रौनक होगी आज भगवान के दरबार में, एक फरिश्ता पहुंचा है जमीं से आसमान में
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन का शोक सोशल साइट्स पर भी छाया रहा। कवि हृदय अटल बिहारी वाजपेयी को श्रृद्धांजलि देने के लिए लोगों ने कविता और शेर ओ शायरी का सहारा लिया। इस दौरान कई सोशल साइट्स पर कई हृदयस्पर्शी कविताएं पढ़ने को मिलीं। सोशल साइट्स पर लोगों द्वारा दी गई श्रृद्धांजलि की कुछ झलकियां।
हरेंद्र नागर, फरीदाबाद : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन का शोक सोशल साइट्स पर भी छाया रहा। कवि हृदय अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों ने कविता और शेर ओ शायरी का सहारा लिया। इस दौरान कई सोशल साइट्स पर कई हृदयस्पर्शी कविताएं पढ़ने को मिलीं। सोशल साइट्स पर लोगों द्वारा दी गई श्रद्धांजलि की कुछ झलकियां। फेसबुक पर मनमोहन गुप्ता लिखते हैं..मौत खड़ी थी सर पर..इसी इंतजार में थी.ना झुकेगा ध्वज मेरा..15 अगस्त के मौके पर..तू ठहर इंतजार कर..लहराने दे बुलंद इसे..मैं एक दिन और लड़ूंगा..मौत तेरे से..मंजूर नही है कभी मुझे..झुके तिरंगा स्वतंत्रता के मौके पे..
-क्या कहूं कैसे कहूं, कैसा ²श्य पटल है इस सत्य को कैसे भूलूं कि मृत्यु भी अटल है।।
मेरी श्रद्धांजलि..
- एसके दलाल, प्रधान हसला, फरीदाबाद राजनीति के दलदल में तुम सा कोई कमल कहां, तुम सा गंभीर, तुम सा सशक्त, तुम सा कोई अटल कहां।।
- मनीष कुमार मृत्यु अटल है, यह ना टलेगी, पर अटल की कमी, सदा ही खलेगी, यह भारत रत्न तब तक, चमकता रहेगा, जब तक यह ईश्वर की सृष्टि चलेगी।।
-नरेंद्र मोहन मिश्रा और कोई होता तो लड़ लेते, क्या करें मृत्यु भी तो अटल है।
-धर्मेंद्र फागना सही मायने में आजाद भारत के राष्ट्रपिता आप जैसा न कोई था, न है, और ही कभी होगा आपके सम्मान में लिखा कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं।
-देवराज देव बड़ी रौनक होगी आज भगवान के दरबार में एक फरिश्ता पहुंचा है, जमीं से आसमान में..
-शिवम शर्मा
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