Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Year Ender 2025: फरीदाबाद को शिक्षा के क्षेत्र में मिली कई उपलब्धियां, पर अधूरे प्रोजेक्ट्स ने किया मायूस

    Updated: Fri, 19 Dec 2025 06:45 PM (IST)

    वर्ष 2025 में फरीदाबाद के शिक्षा क्षेत्र में कई उपलब्धियां रहीं, जैसे NIT-5 के राजकीय कन्या विद्यालय का टॉप-10 स्कूलों में चयन। कुछ छात्रों ने NEET पर ...और पढ़ें

    Hero Image

    निभा रजक, फरीदाबाद। : वर्ष 2025 में शिक्षा के क्षेत्र में जिले को कई उपलब्धियां मिली। एनआइटी पांच के राजकीय कन्या विद्यालय का चयन देश के टाप-10 स्कूलों में हुआ। पूरे प्रदेश से एकमात्र फरीदाबाद के स्कूल ने लिस्ट में शामिल होकर जिला का गौरव बढ़ाया। राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक सेक्टर-28 के आकाश कुमार, प्रशांत वर्शनेय और रितंभरा कुमारी नीट की परीक्षा पास कर कोलकाता, पटना और रांची के मेडिकल कालेज से एमबीबीएस कर रहे हैं। हालांकि इस वर्ष भी कुछ अधूरी रह गई परियोजनाओं ने छात्रों को थोड़ा मायूस किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जेसी बोस विश्वविद्यालय के भवन विस्तार को लेकर नहीं मिल पाई एनओसी

    जेसी बोस विश्वविद्यालय में 2009 में कालेज से विश्वविद्यालय में परिवर्तित होने के बाद विभिन्न कोर्स भी स्थापित हुए और दाखिले भी तेजी से हुए। वर्ष 2014 में विश्वविद्यालय की विस्तार के लिए गुरूग्राम फरीदाबाद रोड पर 68 एकड़ जगह देखी गई, लेकिन यहां पर भवन विस्तार का काम पिछले 10 साल में शुरू नहीं हो पाया।

    नए भवन के लिए अगले साल का इंतजार

    पंडित जवाहर लाल नेहरू कालेज का सरकारी भवन इस साल तैयार नहीं हो पाया है। वर्ष 2019 में छह मंजिला भवन का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। अधिकारियों का दावा है कि 48 करोड़ की लागत से तैयार हो रहे छह मंजिला भवन को मार्च 2026 तक तैयार कर होगा।

    राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को भी नहीं मिला नया भवन

    900 से अधिक छात्रों की सुविधा के लिए वर्ष 2019 में एनआइटी पांच स्थित आइटीआइ के नए भवन का निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी द्वारा कार्य शुरू किया गया था। भवन निर्माण के लिए सात करोड़ रुपये का बजट जारी हुआ था। यह भवन दिसंबर 2025 में तैयार कर प्रबंधन को सौंपना था। छात्रों को वर्ष फरवरी 2026 तक नया भवन मिलने की उम्मीद है।

    आडिटोरियम का काम भी रह गया अधूरा

    खेड़ी गुजरान स्थित राजकीय महाविद्यालय को नया भवन दो वर्ष पहले मिला था। अभी सिर्फ 70 प्रतिशत ही काम पूरा हो सका है। 17.13 करोड़ की लागत से तैयार हो रहे ऑडिटोरियम तथा टीचिंग रूम को अप्रैल 2026 तक तैयार कर लिया जाएगा।

    कमियां

    • खेड़ी गुजरान स्थित राजकीय महाविद्यालय में इस वर्ष भी शुरू नहीं हो सका बीबीए कोर्स, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद से अनुमति का है इंतजार।
    • एनआइटी तीन स्थित राजकीय माडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के भवन का इस वर्ष भी शुरू नहीं हो सका निर्माण कार्य
    • सेक्टर-55 स्थित राजकीय माडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के 1500 से अधिक विद्यार्थियों को नए भवन का इंजतार, पूरे साल अधिकारियों की टेबलों पर घूमती रह गई फाइलें।
    • जिला में माडल संस्कृति स्कूलों की संख्या में नहीं हुई बढ़ोतरी
    • सेक्टर-23 स्थित राजकीय महाविद्यालय का निर्माण कार्य नहीं हो सका शुरू।

    उपलब्धियां

    • खेड़ी गुजरान स्थित राजकीय महाविद्यालय में एमए पालिटिकल साइंस कोर्स की हुई शुरुआत
    • सेक्टर-16 स्थित पंडित जवाहर लाल नेहरू कालेज को मिला माडल संस्कृति का दर्जा
    • सेक्टर-16 स्थित पंडित जवाहर लाल नेहरू कालेज में शुरू हुआ गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय का स्टडी सेंटर
    • तिगांव स्थित राजकीय कन्या विद्यालय को मिला पीएम श्री का दर्जा।
    • एनआइटी एक स्थित राजकीय बाल उच्च विद्यालय के विद्यार्थियों को मिला नया भवन, आयोजित होने लगी हैं कक्षाएं
    • सुषमा स्वराज राजकीय कन्या महाविद्यालय बल्लभगढ़ में शुरू हुए एमए पालिटिकल साइंस और बीए फिजिकल एजुकेशन तथा मैथेमेटिक्स
    • नचौली स्थित राजकीय महाविद्यालय में शुरू हुआ एमकॉम।

     

    • जिले में राजकीय महाविद्यालयों की संख्या 9
    • कुल विश्वविद्यालय : 6
    • सरकारी विश्वविद्यालय : 1

     

    • प्राइवेट विश्वविद्यालय : 6
    • सरकारी स्कूल : 378
    • मान्यता प्राप्त कुल प्राइवेट स्कूल : 1000 से अधिक
    • औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र: 9
    • मिशन बुनियाद के तहत बनाए गए केंद्र: छह
    • पालटेक्निक : दो

     

    शहर के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। शिक्षा विभाग की ओर से कमियों को खोजकर उनपर काम किया जा रहा है। सरकारी स्कूलों में नए भवनों को निर्माण कार्य कराया जा रहा है। सेक्टर-22 में बच्चों को नया भवन मिल गया है, जबकि सेक्टर-23 के स्कूल को अगले महीने नया भवन मिल जाएगा।

    -

    -डॉ. अंशु सिंगला, जिला शिक्षा अधिकारी।

    शहर के कॉलेजों में छात्रों की मांग के अनुसार नए कोर्स शुरू हुए हैं। जिनके आधार पर छात्रों को पढ़ाई के बाद रोजगार मिल सकेगा। कॉलेज में स्नातक और स्नातकोत्तर के नए कोर्स शुरू होने से छात्रों को दिल्ली-एनसीआर की ओर जाना नहीं पेड़गा। किसी भी देश की अर्थव्यवस्था वहां के शिक्षित लोगों पर निर्भर करती है। अगर हमारे युवा शिक्षित होंगे तो अपना काम को पूरी दक्षता के करेंगे।

    -

    -डॉ. रीतिका गुप्ता, जिला उच्चतर शिक्षा अधिकारी।

    image

    डॉ. रीतिका गुप्ता। जागरण

    क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

    पूर्व उच्चतर शिक्षा अधिकारी डॉ. सुनिधि ने बताया कि, शिक्षा के क्षेत्र के लिए वर्ष 2025 अच्छा रहा है। हमारे द्वारा बार-बार भेजी गई डिमांड के बाद शहर के कॉलेजों में सुविधाओं का विस्तार हुआ है। कुछ कॉलेजों में नए प्रोफेशनल कोर्स शुरू होने के बाद छात्रों की राह आसान हुई है।

    वहीं कुछ कॉलेजों में भवनों के निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है। इस वर्ष सेक्टर-23 स्थित राजकीय कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू होने था, लेकिन नहीं हो सका। फिलहाल सेक्टर-23 कॉलेज के विद्यार्थियों की कक्षाएं खेड़ी गुजरान के कॉलेज में आयोजित हो रही हैं।

    एक भवन में दो कॉलेजों के विद्यार्थियों की कक्षाएं आयोजित करने में शिक्षकों को भी परेशानी झेलनी पड़ती है। इसके अतिरिक्त सेक्टर-16 पंडित जवाहर लाल नेहरू कॉलेज शहर का सबसे पुराना और ज्यादा सीटों वाला कॉलेज है।

    यहां छह मंजिला भवन का निर्माण कार्य लंबे समय से चल रहा है। भवन बनने से सुविधाओं का और अधिक विस्तार होगा साथ ही नए कोर्स भी शुरू हो सकेंगे। कॉलेजों में इस बार भी प्राध्यापकों की नियुक्ति नहीं हो सकी है।

    67026395

    ऐसे में प्राध्यापकों पर अतिरिक्त कक्षाएं का बोझ है। जिससे प्राध्यापकों को भी परेशानी झेलनी पड़ती है। जल्दी कॉलेजों में प्राध्यापकों की भर्तियां होनी चाहिए। तभी विद्यार्थी बेहतर तरीके से पढ़ पाएंगे। इसके साथ एनईपी लागू होने के एक साल बाद भी किताबें नहीं प्रकाशित हो पाई हैं, जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

     

    मोहना कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए कनेक्टिविटी जरूरी है। यदि यह सुविधा बढ़ जाएगी तो हजारों विद्यार्थियों को राहत मिलेगी। ट्रांसपोर्ट की सुविधा नहीं होने के कारण छात्रों को परेशानी झेलनी पड़ती है। इसके अतिरिक्त जिला में लाइब्रेरी के लिए कोई जगह निर्धारित नहीं है।

    पहले पंडित जवाहर लाल नेहरू कॉलेज और अब राजकीय महिला महाविद्यालय में यह संचालित हो रही है। जिला की लाइब्रेरी में कोई भी व्यक्ति पढ़ सकता है। ऐसे में यह लाइब्रेरी कॉलेज की बजाय ऐसे स्थान पर होनी चाहिए जहां व्यक्ति आसानी से पहुंच सके।

    कॉलेज में स्पोर्ट्स की प्रैक्टि्स के लिए व्यवस्था होनी चाहिए। साथ कॉलेजों में कंप्यूटर लैब को दुरुस्त करने की आवश्यकता है। कॉलेजों में सुविधाएं बढ़ेंगी तभी विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास होगा। शिक्षा को लेकर शहर में शुरू हुए प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा करना चाहिए। क्योंकि इसका लाभ सीधा हमारे छात्रों को मिलेगा। हालांकि इस वर्ष कॉलेजों की स्थिति में सुधार हुआ है, लेकिन और ज्यादा काम होना चाहिए था।