जांच का शिकंजा कसते ही छात्रों में मची अफरा-तफरी, Al-Falah University की मान्यता पर तलवार के बाद तेज हुआ पलायन
अल-फलाह यूनिवर्सिटी की मान्यता पर तलवार लटकने के बाद छात्रों में अफरा-तफरी मच गई है। अनियमितताओं की जांच शुरू होने से छात्रों में डर का माहौल है और वे यूनिवर्सिटी से पलायन कर रहे हैं। मान्यता रद्द होने की आशंका के चलते छात्र अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं।

यूनिवर्सिटी के लॉन में खाली पड़ी कुर्सियां। जागरण
जागरण संवाददाता फरीदाबाद। अल फलाह यूनिवर्सिटी पर ईडी और यूजीसी का शिकंजा कसता देख अब छात्रों की चिंता बढ़ने लगी है। शुक्रवार को कश्मीर, बठिंडा, बरेली सहित उप्र के आसपास के छात्रों के स्वजन उन्हें लेने पहुंचे। यूनिवर्सिटी से शुक्रवार को 40 कारें नियमित अंतराल में बाहर निकलती रहीं, जिसमें छात्र अपने अभिभावकों संग नजर आए।
यूनिवर्सिटी से बाहर आए एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के दो छात्रों ने कहा कि अब तो कुछ ही समय में उनका डाक्टरी का कोर्स पूरा हो जाता। हम सुनहरे भविष्य के सपने बुन रहे थे। इंटर्नशिप पूरी होते ही नौकरी लग जाती, लेकिन अब जो हालात हैं, उससे भविष्य अधर में लटकता नजर आता है और जिस तरह से ईडी द्वारा जल्द जांच शुरू करने एवं बृहस्पतिवार से यूनिवर्सिटी की मान्यता रद होने की तलवार लटकने संबंधी सूचनाएं आ रही हैं और कहीं ऐसा हो गया तो फिर उनका कोर्स बीच में ही रुक जाएगा।
अपने बच्चों को लेकर जा रहे कुछ छात्रों के अभिभावकों से जब यह जानने की कोशिश की गई कि कितने दिन की छुट्टी ली है और कब वापस आएंगे तो उन्होंने यही जवाब दिया कि अभी तो माहौल ठीक नहीं है। आगे देखते हैं कि किस तरह का माहौल बनता है, उसके बाद ही कोई निर्णय लेंगे।
पूछताछ से चिंतित कश्मीरी छात्र
कश्मीर के कुछ छात्रों को चिंता यह भी है कि जांच एजेंसी लगातार यूनिवर्सिटी में डेरा डालते हुए हैं और किसी न किसी से पूछताछ हो ही रही है। तीन दिन पहले कुछ छात्रों को जांच एजेंसी पूछताछ के लिए ले भी गई थी। सूत्रों के अनुसार जिन्हें अब छोड़ दिया गया है।
एक-दूसरे को देख छुट्टियों के लिए आवेदन करने वालों से यूनिवर्सिटी प्रबंधन हैरान-परेशान नजर आ रहा है। यूनिवर्सिटी सूत्रों के अनुसार प्रबंधन छात्रों पर यह दबाव डाल रहा कि लंबी छुट्टियों के लिए आवेदन न करें। प्रबंधन छात्रों के अभिभावकों को यह समझाने का प्रयास कर रहा है कि इस घटना से यूनिवर्सिटी का सीधे तौर पर कोई लेना देना नहीं है और उन्हें आश्वस्त भी कर रहा है कि भविष्य को लेकर कोई खतरा नहीं है, पर फिलहाल छात्र रुकने के मूड में नहीं हैं।
आतंकियों डा.मुजम्मिल व डा.शाहीन एवं मस्जिद के इमाम मोहम्मद इश्तियाक की गिरफ्तारी और दिल्ली में लाल किले के बाहर आइ-20 कार में सवार होकर धमाका करते हुए मारा गया आतंकी उमर का सीधा संबंध यूनिवर्सिटी से जुड़ने के बाद केंद्र सरकार भी गंभीर हुई है और गृह मंत्री ने यूनिवर्सिटी की पाई-पाई का हिसाब होने की बात कही है।

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