बस स्टैंड पर पहली बार फूलों की बहार, रोहतक जेल से लाए फूल महका रहे हैं परिसर
आपने देश-प्रदेश के बस स्टैंड का दौरा किया या दैनिक आवागमन में कहीं पर बस में यात्रा की हो तो बस स्टैंड का नाम आते ही भारी भीड़ व खाली पड़ी जगह पर पुराने ...और पढ़ें

पवन शर्मा, बाढड़ा :
आपने देश-प्रदेश के बस स्टैंड का दौरा किया या दैनिक आवागमन में कहीं पर बस में यात्रा की हो तो बस स्टैंड का नाम आते ही भारी भीड़ व खाली पड़ी जगह पर पुराने बसों के खस्ता टायर नजर आएंगे। लेकिन पहली बार प्रदेश में एक ऐसा बस स्टैंड बना है जो यात्रियों के लिए सेल्फी प्वाइंट बन गया है। बाढड़ा कस्बे के सतनाली रोड पर मिनी बस स्टैंड पर रोहतक जेल से लाए गए फूलों की बनी बगिया से अलग ही छटा बनी है। जिससे हर समय सुगंधित वातावरण बना रहता है और यात्रियों का ध्यान आकर्षित होता है। विद्यार्थी यहां पर सेल्फी लेते नजर आते हैं। बस स्टैंड पर केवल बसों के लिए बने परिसर को ही पक्का किया गया है। शेष कच्चे प्रांगण में सारा दिन धूल उड़ती रहती है। छह माह पूर्व जहां उबड़-खाबड़ रेतीले क्षेत्र को हरा भरा बनाने के लिए तत्कालीन महाप्रबंधक धनराज कुंडू ने रोहतक जेल के वरिष्ठ अधीक्षक सुनील सांगवान से उनसे यहां पर नई प्रजातियों के पौधे लगाने की अपील की। रोहतक जेल ने उसी समय आइस फ्लावर, करंडुला समेत आधा दर्जन अलग अलग किस्मों के पौधे व दो कर्मियों को भेजा। जिन्होंने पौधे रोपित किए तथा रोडवेज विभाग के कर्मचारियों के सहयोग से बगिया बनाई। बस स्टैंड पर जाने वाले दैनिक यात्री व विद्यार्थी भिन्न भिन्न प्रजातियों के आकर्षक व खुशबूदार फूलों की बहार देख कर प्रसन्न हो जाते हैं। बस स्टैंड का परिसर किसी चमन की तरह नजर आ रहा है। पिछले छह से चार माह के समय में ही बस स्टेंड परिसर में ऐसे शानदार पार्क और पगडंडियां विकसित हो गई हैं कि यहां के मनभावन नजारे देख कर पर्यटन स्थल जैसा महसूस होता है। रखा जा रहा विशेष ध्यान
बाढड़ा बस स्टैंड प्रभारी सत्येंद्र सहरावत ने बताया कि डिपो परिसर में लगाए गए पौधों का कर्मचारी विशेष ख्याल रख रहे हैं और पहले सर्दी से बचाया गया और अब आगामी समय में गर्मी से बचाव के लिए हाइटेक तकनीकी से सिचाई की जाएगी। इन पौधों पर फूल आने के बाद परिसर में अलग ही महक मिलेगी।
अलग ही है इन फूलों की महक: सांगवान
रोहतक जेल के वरिष्ठ अधीक्षक सुनील सांगवान ने दूरभाष पर बताया कि उनके यहां फल पौधों की महक अलग ही है। छह माह पहले तत्कालीन रोडवेज महाप्रबंधक धनराज कुंडू की अपील पर उन्होंने रोहतक जेल से फूलों के पौधे बाढड़ा मिनी बस स्टैंड के लिए भेजे। रोडवेज विभाग कर्मचारियों की मेहनत और जेल स्टाफ के सहयोग से यहां अलग ही छटा नजर आ रही है।

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