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    स्कूल से मारा बंक, पकड़े जाने पर बच्चों ने अपहरण की झूठी कहानी रच डाली; पढ़ें क्या है पूरा मामला

    फरीदाबाद में बच्चों ने स्कूल बंक करने के बाद खुद के अपहरण की कहानी गढ़ ली। दरअसल स्कूल बंक करने के बा बच्चे टाउन पार्क पहुंच गए जहां उनके परिजन भी वहां मौजूद थे। पकड़े जाने के बाद उन्होंने अगवा करने की कहानी गढ़ ली। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पढ़ें पुलिस ने कैसे बच्चों की सच्चाई सामने लाई?

    By Jagran News Edited By: Sonu Suman Updated: Fri, 26 Jul 2024 08:03 PM (IST)
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    फरीदाबाद में स्कूल बंक करनेवाले छात्रों ने पकड़े जाने पर बनाई अगवा किए जाने की कहानी।

    प्रवीन कौशिक, फरीदाबाद। आजकल के बच्चे भी बहुत तेज दिमाग चलाते हैं। स्कूल से बंक मारकर टाउन पार्क पहुंचे बच्चे अचानक अपने अभिभावक को देख घबरा गए। चोरी पकड़ी न जाए, इसलिए बच्चों ने झूठ बोल दिया। झूठ भी छोटा नहीं, बल्कि अपहरण का। पूरी कहानी रच डाली कि दिन-दहाड़े मार्केट से वैन सवार उन्हें कैसे अपहरण कर ले गए और वह कैसे उनसे छूटकर भागे। 

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    इस मामले की सूचना मिलने पर पुलिस के हाथ-पैर फूल गए। कोतवाली थाना पुलिस सहित क्राइम ब्रांच की टीमें जांच में जुट गई। पुलिस को बच्चों व उनके अभिभावक द्वारा जो कहानी बताई गई, वह गले नहीं उतर रही थी। बच्चों की काउंसिलिंग कराई गई तो सच्चाई सामने आ गई। 

    मामला झूठा पाए जाने के बाद पुलिस ने ली राहत की सांस

    बच्चों को दोबारा ऐसी हरकत न करने के लिए समझाया गया। मामला झूठा पाया जाने पर पुलिस ने भी राहत की सांस ली। उधर जहां से बच्चों के अपहरण की बात सामने आई थी, वहां दुकानदार भी विचलित हो गए थे, क्योंकि घटना बड़ी थी। लेकिन जब इन्हें सच्चाई पता लगी तो सभी हैरत में पड़ गए। 

    ये था पूरा मामला

    बड़ौली गांव में रहने वाले नरेश व रणबीर भाई हैं। दोनों के आठ साल व 10 साल के बेटे एक नंबर स्थित केएल दयानंद मेहता पब्लिक स्कूल की तीसरी व पांचवी कक्षा में पढ़ते हैं। नरेश की एक नंबर में वर्कशाप है। वह सुबह गांव बड़ौली से दोनों बच्चों को रोज स्कूल ले आता है। छुट्टी के बाद दोनों बच्चे पैदल वर्कशाप पर जाते हैं। यहां से नरेश इन्हें ट्यूशन लेकर जाता है और फिर बाद में गांव छोड़ आता है। 

    शुक्रवार दोपहर को स्कूल से छुट्टी के बाद बच्चे वर्कशॉप नहीं पहुंचे। नरेश को पता नहीं कैसे शक हुआ, वह बच्चों को ढूंढता हुआ सेक्टर-12 स्थित टाउन पार्क पहुंच गया। वहां दोनों बच्चे मिल गए। नरेश को देख सकपका गए। इसके बाद बच्चों ने नरेश के सामने एक कहानी सुना डाली। बताया कि जब वह स्कूल से आ रहे थे तो मार्केट में ईको वैन वाले ने उनका अपहरण कर लिया। 

    हाईवे पर बाटा पुल से उतरते समय रेड लाइट पर वह वैन से कूद गए। वैन में दो बच्चे और बेहोश पड़े थे। वह जैसे-तैसे टाउन पार्क में पहुंंच गए। उनके बैग भी वैन में ही रह गए। यह सुनकर नरेश ने इसकी सूचना पुलिस को दी। कोतवाली थाना प्रभारी संदीप ने बताया कि बच्चों से पूछताछ की गई तो उन्होंने सच्चाई बता दी। बच्चों ने अपने बैग टाउन पार्क में ही झाड़ी में छुपा दिए थे जो बरामद हो गए हैं। 

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