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विधानसभा चुनाव प्रत्याशी भी कर रहा था ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी, पुलिस ने किया गिरफ्तार

कोरोना काल में जहां एक ओर लोग जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं वहीं कुछ लोग ऐसे मौके पर कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसमें आम बदमाशों के अलावा खास और राजनीतिक लोग भी शामिल मिल रहे हैं।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Thu, 06 May 2021 04:02 PM (IST)Updated: Thu, 06 May 2021 04:02 PM (IST)
विधानसभा चुनाव प्रत्याशी भी कर रहा था ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी, पुलिस ने किया गिरफ्तार
विधानसभा का चुनाव लड़ चुका प्रत्याशी भी ऑक्सीजन सिलेंडरों की कालाबाजारी कर रहा था।

फरीदाबाद, जागरण संवाददाता। कोरोना काल में जहां एक ओर लोग जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं वहीं कुछ लोग ऐसे मौके पर कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसमें आम बदमाशों के अलावा खास और राजनीतिक लोग भी शामिल मिल रहे हैं। ऐसा ही एक मामला पुलिस की पकड़ में आया है जिसमें एक विधानसभा का चुनाव लड़ चुका प्रत्याशी भी ऑक्सीजन सिलेंडरों की कालाबाजारी कर रहा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है।

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क्राइम ब्रांच सेक्टर-17 ने आक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। बिजेंद्र मावी नाम का यह आरोपित नहरपार इंद्रा काम्प्लेक्स निवासी है। साल 2014 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में तिगांव सीट से विधानसभा चुनाव भी लड़ चुका है। आरोपित के पास से क्राइम ब्रांच ने टेंपो में 50 आक्सीजन सिलेंडर बरामद किए हैं। इनमें आठ भरे जबकि बाकी खाली हैं। क्राइम ब्रांच आरोपित से पूछताछ में जुटी है।

क्राइम ब्रांच सेक्टर-17 प्रभारी संदीप मोर ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि आरोपित आक्सीजन की कालाबाजारी कर रहा है। सूचना मिलने पर उन्होंने टीम गठित कर आरोपित के घर पर छापेमारी की। आरोपित बिजेंद्र मावी और उसका टेंपो भी वहीं मिला। टेंपो से आक्सीजन के सिलेंडर बरामद हो गए। क्राइम ब्रांच टीम ने जिला ड्रग इंस्पेक्टर संदीप गहलान को भी मौके पर बुला लिया।

आरोपित के खिलाफ ड्रग एंड कास्मेटिक्स एक्ट, महामारी अधिनियम सहित अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। क्राइम ब्रांच आरोपित से पूछताछ कर रही है। शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि आरोपित पहले औद्याेगिक ईकाइयाें में आक्सीजन की आपूर्ति करता था। कोरोना संक्रमण के चलते आक्सीजन आपूर्ति करने वाली सभी एजेंसियों को गैस मिलनी बंद हो गई। आरोपित के पास सिलेंडर पहले से हैं। वह किसी तरह सिलेंडरों में गैस भरवाकर कालाबाजारी कर रहा था। एक सिलेंडर 20 से 40 हजार रुपये में बेचा जा रहा था। क्राइम ब्रांच का कहना है कि आरोपित से अभी विस्तृत पूछताछ होना बाकी है।


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