कारों के 'दिल' पर आया चोरों का दिल
हरेंद्र नागर, फरीदाबाद ईसीएम (इंजन कंट्रोल मॉड्यूल) को कार का दिल कहा जाता है, क्यों ...और पढ़ें

हरेंद्र नागर, फरीदाबाद
ईसीएम (इंजन कंट्रोल मॉड्यूल) को कार का दिल कहा जाता है, क्योंकि इसी से कार का इंजन नियंत्रित होता है। आजकल कारों के इस दिल पर चोरों का दिल आया हुआ है। चोर घरों के बाहर खड़ी कारों को निशाना बना रहे हैं और उनसे ईसीएम पार्ट्स चोरी कर फरार हो रहे हैं।
सराय ख्वाजा, सेक्टर-31, ओल्ड फरीदाबाद, सेंट्रल, एसजीएम नगर, एनआईटी, कोतवाली और सूरजकुंड इलाके से ईसीएम चोरी हो चुकी हैं। हाल में ऐसी ही एक घटना ओल्ड फरीदाबाद में हुई है। सेक्टर-18 निवासी हरी शंकर सिंघल ने पुलिस को बताया कि बृहस्पतिवार रात में उन्होंने अपनी कार घर के बाहर खड़ी की थी। सुबह उठकर देखा तो कार का शीशा टूटा हुआ था। चेक करने पर पता चला कि कार से ईसीएम पार्ट गायब था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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पिछले दिनों हुई कुछ वारदातें:
6 अगस्त
-सेक्टर 28 निवासी राजेश नारंग ने शुक्रवार रात को अपनी वर्ना कार घर के बाहर पार्क की थी। रात 2:45 बजे चौकीदार ने उनको जगाया और कार से ईसीएम व अन्य सामान चोरी होने की जानकारी दी।
- सेक्टर 19 निवासी कृष्ण कुमार ने रोजाना की तरह रात 10 बजे कार को अपने मकान के सामने पार्क कर दिया था। सुबह उठे तो देखा कि कार की बाई साइड की खिड़की का शीशा टूटा हुआ था। चेक करने पर कार की बैट्री व ईसीएम पार्ट्स गायब मिला।
1 अगस्त
- सेक्टर-37 निवासी र¨वद्र ने रात के समय अपनी आइ-20 कार घर के बाहर खड़ी की थी। सुबह जब वह उठे और कार के पास गए तो देखा कि दरवाजे का शीशा टूटा हुआ था। चेक किया तो अंदर से बैटरी और ईसीएम पार्ट गायब था।
- सराय ख्वाजा निवासी मेराज खालिद ने बताया कि रात को उन्होंने अपनी वर्ना कार घर के बाहर खड़ी की थी। सुबह उठकर देखा तो कार के दरवाजे का शीशा टूटा हुआ था। कार में से बैटरी व ईसीएम पार्ट गायब था। बाद में उन्हें पता चला कि उनके पड़ोसी अधीर कुमार और विकास गर्ग की कारों से भी चोरों ने शीशा तोड़कर बैटरी व ईसीएम पार्ट चोरी कर लिए।
-ओल्ड फरीदाबाद खत्री वाडा निवासी नितिन शर्मा ने अपनी आइ-20 कार घर के बाहर खड़ी की थी। सुबह उठकर देखा तो कार का शीशा टूटा हुआ था। कार में से बैटरी व ईसीएम पार्ट गायब था। इसके अलावा नितिन शर्मा के दो पड़ोसियों की कार से भी ईसीएम और बैटरी गायब थीं।
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क्यों चोरी होते हैं कारों के ईसीएम: दरअसल कारों का ईसीएम एक महंगा पुर्जा है। अलग अलग कारों में इसकी कीमत 12 हजार से 80 हजार रुपये तक है। यह इंजन के पास ही लगा होता है। एक्सपर्ट चोर इसे बड़ी आसानी से दो से तीन मिनट के अंदर चोरी कर लेते हैं। इस पार्ट को बेचने पर चोरों को मोटी रकम मिल जाती है। वहीं ईसीएम पार्ट्स चूंकि कार का एक पुर्जा मात्र है, ऐसे में इनकी बरामदगी के लिए पुलिस भी ज्यादा हाथ पांव नहीं मारती।
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वारदात का तरीका:
यह गिरोह लगातार वारदातें नहीं करता, बल्कि एक साथ दो से तीन वारदातें करता है, फिर कुछ दिनों के लिए शांत बैठ जाता है। जनवरी से अब तक करीब 60 कारों से ईसीएम पार्ट चोरी हो चुके हैं। ईको की ईसीएम सबसे ज्यादा चोरी हुई है, क्योंकि इस कार में ईसीएम निकालना अन्य कारों के मुकाबले आसान है।
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कहां खपाते हैं ईसीएम पार्ट:
कई वर्ष पूर्व अपराध जांच शाखा ने ईसीएम पार्ट चोरी करने वाला गिरोह काबू किया था। उस गिरोह ने ईसीएम प्लेट को दिल्ली के मायापुरी बाजार, जामा मस्जिद बाजार और स्थानीय कार बाजारों में बेचना कबूल किया था। ये बाजार कारों के सेकेंड हैंड पार्ट्स बेचने के लिए मशहूर हैं।
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इस गिरोह को काबू करने के लिए हमारी टीमें सक्रिय हैं। यह गिरोह जल्द पकड़ में आ जाएगा। बैटरी और ईसीएम महंगे बिकते हैं। ऐसे में चोरों की इन पर नजर रहती है। लोगों को चाहिए कि वे कारों को सुरक्षित जगह पर पार्क करें। कारों में सेफ्टी लॉक व अलार्म लगवाएं।
- राजेश चेची, एसीपी क्राइम।

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