फरीदाबाद में 48 घंटे बिजली गुल, अमौलिक सोसाइटी के निवासियों का चक्का जाम; जमकर की नारेबाजी
ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-85 स्थित अमौलिक संकल्प सोसाइटी के निवासियों ने 48 घंटे से बिजली गुल होने के कारण अमौलिक चौक पर जाम लगा दिया। निवासियों का आरोप है कि शिकायत करने पर भी बिजली विभाग और बिल्डर कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं। गर्मी में बिजली न होने से लोग परेशान हैं खासकर बच्चे और बुजुर्ग। निवासियों ने बिल्डर और अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। ग्रेटर फरीदाबाद सेक्टर-85 स्थित अमौलिक संकल्प सोसायटी के लोगों ने अमौलिक चौक जाम कर दिया है। 48 घंटे से बिजली सप्लाई प्रभावित होने से परेशान लोगों का जब गुस्सा फूटा तो मौके पर पुुलिस पहुंची। पुलिस के समझानेे-बुझाने के बाद भी लोग नहीं माने। नाराज लोग दोपहर दो बजे तक अमौलिक चौक पर रास्ता रोककर खड़े रहे। प्रदर्शन के कारण आवागमन प्रभावित रहा, जिससे राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ी।
अमौलिक संकल्प सोसायटी में दिसंबर 2024 में लोगों को पजेशन मिलना शुरू हुआ था। यहां 500 से अधिक फ्लैट्स हैं। लगभग सभी फ्लैट्स में लोग रहे हैं। आरोप है कि सोसायटी में 33 केवीए बिजली का आधारभूत ढांचा तैयार करने के लिए खरीदारों से पैैसे लिए गए। लेकिन 11 केवीए बिजली की सप्लाई की जा रही है। बैकअप के लिए लगाए गए डीजी सेट्स रात के समय बंद कर दिए जाते हैं। रात में गर्मी के कारण बुरा हाल हो रहा है। प्रतिदिन चार से पांच घंटे बिजली सप्लाई बाधित रहती है। गर्मी में सबसे ज्यादा दिक्कत बच्चों और बुजुर्गों को हो रही है।
शुक्रवार शाम से नहीं है बिजली, अधिकारी और बिल्डर बने अंजान
सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि शुक्रवार शाम को आई आंधी के कारण बिजली की सप्लाई प्रभावित हो गई थी। 41 डिग्री तापमान में बिजली 48 घंटों से बिजली की सप्लाई बंद है। शिकायत करने पर पर जेई, एसडीओ और ग्रेटर फरीदाबाद के कार्यकारी अभियंता सुनवाई नहीं कर रहे हैं। बिल्डर की ओर से भी कोई जवाब नहीं मिल पा रहा है। बिजली निगम और बिल्डर की लापरवाही का खामियाजा निवासियों को भुगतना पड़ा रहा है। लिफ्ट बंद होने के कारण बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को परेशानी हो रही ह
हर महीने मेंटेनेंस देने के बाद भी नहीं मिल रही सुविधाएं
महिलाओं ने बताया कि सोसायटी में हर महीने मेंटेनेंस के अलावा बिजली और पानी का बिल दे रहे हैं। लेकिन सुविधा नहीं मिल पा रही है। बिल्डर पार्किंग के लिए अलग से पैसे वसूलता है। मेंटेनेंस डिपार्टमेंट में शिकायत करने पर लोगों के साथ अभद्रता किया जाता है। सरकार से जिम्मेदार बिल्डर और अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। मेंटेनेंस शुल्क नहीं देने पर बिजली का कनेक्शन काट दिया जाता है। लिफ्ट भी बंद कर दी जाती है।
जनता की समस्या को लेकर गंभीर नहीं अधिकारी
समस्या के संबंध में बिजली निगम के कार्यकारी अभियंता पंकज से फोन और मैसेज के माध्यम से संपर्क किया गया। लेकिन न तो उन्होंने दोबारा फोन किया और न ही मैसेज का जवाब दिया। अधिकारियों के इस रवैया से साफ पता चल रहा है कि वह जनता की समस्या को लेकर कितने गंभीर हैं।
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