रेल सेवा का ये कैसा नवीनीकरण, 35 मिनट के सफर में लग रहे डेढ़ से दो घंटे; ट्रेन की स्पीड सिर्फ 30-35 KM
जानिए कैसे रेल सेवा के नवीनीकरण ने यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी है। भिवानी से कालका जाने वाली एक्सप्रेस गाड़ी अब अपने गंतव्य तक पहुँचने में 40 मिनट ज्यादा समय ले रही है। वहीं भिवानी से रोहतक जाने वाली गाड़ियाँ भी डेढ़ से दो घंटे की देरी से चल रही हैं। जानिए यात्रियों का क्या कहना है इस पूरे मामले पर।

सुरेश मेहरा, भिवानी। रेल सेवा का नवीनीकरण यात्रियों के लिए सुविधाजनक कब साबित होगा इसका इंतजार है। कोरोना काल से पहले जहां गाड़ियां अपने गंतव्य तक एक घंटा लेती थी, अब वही गाड़ियां पैसेंजर से एक्सप्रेस तो हुई पर गंतव्य तक समय की बचत नहीं हुई। बात भिवानी से चल कर कालका जाने वाली एक्सप्रेस गाड़ी की हो चाहे भिवानी से रोहतक जाने वाली रेल गाड़ियों की हो। इन मार्गों पर गाड़ियां अपने गंतव्य तक दो-दो घंटे तक देरी से पहुंच रही हैं।
भिवानी-कालका एक्सप्रेस रेलगाड़ी का सुबह 4:30 बजे भिवानी से चलती है। पानीपत में इसका ठहराव 40 मिनट का होता था जो अब दो मिनट कर दिया गया है। ऐसे में यह गाड़ी 40 मिनट पहले अंबाला पहुंचने की बजाय पहले वाले समय सुबह 9:30 बजे ही पहुंचती है।
यही हाल भिवानी से रोहतक तक सफर का है। यूं कहें कि भिवानी रोहतक के बीच का 44 किलोमीटर का सफर एक्सप्रेस गाड़ी से लगभग 35 से 40 मिनट में पूरा होना चाहिए था वह डेढ से दो घंटे में पूरा हो रहा है। कहने को एक्सप्रेस गाड़ियों की औसत स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा है पर समय के हिसाब से औसत स्पीड 35 किलोमीटर ही बन रही है।
एक्सप्रेस गाड़ियां डोभभाली, लाहली, बामला और आउटर पर रोकी जा रहीं : यात्रियों का कहना है कि एक्सप्रेस गाड़ियां डोभभाली, लाहली, बामला और आउटर पर रोकी जा रही हैं जबकि यहां ठहराव नहीं हैं। ये स्टापेज भी यात्रियों के समय की बर्बादी कर रही हैं। अपने गंतव्य पहुंचने में यात्रियों को ज्यादा समय लग रहा है।
भिवानी से रोहतक तक पहुंचने में ये गाड़ियां ले रहीं समय
गोरखधाम सुपरफास्ट भिवानी से रोहतक तक का समय लेती है 1 घंटा 30 मिनट, किराया है 45 रुपये- भिवानी-रोहतक पैसेंजर भिवानी से रोहतक का समय लेती है एक घंटा 25 मिनट किराया है 20 रुपये- हरिद्वार एक्सप्रेस भिवानी से रोहतक का समय लेती है एक घंटा 55 मिनट और किराया है 30 रुपये- भिवानी से कालका एक्सप्रेस का पानीपत में ठहराव 40 मिनट की बजाय दो मिनट किया पर गंतव्य तक पहुंचने का समय कम नहीं हुआ।
यात्री बोले- समय की बचत और सुगम यात्रा दे रेलवे
नवीनीकरण से पहले भिवानी से रोहतक तक की यात्रा ज्यादा से ज्यादा एक घंटे में पूरी हो जाती थी। कहीं दोहरीकरण पर काम हो रहा है। इसके अलावा अन्य सुविधाएं भी बढ़ाने के दावे किए जा रहे हैं पर सच तो यह है कि गंतव्य तक का समय घटने की बजाए बढ़ गया है।
-एडवोकेट सूरज चंद्र अग्रवाल, दैनिक यात्री
कहने को गाड़ियों का विद्युतीकरण किया गया है। इसके अलावा पैसेंजर से एक्सप्रेस गाड़ियां बना दी गई हैं। एक्सप्रेस और सुपरफास्ट नाम से नहीं उसके अनुसार गाड़ियों की स्पीड और परिणाम भी हो तो बात बने। रेलवे ऐसी व्यवस्था करे कि यात्रियों की यात्रा सुगम हो और समय की बचत भी हो।
-अशोक शर्मा, बवानीखेड़ा, दैनिक यात्री
भिवानी से रोहतक चलने वाली रेलगाड़ियां मात्र 44 किलोमीटर के सफर को डेढ से दो घंटे में पूरा कर रही हैं जबकि यह सफर मुश्किल से 35 से 40 मिनट का है। इसके लिए रेलवे को स्लाट बनाने की उचित व्यवस्था करने की जरूरत है। यात्रियों की मांग है कि व्यवस्था में सुधार किया जाए।
-हरीश गोस्वामी, सदस्यरेल उपभोक्ता सलाहकार समिति बीकानेर
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