी रहते हैं।

    इसके अलावा परिवार के सदस्य गुरुग्राम, चंडीगढ़ और मुंबई में रहते हैं। पूरे परिवार में कई लोग बड़े सरकारी अधिकारी रहे हैं। इस समय भी उनके बेटे व भतीजे विभिन्न विभागों में अधिकारी हैं। इस कारण इस परिवार की गिनती प्रतिष्ठित परिवारों में होती है।

    परमबीर सिंह के ऊपर आरोप लगने के बाद परिवार के सदस्य काफी आहत थे। इसे वे प्रतिष्ठा से जोड़कर भी देख रहे थे। परमबीर सिंह के भतीजे एडवोकेट कपिल भडाना ने कहा कि पूरा परिवार जानता था कि ताऊजी राजनीति का शिकार हुए हैं और उनके ऊपर गलत आरोप लगाए गए हैं, मगर बाहर वालों को समझाना मुश्किल हो रहा था। अब जब महाराष्ट्र सरकार ने सभी आरोप वापस ले लिए हैं तो सभी ने राहत की सांस ली है। एक तरह से प्रतिष्ठा वापस मिल गई है। पूरे गांव में खुशी का माहौल है।