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    2 महीने पहले हत्या...पूछने पर बोले-लापता हो गई, अब 10 फुट गहरे गड्डे में मिला शव; वजह ने सबको चौंकाया

    Updated: Fri, 20 Jun 2025 05:07 PM (IST)

    फरीदाबाद के पल्ला इलाके में एक परिवार ने विवाहिता की हत्या कर दी और शव को घर के सामने गड्ढा खोदकर दफना दिया। घटना 23 अप्रैल को हुई थी जिसके बाद परिवार ...और पढ़ें

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    फरीदाबाद परिवार ने विवाहिता की हत्या कर शव को दफनाया। फाइल फोटो

    प्रवीन कौशिक, फरीदाबाद। पल्ला थाने के अंतर्गत रोशन नगर की गली नंबर एक में शुक्रवार सुबह हैरान कर देने वाला मामला सामने आया। यहां एक परिवार ने मिलकर दो माह पहले विवाहिता की हत्या कर दी।

    घर के सामने गली में अर्थमूवर से करीब 10 फुट गहरा गड्ढा खुदवाया और इसके अंदर शव को दफना दिया। घटना को अनजाम 23 अप्रैल को दिया गया था लेकिन तब परिवार ने विवाहिता के गुमशुदा होने की शिकायत पल्ला थाने में दर्ज करा दी थी।

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    हालांकि विवाहिता के मायके वाले लगातार शक जाहिर करते रहे। गड्ढे को लेकर भी सवाल खड़े किए लेकिन स्थानीय थाना व चौकी की पुलिस टीम ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। यही कारण रहा कि दफनाया हुआ शव दो महीने बाद निकाला जा सका है।

    अब पुलिस ने शुक्रवार सुबह नायब तहसीलदार जसवंत सिंह की निगरानी में गड्ढे को खुदवाकर शव बाहर निकाला। मृतका के ससुराल पक्ष के चार लोगों के खिलाफ हत्या सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

    पता चला है कि पुलिस ने मृतका के पति और ससुर को हिरासत में ले लिया है। पूछताछ जारी है। शुक्रवार दोपहर को मृतका के शव का पोस्टमार्टम बादशाह खान नागरिक अस्पताल में कराया गया। मूल रूप से पीते का नंगला, मैनपुरी उत्तर प्रदेश के रहने वाले भूप सिंह परिवार सहित रोशन नगर की गली नंबर एक में कई साल से रह रहे हैं।

    वह नवीन नगर में ही कपड़े की वर्कशॉप चलाते हैं। अरुण भी इनके साथ रहता है। परिवार में इनके एक बेटा अरुण सिंह, पत्नी सोनिया व बेटी काजल है। अरुण सिंह की शादी दो साल पहले मोहल्ला खेड़ा, शिकोहाबाद, फिरोजाबाद उत्तर प्रदेश की रहने वाले हाकिम की बेटी तन्नू कुमार से हुई थी।

    इनके कोई संतान नहीं है। हाकिम ने बताया कि बेटी को उसके ससुराल वाले खूब परेशान करते थे और दहेज लाने की मांग की जाती थी। उसे फोन पर बात नहीं करने देते थे। जबरन वीडियो बना ली जाती थी कि बेटी खुश है।

    जबकि बेटी को बात-बात पर टॉर्चर किया जाता था। इस कारण बेटी करीब सालभर अपने मायके में रही थी। बाद में पंचायत हुई तो बेटी को भेज दिया गया।

    शाम को गड्ढा खुदवाया, रात को भर दिया

    अरुण सिंह व उसके पिता ने 23 अप्रैल की शाम को अर्थमूवर मंगाई। घर के सामने गली में करीब 10 फुट गहरा सोख्ता गड्ढा खुदवाया। अगले दिन जब गड्ढा चिनाई के लिए मिस्त्री आया तो मौके पर गड्ढा मिट्टी से भरा हुआ था।

    पूछने पर परिवार ने कह दिया कि अब कुछ नहीं कराना है। तब आसपास के लोगों ने परिवार की इस हरकत पर शक जाहिर किया था। इसके दो दिन बाद ही पुलिस को सूचना दे दी कि तन्नू घर से लापता है। यह भी बताया कि वह मंदबुद्धि है।

    परिवार ने खूब चक्कर लगाए

    हाकिम और उसकी बेटी प्रीती ने बताया कि जब वह यहां आए तो गड्ढा देखा। तब शक जाहिर किया था और इस बारे में नवीन नगर पुलिस चौकी व पल्ला थाना पुलिस को बताया। कई चक्कर लगाए, पुलिस की मिन्नतें की कि मामले की गहनता से जांच की जाए।

    उन्होंने तन्नू की हत्या की आशंका उसी दिन जाहिर कर दी थी। लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। गड्ढा नहीं खुदवाया। अब करीब सप्ताहभर पहले ही उन्होंने किसी से सिफारिश कराई तो पुलिस ने जांच शुरू की। गड्ढा खोदा गया तो अंदर तन्नू का गला-सड़ा शव बरामद हुआ।

    शव दबाकर ऊपर डाल दी थी ईंटे

    अरुण व उसके स्वजन ने घटना को अनजाम देर रात दिया। 10 फुट गहरे गड्ढे में पहले शव को फेंका गया। इसके बाद ईंटे डाली और फिर मिट्टी से गड्ढा भर दिया। कोई यदि कोई गड्ढा खोदे तो ईंट देखकर वापस इसे भर दे। मोर्चरी के बाहर बिलखते हुए तन्नू की बहन प्रीती ने कहा कि यदि पुलिस पहले सुनवाई कर लेती तो बहन का शव दो महीने पहले मिल जाता।

    पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। वह जब भी पुलिस थाने जाते तो वह उसे 10-12 गुमशुदा लड़कियों की सूची दिखाकर कहते, बताओ किस-किसको ढूंढे। यहां से बहुत लड़कियां गायब हो रही हैं। पुलिस यही कहती कि तुम्हारी बेटी को जिंदा लाकर दूंगा। उधर नवीन नगर पुलिस चौकी प्रभारी प्रवेश कुमार का कहना है कि पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही थी। अब स्वजन ने गड्ढे पर शक जताया तो खोदाई की गई।