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    फरीदाबाद में छात्रा की डिजिटली गिरफ्तारी, साइबर ठगों ने इस तरह लड़की से ठग लिए ढाई लाख

    By Jagran NewsEdited By: Geetarjun
    Updated: Wed, 01 Nov 2023 10:10 PM (IST)

    साइबर ठगों ने शहर की एक छात्रा को डिजिटली अरेस्ट कर उससे ढाई लाख रुपये ठग लिए। युवती ने अब इसकी शिकायत पुलिस को दी है। सेक्टर-21 निवासी एक छात्रा ने कनाडा स्थित एक यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया है। पिछले माह 12 अक्टूबर को उसके मोबाइल पर एक कॉल की और स्वयं को यूपी के लखनऊ में स्थित कस्टम विभाग का अधिकारी बताया।

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    फरीदाबाद में छात्रा की डिजिटली गिरफ्तारी, साइबर ठगों ने इस तरह लड़की से ठग लिए ढाई लाख

    फरीदाबाद, जागरण संवाददादता। साइबर ठगों ने शहर की एक छात्रा को डिजिटली अरेस्ट कर उससे ढाई लाख रुपये ठग लिए। युवती ने अब इसकी शिकायत पुलिस को दी है। सेक्टर-21 निवासी एक छात्रा ने कनाडा स्थित एक यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया है।

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    पिछले माह 12 अक्टूबर को उसके मोबाइल पर एक कॉल की और स्वयं को यूपी के लखनऊ में स्थित कस्टम विभाग का अधिकारी बताया, साथ ही कहा कि उसके नाम से एक पार्सल कंबोडिया जा रहा है। उसके आधार कार्ड नंबर से बनाए गए कई पासपोर्ट वहां भेजे जा रहे हैं।

    पीड़िता के अनुसार, उसने किसी प्रकार के पार्सल से मना कर दिया, साथ ही कहा कि उसके आधार कार्ड नंबर से कोई फर्जी पासपोर्ट नहीं बनाए गए है और उस पर 3.8 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया।

    पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि कि उसे स्काइप ऐप वीडियो कॉल कर एक थाना का दृश्य दिया गया, जिसमें पुलिस की वर्दी पहने कई अधिकारी इधर से उधर हो रहे थे। ठग ने यह भी कि उनकी बात दिनेश व यादव नाम के सीबीआई अधिकारी से कराते हैं।

    बातचीत में अरेस्ट वारंट जारी होने की बात कहकर गिरफ्तार करने की धमकी दी। इस दौरान उससे 12 अक्टूबर से लेकर 30 अक्टूबर तक लगातार स्काइप ऐप वीडियो कॉल के जरिए संवाद होता रहा। आरोपितों ने छात्रा को यह जानकारी किसी से भी साझा नहीं करने को कहा और मनी लॉन्ड्रिंग की राशि के बदले पांच प्रतिशत जुर्माना लगा 15 लाख रुपये भरने के लिए कहा।

    छात्रा इससे घबरा गई। छात्रा को ऑनलाइन कागजात भेजकर उसपर हस्ताक्षर भी कराए। उसने उन कागजात हस्ताक्षर करने के बाद स्कैन कर वापस भेजने को कहा। छात्रा ने कहा कि उसके पास 15 लाख रुपये नहीं है, पर ठग छात्रा से ढाई लाख रुपये ट्रांसफर कराने में सफल रहे। इस तरह छात्रा को 17 दिन तक डिजिटली अरेस्ट किया गया। साइबर ठगी का यह एक अलग तरह का मामला है।

    साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर नवीन ने बताया कि यह साइबर ठगी का अलग तरह का मामला है। मामले की जांच की जा रही है और सुराग मिलने पर ठगों को पकड़ा जाएगा। उन्होंने लोगों से इस तरह से किसी भी अनजान व्यक्ति से बात न करने की अपील की है।