Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    देवर-भाभी थे ट्रेन से कटने वाले

    By JagranEdited By:
    Updated: Sat, 27 May 2017 05:14 PM (IST)

    जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : असावटी-बल्लभगढ़ रेलवे लाइन के बीच बृहस्पतिवार को ट्रेन के आगे आकर खुद

    देवर-भाभी थे ट्रेन से कटने वाले

    जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : असावटी-बल्लभगढ़ रेलवे लाइन के बीच बृहस्पतिवार को ट्रेन के आगे आकर खुदकशी करने वाला प्रेमी जोड़ा आपस में देवर-भाभी लगते थे। दोनों मूलरूप से लक्खी सराय बिहार के रहने वाले थे। छह दिन पहले दोनों साथ रहने के उद्देश्य से भाग आए थे। ऐसी आशंका है कि बदनामी के कारण दोनों ने आत्महत्या कर ली। पहचान के अभाव में उनके शव राजकीय बादशाह खान अस्पताल के शवगृह में रखे थे। दोनों के परिजनों के फरीदाबाद पहुंचने पर उनकी पहचान हुई। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    राजकीय रेलवे पुलिस के सहायक उपनिरीक्षक विश्वास कुमार ने बताया कि महिला की पहचान गांव कन्नहरपुर, थाना पीपरिया, लक्खी सराय बिहार निवासी लवली (22 वर्ष) और युवक की पहचान गांव ज्वास, थाना बढैया लक्खी सराय बिहार निवासी लल्लन (25 वर्ष) के रूप में हुई। लल्लन महिला लवली के पति गोपाल का ममेरा भाई है। इस नाते से लल्लन का गोपाल के घर पर आना जाना था। वहीं उसकी दोस्ती लवली से हो गई। दोनों के बीच प्रेम प्रसंग हो गया। लोकलाज के चलते वह आपस में शादी नहीं कर सकते थे। ऐसे में छह दिन पहले दोनों बिहार से भाग आए थे। असावटी गैस प्लांट के पास दोनों ने बृहस्पतिवार को ट्रेन के आगे आकर जान दे दी थी। ट्रेन के आगे आने से पहले दोनों ने खुद को एक दुपट्टे से बांध लिया था। राजकीय रेलवे पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पहचान की कोशिश शुरू कर दी थी।

    इस तरह हुई पहचान

    जांच अधिकारी एएसआइ विश्वास कुमार ने बताया कि लल्लन का चाचा रणजीत ¨सह दिल्ली में रहता है। वहीं लवली का एक रिश्तेदार तिलपत फरीदाबाद में रहता है। ऐसे में लल्लन के पिता बृजेश ¨सह को अंदाजा था कि दोनों भागकर दिल्ली या फरीदाबाद गए होंगे। उन्होंने दिल्ली व फरीदाबाद पुलिस को दोनों के बारे में सूचना दे दी थी। एएसआइ विश्वास ने घटना की सूचना जब फरीदाबाद कंट्रोल रूम को दी तो वहां से पता चला कि बिहार से एक प्रेमी जोड़े के फरीदाबाद पहुंचने की सूचना है। इस पर विश्वास कुमार ने लल्लन के पिता से संपर्क किया और उन्हें लल्लन के शव की फोटो भेजी। उन्होंने उसकी पहचान कर ली। इसके बाद दोनों के परिवार के सदस्य फरीदाबाद पहुंचे और पोस्टमार्टम के बाद शवों को लेकर बिहार रवाना हुए।