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    कला,संस्कृति और सभ्यता का संगम है सूरजकुंड मेला : सुषमा

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    Updated: Sat, 13 Feb 2016 08:09 PM (IST)

    बिजेंद्र बंसल, फरीदाबाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले को कला ...और पढ़ें

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    बिजेंद्र बंसल, फरीदाबाद

    विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले को कला, संस्कृति और सभ्यता का संगम बताया। उन्होंने कहा कि अब इसमें भारत के सभी राज्यों की ही नहीं बल्कि प्रमुख देशों की कला, संस्कृति और सभ्यता का संगम देखने को मिलता है। शनिवार शाम सूरजकुंड मेले में आई विदेश मंत्री ने न सिर्फ विभिन्न राज्यों के लोक कलाकारों के कला प्रदर्शन देखे बल्कि जापान, अफगानिस्तान और नेपाल के पवेलियन में जाकर वहां की हस्तशिल्प कला के बारे में जानकारी ली। इस मौके पर उनके साथ मिस्त्र के राजदूत हातिम तगलेबिल सहित राज्य के पर्यटन मंत्री रामबिलास शर्मा, राज्य कर्मचारी चयन आयोग की सदस्य वंदना शर्मा, मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा, विधायक मूलचंद शर्मा, प्रदेश भाजपा महासचिव संदीप जोशी, जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा, मूलचंद मित्तल, अजय गौड़, ओमप्रकाश रक्षवाल, डा.आरएन ¨सह व मनमोहन गुप्ता मौजूद थे।

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    सुषमा स्वराज ने दर्शकों को संबोधित करते हुए कहा कि 30वें सूरजकुंड हस्तशिल्प से उनका अलग लगाव है क्योंकि यह मेला उनकी जन्मभूमि हरियाणा में लग रहा है और इसका थीम स्टेट तेलंगाना है। जहां के लोग उन्हें जन्म मां कहकर पुकारते हैं। उन्होंने मिस्त्र की संस्कृति को प्राचीन बताते हुए कहा कि उसमें भारतीय संस्कृति की झलक दिखती है। उन्होंने बताया कि वे जब मिस्त्र के दौरे पर गईं थीं तो वहां के कलाकारों ने उनके समक्ष हरियाणवी नृत्य प्रस्तुत किया। उन्होंने मिस्त्र के राजदूत की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि उन्हें बड़ी खुशी है कि अगले साल मेले की पार्टनर कंट्री मिस्त्र होगा। स्वराज ने सुझाव दिया कि उन्हें बड़ी खुशी होगी कि मिस्त्र के पवेलियन में वहां के पिरामिड भी मेले में आने वाले दर्शकों को देखने को मिलें।

    पर्यटन मंत्री रामबिलास शर्मा ने इस मौके पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का स्वागत करते हुए कहा कि मेले में उनके आगमन से यह मेला धन्य हो गया। उन्होंने श्रीमती स्वराज को बताया कि राज्य सरकार ने पंचायत चुनाव में शैक्षणिक योग्यता तय करके 64 फीसद पंच निर्विरोध चुनवाने का रिकार्ड कायम किया है। मेले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के आने पर केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर कहीं नहीं दिखाई दिए। हालांकि गुर्जर को सुषमा का पुराना समर्थक माना जाता है।