दुल्हनिया का इंतजार करते रह गए 31 दूल्हे, पैदल पहुंचे थाने
दूल्हे शिकायत करने पैदल ही सदर बल्लभगढ़ थाने पहुंचे। शादी का जोड़ा पहने एक साथ 31 दूल्हों का पैदल चलते देखना बाजार में कौतुहल का विषय बन गया।
फरीदाबाद [जेएनएन]। बल्लभगढ़ दशहरा मैदान में 31 दूल्हे हाथों में मेहंदी लगाए, कंगना बांधे घंटों इस इंतजार में खड़े रहे कि लाल जोड़ा पहने दुल्हन उनके गले में वरमाला डालेगी। लेकिन उनके अरमान अधूरे रह गए। जब दूल्हों ने एक दूसरे से बातचीत की तो पता चला कि शादी के नाम पर उन्हें ठग लिया गया है। दूल्हे शिकायत करने पैदल ही सदर बल्लभगढ़ थाने पहुंचे। शादी का जोड़ा पहने एक साथ 31 दूल्हों का पैदल चलते देखना बाजार में कौतुहल का विषय बन गया।
दूल्हों ने पुलिस को बताया है कि मेरठ में भारतीय दहेज उन्मूलन नाम की संस्था के कुछ एजेंटों ने उनसे संपर्क कर शादी कराने का वादा किया था। कुछ दूल्हों ने खुद ही संस्था से संपर्क कर लिया था। शादी के लिए उनसे 70 हजार से लेकर एक लाख रुपये तक रुपये लिए गए। संस्था की ओर से मोदीनगर में कार्यालय में उन्हें लड़कियां दिखाई गईं और उनका फोटो भी दिया गया।
पासबुक चोरी कर खातों से पैसे निकालता था 70 वर्षीय बुजुर्ग, गिरफ्तार
सभी दूल्हों को बताया गया कि 15 जनवरी को बल्लभगढ़ दशहरा मैदान में उनके लिए सामूहिक विवाह समारोह किया जाएगा। अधिकतर दूल्हे उत्तर प्रदेश, राजस्थान और फरीदाबाद के हैं। सभी रविवार को पूरी तरह तैयार होकर परिजनों के साथ सुबह से ही दशहरा मैदान में सामूहिक विवाह समारोह के लिए पहुंचने शुरू हो गए। यहां शादी के लिए किसी तरह का इंतजाम नहीं होने से सभी असमंजस की स्थिति में थे। 11 बजे तक ना तो संस्था का कोई सदस्य नजर आया न ही दुल्हन।
जानिए, सीरियल रेपिस्ट की कहानी, मिठाई खिलाकर किया 700 बच्चियों का रेप
दुल्हे और उनके परिवार वालों ने संस्था के सदस्यों से मोबाइल पर संपर्क करना चाहा लेकिन फोन बंद मिला। उन्होंने आपस में बातचीत की तो पता चला कि सभी संस्था ने चार युवतियों को ही अलग-अलग सभी दूल्हों को दिखा दिया था। सभी के पास उन चार में से ही किसी एक की फोटो थी। तब उन्हें ठगी का अहसास हुआ। उन्होंने पुलिस को शिकायत दी। पुलिस का कहना है कि सारा मामला मोदी नगर उत्तर प्रदेश का है। ऐसे में उन्हें वहां भेज दिया है।