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    तीज महोत्सव : हरियाणवीं लोक संस्कृति का प्रतीक है तीज पर्व : एसडीएम संजय

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 31 Jul 2022 12:04 AM (IST)

    हरियाली तीज घर में बेटी-बहूओं के लिए नई खुशियां लेकर आती हैं। तीज हमारी लोक संस्कृति के प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह बात एसडीएम संजय कुमार ने गांव कारी धारिणी में तीज मेले का अवलोकन करते हुए कही। हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन तथा विकास एवं पंचायत विभाग की ओर से शनिवार को गांव कारी धारणी बौंद कलां व रानीला में दो दिवसीय लोक महोत्सव का आयोजन शुरू हुआ है। एसडीएम ने कहा कि सदियों से हरियाणा प्रदेश में तीज महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। तीज पर्व की रंगत हमारे घर की बहू-बेटियों पर देखते ही बनती है जब वे झूला झूलने के लिए पींग बढ़ाती हैं। गांवों में बड़े-बूढ़े वृक्षों के मोटे डालों पर झूले बांधे जाते हैं और सभी सखियां झूला झूलती गीत गाती हुईं एक मनोरम दृश्य आंखों के सामने बिखेर देती हैं।

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    तीज महोत्सव : हरियाणवीं लोक संस्कृति का प्रतीक है तीज पर्व : एसडीएम संजय

    जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : हरियाली तीज घर में बेटी-बहूओं के लिए नई खुशियां लेकर आती हैं। तीज हमारी लोक संस्कृति के प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह बात एसडीएम संजय कुमार ने गांव कारी धारिणी में तीज मेले का अवलोकन करते हुए कही। हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन तथा विकास एवं पंचायत विभाग की ओर से शनिवार को गांव कारी धारणी, बौंद कलां व रानीला में दो दिवसीय लोक महोत्सव का आयोजन शुरू हुआ है। एसडीएम ने कहा कि सदियों से हरियाणा प्रदेश में तीज महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। तीज पर्व की रंगत हमारे घर की बहू-बेटियों पर देखते ही बनती है जब वे झूला झूलने के लिए पींग बढ़ाती हैं। गांवों में बड़े-बूढ़े वृक्षों के मोटे डालों पर झूले बांधे जाते हैं और सभी सखियां झूला झूलती गीत गाती हुईं एक मनोरम दृश्य आंखों के सामने बिखेर देती हैं। यह दिन हमारे लिए खास है और इसी खुशी में हरियाणा सरकार ने उपमंडल स्तर पर इस त्योहार को मनाने का फैसला लिया है। जिसमें स्वयं सहायता समूह की सैंकड़ों महिलाएं अपने उत्पाद बनाकर उनकी प्रदर्शनी लगा रही हैं। जिला परिषद के सीईओ कुशल कटारिया ने बताया कि दादरी में शनिवार को हर्षोल्लास से तीज महोत्सव का शुभारंभ किया गया। इसमें करीब 150 स्वयं सहायता समूहों ने भागेदारी की। इस मेले का मकसद तीज उत्सव के साथ ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं के बनाए गए उत्पादों की प्रदर्शनी लगाना और उनको प्रोत्साहन देना है। खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी सुभाष शर्मा, रोशनलाल श्योराण, ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला प्रबंधक शिवांशु मिश्रा, दीपक गौतम, एबीपीओ वरूण सिवाच इत्यादि आयोजन में अपना योगदान दे रहे हैं। इस अवसर पर महिलाओं के बीच संगीत व मेंहदी प्रतियोगिता करवाई गई। रविवार को भी मटका दौड़ व चम्मच दौड़ करवाई जाएगी। लोक महोत्सव में महिलाएं अपने समूह के उत्पादन पापड़, अचार, मंगोड़ी, खिलौने, मुड्डे, दरियां, बोईए, चूडिय़ां, माला इत्यादि का प्रदर्शन कर रही हैं। कुछ ने बर्फी, लड्डू, जलेबी, चाट-पकौड़ी इत्यादि मिठाईयां व नमकीन बनाईं हैं। महिलाओं ने इस मौके पर झूला झूलने का भी आनंद लिया। गांव कारी धारणी के राजकीय विद्यालय में आयोजित तीज उत्सव में सुमन मेंहदी में व सुदेश संगीत में प्रथम रही। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं ने इन मेलों में जमकर खरीददारी की।

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