पशु तस्करी में पकड़े गए बीमार पशुओं को मिलेगी उपचार की स्थायी सुविधा
अब सामान्य पशुओं की तरह ही पशु तस्करी के दौरान पकड़े जाने वाल

जागरण संवाददाता, भिवानी : अब सामान्य पशुओं की तरह ही पशु तस्करी के दौरान पकड़े जाने वाले बीमार पशुओं को न केवल उपचार की स्थायी सुविधा मिलेगी। उनको रहने के लिए आसरा भी मिलेगा। इन पशुओं को नंदीशाला के पास ही जगह मुहैया करवाई जाएगी। जिला प्रशासन ने इसके लिए योजना तैयार कर ली है। इसे शीघ्र ही अमलीजामा पहनाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि देर-सवेर पशु तस्करी की घटनाएं सामने आती हैं। बीमार पशुओं को तुरंत प्रभाव से उपचार करवाने में पशुपालन विभाग को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ता है। दूसरी ओर पुलिस विभाग के समक्ष भी इन पशुओं को सही जगह पर भेजना एक चुनौती बनती है। ऐसे में जिला प्रशासन ने पशु क्रूरता निवारण कमेटी के तहत कारगर कदम उठाया है। योजना के तहत शहर में नंदीशाला के पास एक अस्थायी बाड़ा बनाया जाएगा, जहां पर इन बीमार पशुओं को रखा जाएगा। ---------------- बाड़े के लिए बनाया जाएगा शेड बीमार पशुओं को रखने के लिए शेड का निर्माण करवाया जाएगा, जिस पर करीब 15 लाख रुपए खर्च होंगे। यह निर्माण नगर परिषद द्वारा करवाया जाएगा पर राशि पशुपालन विभाग द्वारा जारी की जाएगी। फिलहाल इसका एस्टीमेट तैयार करवाया जा रहा है। -------------
पशु चिकित्सकों की लगेगी ड्यूटी बीमार पशुओं को उपचार देने के लिए पशुपालन विभाग द्वारा पशु चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई जाएगी, जो यहां पर किसी भी समय बीमार पशुओं का ईलाज करेंगे। इसके लिए विभाग द्वारा रूपरेखा तैयार की जा रही है। नंदीशाला के पास ही यह सेंटर बनने से पशुपालन विभाग को भी परेशानी नहीं होगी। यहां पर पशुपालन विभाग से चिकित्सकों की ड्यूटी रहती है। -------------
बैठक में पशुपालन विभाग को दिए जा चुके हैं जरूरी निर्देश इस बारे में उपायुक्त आरएस ढिल्लो ने बताया कि इस बारे में पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की जा चुकी है, जिसमें विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे पशु तस्करी के दौरान पकड़े गए बीमार पशुओं के उपचार के लिए स्थायी सुविधा प्रदान करें। बीमार पशुओं के उपचार के लिए जिला प्रशासन हर संभव कौशिश कर रहा है। नगर परिषद द्वारा करवाया जाएगा शेड का निर्माण: एसडीओ पशुपालन विभाग के एसडीओ डा. प्रदीप कुमार ने बताया कि उपायुक्त आरएस ढिल्लो के निर्देश पर इस योजना पर कार्य शुरु कर दिया गया है। एस्टीमेट बनवाया जा रहा है और इसे जल्द ही नगर परिषद के पास भेजा जाएगा ताकि शेड का निर्माण जल्द से जल्द हो सके। इसके बनने के बाद पशु तस्करी के दौरान पकड़े गए बीमार पशुओं के ईलाज के लिए स्थायी जगह बन जाएगी, जिससे पशुपालन विभाग को भी सुविधा होगी।
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