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    फरीदाबाद के नीमका कूड़ा केंद्र पर ग्रामीणों का विरोध, हड़ताल की धमकी; क्या है वजह?

    Updated: Mon, 03 Nov 2025 05:21 AM (IST)

    फरीदाबाद के नीमका गांव में प्रस्तावित कूड़ा निस्तारण केंद्र का ग्रामीणों ने विरोध किया है। पंचायत में पूर्व विधायक ललित नागर ने कहा कि केंद्र से लोगों के जीवन पर बुरा असर पड़ेगा। ग्रामीणों ने हवा और पानी दूषित होने की आशंका जताई है। 31 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है, जो मंत्रियों से मिलकर समाधान निकालने का प्रयास करेगी, अन्यथा हड़ताल की जाएगी। निगम ने 30 करोड़ का बजट तैयार किया है।

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    फरीदाबाद के नीमका गांव में प्रस्तावित कूड़ा निस्तारण केंद्र का ग्रामीणों ने विरोध किया है।

    जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। नीमका जेल से सटी हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की खाली पड़ी 25 एकड़ जमीन पर कूड़ा निस्तारण केंद्र बनाने का विरोध शुरू हो गया है। रविवार को नीमका गांव के स्टेडियम में हुई पंचायत में तिगांव, मिर्जापुर, मुजेड़ी, नवादा, बड़ौली, चंदावली, प्रहलादपुर, लहंडोला, घरोड़ा, जसाना, शाहबाद, भुआपुर, सदपुरा और फरीदपुर समेत कई गांवों के प्रतिनिधि शामिल हुए।

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    पूर्व विधायक ललित नागर और स्थानीय पार्षद भी ग्रामीणों के साथ शामिल हुए। नवादा गांव निवासी इमरत नागर ने पंचायत की अध्यक्षता की और चल रहे संघर्ष का नेतृत्व करने के लिए गठित समिति के प्रधान चुने गए।

    पूर्व विधायक ललित नागर ने कहा कि सरकार को इस केंद्र के निर्माण से पहले सोच-विचार करना चाहिए। इस केंद्र के निर्माण से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। वरिष्ठ नेता रणबीर चंदीला, महिपाल आर्य और सत्यपाल नरवत ने कहा कि अगर यह केंद्र यहां बना तो आसपास के कई किलोमीटर तक की हवा और पानी दूषित हो जाएगा।

    लोगों का सांस लेना मुश्किल हो जाएगा। बीमारियां फैलेंगी। लोग कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों का शिकार होने लगेंगे। तिगांव के हरिचंद नागर, रतिचंद मास्टर, हेम अधाना, खड़क सिंह चेयरमैन, राजबीर नागर, धर्मपाल और प्रताप ने भी अपना विरोध दर्ज कराया। नीमका जेल भी पास में ही स्थित है।

    इसमें लगभग 3,000 कैदी और सैकड़ों कर्मचारी हैं। उनका जीवन-यापन मुश्किल हो जाएगा। नीमका गाँव के पूर्व सरपंच जगबीर नागर ने बताया कि 31 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। यह समिति सबसे पहले केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल और राज्य मंत्री राजेश नागर से मुलाकात करेगी। अगर मामला नहीं सुलझा तो अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी।

    निगम ने बनाई योजना

    नगर निगम नीमका जेल से सटी 25 एकड़ ज़मीन लीज़ पर ले रहा है। निगम ने वहाँ केंद्र स्थापित करने के लिए 30 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया है। इसे मंज़ूरी के लिए सरकार को भेज दिया गया है। इसके बाद काम शुरू होगा।

    नगर निगम की योजना के अनुसार, शहर का कचरा जेल से सटी खाली ज़मीन पर डाला जाएगा। सूखा और गीला कचरा अलग-अलग किया जाएगा। गीले कचरे से गैस बनाकर पास के एनटीपीसी प्लांट को सप्लाई करने के लिए एक कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट लगाया जाएगा। एक प्रोसेसिंग यूनिट भी स्थापित की जाएगी। सीएंडडी कचरे के लिए एक प्लांट लगाया जाएगा, जिससे कम्पोस्ट खाद बनाई जाएगी। यानी कचरे का बड़े पैमाने पर सदुपयोग किया जा सकेगा।