नीचे लगती है क्लास ऊपर झूल रही मौत... जान जोखिम में डालकर पढ़ रहे नौनिहाल, विभाग को खबर नहीं अधिकारी अंजान
हरियाणा के फरीदाबाद जिले में कई सरकारी स्कूलों के ऊपर से बिजली की हाईटेंशन तारें गुजर रही हैं जिससे छात्रों की जान जोखिम में है। कक्षाओं में करंट लगने का खतरा बना रहता है। शिक्षा विभाग और बिजली निगम को कई बार सूचित करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है जिससे अभिभावकों में डर का माहौल है।

निभा रजक, फरीदाबाद। वर्षा के दिनों में कमरे में करंट आने लगता है। एक ही कमरे में दो कक्षाओं के विद्यार्थियों को बैठाया जाता है। स्थिति खराब होने के कारण अभिभावक वर्षा के दिनों में कई बार स्कूल नहीं भेजते हैं।
गौंछी स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों ने कुछ इस प्रकार से अपनी पीड़ा व्यक्त की। स्कूल के ऊपर से बिजली की हाईटेंशन तार गुजर रही है।
इससे विद्यार्थियों के चेहरे पर डर नजर आ रहा था, अध्यापकों और अभिभावकों ने भी स्थिति में सुधार की मांग की।
मुजेसर स्थित प्राथमिक पाठशाला के पास रखे हैं ट्रांसफार्मर, फेसिंग के नाम पर कर दी गई खानापूर्ति। जागरण
दैनिक जागरण के पड़ताल में सामने आईं चौंकाने वाली बातें
दैनिक जागरण द्वारा मुजेसर, गौंछी और इंद्रा कालोनी में स्कूलों की गई पड़ताल में घोर लापरवाही सामने आई। जिले में 378 प्राथमिक, उच्च और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय संचालित हो रहे हैं।
गौंछी के स्कूल की स्थिति बेहद भयावह देखने को मिली। सरकारी स्कूलों से सटे हुए बिजली के तार और ट्रांसफार्मर में रखे हैं, कई जगहों पर फेसिंग के नाम पर खानापूरी की गई है।
अध्यापकों ने कहा कि शिक्षा विभाग और बिजली निगम को इस संबंध में कई बार पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। दोनों विभागों को शायद हादसे का इंतजार है।
गौंछी स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के ऊपर से गुजर रही हाइटेंशन लाइनें, बरामदे में पढ़ रहे विद्यार्थी। जागरण
कमरे में आ जाता है करंट, वर्षा के दिनों में बढ़ जाता है खतरा
गौंछी स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 2200 से अधिक विद्यार्थी पढ़ते हैं। यहां कमरों का अभाव है। स्कूल के बीचों बीच से हाईटेंशन लाइन गुजर रही हैं।
बिजली के तार क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। इनमें से अकसर स्पार्किंग होती रहती है, जिसकी वजह से विद्यार्थी ग्राउंड मेें नहीं खेलते हैं। स्कूल में सबसे ज्यादा बुरे हालात वर्षा के दिनों में हो जाते हैं, पूरे स्कूल के ग्राउंड में जलभराव हो जाता है।
ऊपर बिजली के तार नीचे वर्षा के पानी के कारण कमरों में करंट आने लगता है। वर्षा के दिनों में एक ही कमरे में कई कक्षाओं के बच्चों को बिठाया जाता है। अध्यापकों की सतर्कता के कारण अभी तक कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ है।
(मुजेसर स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल के बाहर खुले में रखे हैं ट्रांसफार्मर, ग्रामीण कचरे में लगा देते हैं आग। जागरण)
खुले में रखा ट्रांसफार्मर, कचरे में लोग लगा देते हैं आग
मुजेसर स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय के प्रवेश द्वार पर बिजली के दो ट्रांसफार्मर रखे हुए हैं। नालियों की सफाई नहीं होने के कारण सड़क पर हमेशा जलभराव रहता है।
स्कूल से सटे हुए ट्रांसफार्मर से स्पार्किंग होती है, कई बार इनमें आग भी लग चुकी है, लेकिन विभाग सबक नहीं ले रहा है। यहां खानापूरी करते हुए छोटी सी जाली लगा दी गई है।
मुजेसर के ही वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की दीवार से लगता हुआ बिजली का ट्रांसफार्मर रखा हुआ है। ग्रामीण इसमें आग लगा देते हैं। जिससे हादसे का खतरा बना हुआ है।
संतोष नगर, प्रहलादपुर और दयालपुर के स्कूल में भी बुरा हाल
सरकारी स्कूलों में सुविधाओं का अभाव तो ही यहां विद्यार्थियों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी जिला शिक्षा विभाग कोई ठोस कदम उठातेे हुए दिखाई नहीं दे रहा है।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक ऊंचा गांव, दयालपुर स्थित राजकीय प्राथमिक पाठशाला, सेक्टर-10 स्थित राजकीय माडल संस्कृति प्राथमिक पाठशाला, संतोष नगर स्थित प्राथमिक पाठशाला, इंदिरा कालोनी के वरिष्ठ और प्राथमिक तथा प्रहलादपुर के प्राथमिक पाठशाला में हजारों विद्यार्थी डर के साये में पढ़ रहे हैं।
इन स्कूलों में बिजली की हाईटेंशन तार स्कूलों से ऊपर और नजदीक से गुजर रहे हैं। नियम के अनुसार बिजली की तार और ट्रांसफार्मर स्कूलों से दूर होने चाहिए। लेकिन जिम्मेदार आंख बंद किए हुए बैठे हैं, जिसकी वजह से स्थिति मेें सुधार नहीं हो पा रहा है।
बिजली निगम की टीमें स्कूलों की जांच करती हैं। जहां कमियां मिलती है उन्हें दूर किया जाता है। स्कूलों के पास रखे ट्रांसफार्मरों की फेसिंग कराई जाती है। यदि किसी सरकारी स्कूल के ऊपर से बिजली की हाईटेंशन तार गुजर रही है या फिर खुले में ट्रांसफार्मर रखे हुए हैं तो स्कूल प्रबंधन इसकी शिकायत विभाग को दे सकता है। जल्द समाधान करा दिया जाएगा।-जितेंद्र ढुल्ल, अधीक्षण अभियंता, बिजली निगम।
इस बारे में स्कूल की ओर से उन्हें शिकायत नहीं मिली है। हम अपने स्तर पर इन स्कूलों की जांच करा लेंगे। बिजली की हाईटेंशन लाइन को शिफ्ट कराने के लिए बिजली निगम को पत्र लिखा जाएगा।- अजीत सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी
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