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    'शव के पास सात-आठ कुत्ते, मैं भागकर...', टीचर मनीषा की लाश देखने वाले चश्मदीद ने क्या बताया?

    भिवानी में शिक्षिका मनीषा की मौत का मामला सीबीआई को सौंपा गया है। पुलिस से केस ट्रांसफर होने के बाद सीबीआई टीम अब जांच करेगी कि यह आत्महत्या थी या कुछ और। मनीषा का अंतिम संस्कार ढाणी लक्ष्मण गांव में हुआ जहाँ मनीषा अमर रहे के नारे लगे। सीबीआई टीम भिवानी आकर पुलिस से मीटिंग करेगी और मामले की जानकारी लेगी।

    By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Fri, 22 Aug 2025 11:07 AM (IST)
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    टीचर मनीषा की लाश देखने वाले चश्मदीद ने क्या बताया (File Photo)

    जागरण संवाददाता, भिवानी। हरियाणा में शिक्षिका मनीषा की मौत मामले की गुत्थी अभी भी नहीं सुलझी। यह केस पुलिस से सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया है। अब सीबीआई की टीम जांच कर पता लगाएगी कि मनीषा ने सुसाइड किया था या उसने आत्महत्या की थी।

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    बीते वीरवार मनीषा का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। सुबह करीब आठ बजे गांव ढाणी लक्ष्मण में अंतिम संस्कार हुआ। इस बीच सैकड़ों की संख्या में लोग जुटे, जिन्होंने मनीषा अमर रहे के नारे लगाए।

    इस प्रकरण में आज सीबीआई टीम भिवानी आ सकती है। पुलिस से मीटिंग मनीषा की मौत मामले की जांच सीबीआई के पंचकूला मुख्यालय को देने की बात सामने आ रही है।

    सूत्रों के अनुसार दो सदस्यीय सीबीआई टीम शुक्रवार को भिवानी आ सकती है। टीम सबसे पहले पुलिस के साथ मीटिंग कर इस केस के तथ्यों के बारे में रिपोर्ट और अन्य डिटेल जुटाएगी।

    चश्मदीद ने बताया कैसी थी शव की हालत

    शव के पास सात-आठ कुत्ते थे, मैं भागकर ही उनसे बचा मैं सिंघानी गांव के पवन के खेत में हिस्सेदारी पर खेती संभालता हूं। सबसे पहले खेत में युवती(मनीषा) के शव को मैंने ही देखा था।

    दरअसल 13 अगस्त की सुबह करीब साढ़े छह बजे मैं लंबे अंतराल के बाद खेत संभालने गया था। सरसों के खेत में जहां शव था वहां सात-आठ कुत्तों का झुंड मौजूद था। मैं माजरा समझने के लिए उनके पास जाने लगा तो कुत्ते मुझ पर झपट पड़े।

    मैं मुश्किल से बचकर वहां से भागा। आधा किलोमीटर दूर जोहड़ी वाले पुल पर पहुंचकर ही बच पाया। तब मैंने सोचा था कि बकरी पालक सत्यवान या मुर्गा फार्म वालों ने मृत जानवर यहां डाले हैं। मैंने सत्यवान को फोन किया तो उसने अपना कोई पशु मरने से इन्कार कर दिया। फिर मैंने पवन को बुला लिया। हम दोनों खेत में गए तो शव युवती का होने का पता चला। हमने तभी पुलिस को फोन किया। डायल 112 की पुलिस पहुंची। युवती का शव किस हालत में था ये मैंने नजदीक जाकर नहीं देखा। ये भी बाद में पता चला वो ढाणी लक्ष्मण गांव की थी। मैंने लोहारू थाना और सीआइए को बयान दो-दो बार दर्ज करा दिए हैं। (-जैसा कि शव सबसे पहले देखने वाले सिंघानी के ईश्वर सिंह ने ढिगावा मंडी के हमारे संवाद सूत्र मदन श्योरान को बताया)

    विस सत्र आज से, सदन में गूंजेगा

    मनीषा का मामला हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार से आरंभ हो रहा है। इसमें सरकार पर कानून व्यवस्था का हवाला देकर विपक्ष हमलावर रहेगा। हालांकि मनीषा के अंतिम संस्कार के बाद ये मुद्दा सरकार ने छीना है। लेिकन विपक्ष इसे हर हाल में सदन में उठाएगा।