अचानक 20 प्रतिशत तक बढ़े सब्जियां के दाम, थाली से गायब होने लगी टमाटर की लाली
चरखी दादरी में खुदरा बाजार में सब्जियों के दाम 20% तक बढ़ने से रसोई का बजट बिगड़ गया है, खासकर टमाटर के दाम आसमान छू रहे हैं। गृहिणियां सोच-समझकर सब्जियों का इस्तेमाल कर रही हैं। दुकानदारों का कहना है कि शादियों के सीजन और फसलें नष्ट होने से आपूर्ति प्रभावित हुई है। खुदरा और थोक बाजार में 10-20% का अंतर है। स्थानीय आपूर्ति शुरू होने पर दाम कम हो सकते हैं।

सब्जियों के दाम बढ़ने से रसोई का बजट बिगड़ा।
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी। पिछले दो सप्ताहों के दौरान रिटेल बाजार में सब्जियों के दामों में 20 प्रतिशत तक इजाफा होने से गृहणियों के लिए रसोई प्रबंधन करना मुश्किल होता जा रहा है। विशेषकर टमाटर के भाव तो आसमान को छू रहे हैं। ऐसे में सब्जियों से बनने वाले खाने का जायका भी प्रभावित होने लगा है। टमाटर के साथ साथ आलू, प्याज, मटर, गाजर, धनिया, घीया, टिंडा, पेठा इत्यादि सभी सब्जियों के दामों में कम या अधिक वृद्धि हुई है।
आमतौर पर पिछले सालों तक यह देखने में आ रहा था कि सर्दियां शुरू होने, तापमान गिरने का सिलसिला शुरू होने के साथ ही सब्जियों के दाम गिरने लगते थे। लेकिन इस बार स्थिति विपरित बनी दिखाई दे रही है। कुछ दुकानदारों ने कहा कि इन दिनों वैवाहिक सीजन के चलते, बाहर से आपूर्ति होने वाली सब्जियों की मांग बढ़ने के कारण दाम बढ़ रहे हैं। लेकिन यह स्थिति अस्थाई है। अगले महीने तक दामों में काफी कमी आ सकती है।
क्या कहती हैं गृहणियां
दादरी नगर की महिलाएं रमेश कुमारी, पूनम, शशीबाला, कमलेश, मोनिका इत्यादि ने बताया कि अब उन्हें काफी सोच समझकर सब्जियों का रसोइयों में इस्तेमाल करना पड़ रहा है। विशेषकर टमाटर के भाव तो पहुंच से बाहर हो चुके हैं। इसलिए वे अपनी पसंद का खाना भी नहीं बना पा रही हैं। उन्होंने कहा कि सब्जियों के दामों में पिछले महीने गिरावट आई थी। लेकिन एक बार पुन: स्थिति विपरित बन गई है।
क्या कहते हैं दुकानदार
स्थानीय पुरानी सब्जी मंडी जिसे रिटेल बाजार के रूप में माना जाता रहा है वहां के दुकानदार नवीन सैनी, सिकंदर, वीरेंद्र, अनिल, रमेश, अनूप सिंह इत्यादि ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से वैवाहिक सीजन के चलते सब्जियों के दाम प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा सब्जियों की कुछ फसलें ऐसी हैं जो पिछले दिनों यहां नष्ट हो गई थी। उनकी आपूर्ति समीप के व दूर दराज के राज्यों से की जा रही है। जिस वजह से सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी हुई है। लोकल सप्लाई शुरू होने के बाद दाम काफी कम हो सकते हैं।
रिटेल और थोक बाजार में अंतर
दादरी की नई सब्जी मंडी में सब्जियों का थोक बाजार होता है। अधिकतर रिटेल विक्रेता, स्टालों, रेहड़ियों वाले भी नई सब्जी मंडी से सब्जियां लेकर आते हैं। नई सब्जी मंडी और रिटेल बाजार में 10 से लेकर 20 प्रतिशत तक दामों में अंतर देखा जा सकता है। कुछ लोग सुबह-सुबह नई सब्जी मंडी पहुंचकर खरीददारी करते हैं।
लेकिन नई मंडी शहर से काफी दूर होने के कारण आम आदमी वहां तक नहीं पहुंच पाता। वहीं दूसरी ओर रिटेल दुकानदारों का कहना है कि नई सब्जी मंडी से सब्जियां खरीदकर लाने में किराये के साथ साथ दूसरे खर्चे भी लगते हैं। इसके अलावा कुछ प्रतिशत सब्जियां खराब भी हो जाती हैं। इस वजह से दामों में बढ़ोतरी स्वाभाविक है।
सब्जियां के दाम
सब्जियां - आज के भाव - दो सप्ताह पहले के भाव
टमाटर - 80 - 40
आलू - 25 - 20
प्याज - 25 - 20
हरी मटर - 100 - 80
टिंडा - 60 - 30
गाजर - 35 - 30
हरी मिर्च - 60 - 40
गोभी - 40 - 30
पालक - 40 - 30
नींबू - 60 - 60
मेथी - 40 - 30
हरा धनिया - 100 - 60
घीया - 40 - 20
करेला - 60 - 40
पेठा - 35 - 25
बंदगोभी - 40 - 30
बैंगन - 40 - 30
मूली - 25 - 20
नोट : भाव रिटेल बाजार के प्रति किलोग्राम हैं।

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