नगर निगम की लेखा शाखा में आग, उठ रहे सवाल
जागरण संवाददाता फरीदाबाद नगर निगम की लेखा शाखा में रविवार तड़के आग लगने से कई फाइलें जल गई हैं। हैरानी ये कि जिस कमरे में फाइलें जली हैं वहां रखी कुर्सी अन्य फर्नीचर तथा डस्टबिन को आंच तक नही आई है।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : नगर निगम की लेखा शाखा में रविवार तड़के आग लगने से कई फाइलें जल गई हैं। हैरानी ये कि जिस कमरे में फाइलें जली हैं, वहां रखी कुर्सी, अन्य फर्नीचर तथा डस्टबिन को आंच तक नही आई है। आग लगने के कारणों का अभी तक स्पष्ट रूप से कुछ पता नहीं चल सका है, मगर अंदेशा जताया जा रहा है कि गड़बड़ी वाली फाइलों को जलाने के मकसद से ये आग लगाई गई है। बताया जा रहा है कि आग लगने की घटना लेखा शाखा के जिस कमरे में हुई है, उसी कमरे में भुगतान के लिए चेक बनाए जाते थे और वहीं विकास कार्यों से जुड़े रिकार्ड भी रखे गए थे।
निगमायुक्त डा.यश गर्ग ने मामले की गंभीरता को लेते हुए निगम के अतिरिक्त आयुक्त इंद्रजीत के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है। कमेटी में एनआइटी के संयुक्त आयुक्त प्रशांत अटकान तथा मुख्य अभियंता टीएल शर्मा को शामिल किया गया है। यह जांच कमेटी सोमवार शाम तक आग लगने के कारणों के बारे निगमायुक्त को रिपोर्ट देगी। वैसे लेखा शाखा कार्यालय के बाहर सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं। निगम की जांच कमेटी कैमरों का भी रिकार्ड खंगालेगी कि तड़के कहीं किसी कर्मचारी ने जाकर कमरे में फाइलों को नष्ट तो नहीं किया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता योगेश ढींगड़ा ने भी आग के कारणों की निष्पक्ष जांच की मांग की है। ढींगड़ा ने आशंका जताई कि आग लगी नहीं, बल्कि लगवाई गई है।
गड़बड़झाले के चलते चर्चा में है शाखा
पिछले दिनों गड़बड़झाले के आरोप में ही निगम के लेखा अधिकारी विशाल कौशिक को निलंबित किया गया है। कई पार्षदों ने पांच मार्च की नगर निगम सदन की बैठक में भी भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया था। बैठक में पार्षद दीपक चौधरी, महेंद्र सिंह तथा सुरेंद्र सिंह ने लेखा शाखा के अधिकारियों पर सीधा-सीधा गड़बड़ी का आरोप लगाया था। इन तीनों पार्षदों ने पिछले तीन वर्षों में अलग-अलग वार्डाें में किए गए कार्यों और भुगतान का ब्यौरा नगर निगम से मांगा था। शाखा अधिकारियों की ओर से पूरा ब्यौरा नहीं दिया गया। दीपक चौधरी ने ही अब आग लगने की घटना पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आशंका जताई कि ऐसा लगता है कि आग लगाकर कुछ खास फाइलों को नष्ट किया गया है। इस मामले की जांच होनी चाहिए।
रिकार्ड की पहले से चल रही थी जांच
सीएम विडो पर एक शिकायत आई थी कि अकाउंट शाखा की ओर से कई ठेकेदारों को काम के बदले अधिक भुगतान किया गया है। 30 करोड़ के काम के बदले करीब 80 करोड़ रुपये के भुगतान की शिकायत थी। निगमायुक्त डा.यश गर्ग के आदेश पर संयुक्त आयुक्त प्रशांत अटकान, मुख्य अभियंता टीएल शर्मा तथा क्षेत्रीय कर अधिकारी, मुख्यालय रतनलाल रोहिल्ला की कमेटी मामले की जांच कर रही थी। कमेटी ने सारा रिकार्ड तलब किया हुआ था। यह रिकार्ड जांच कमेटी तक पहुंचता, इससे पहले ही आग की घटना सामने आ गई।
वर्जन..
अभी साफ तौर से नहीं कहा जा सकता कि आग किसी ने लगाई है या शार्ट सर्किट से लगी है। सोमवार को जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। जांच रिपार्ट मिलने पर पुलिस में मामला दर्ज कराए जाने के बारे में विचार होगा।
-डा.यश गर्ग, निगमायुक्त।
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