मनीषा मौत मामला में नया अपडेट, अब पंचायत ने लिया फैसला; CBI को चेतावनी और धरने की तारीख का एलान
भिवानी के गांव ढाणी लक्ष्मण में शिक्षिका मनीषा की मौत के मामले में सीबीआई जांच में देरी पर ग्रामीण आक्रोशित हैं। पंचायत में 30 नवंबर को उपवास रखने का निर्णय लिया गया। ग्रामीणों ने सीबीआई से जांच रिपोर्ट जल्द सौंपने और दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। मनीषा के पिता ने न्याय की गुहार लगाई है। सीबीआई ने 3 सितंबर से जांच शुरू की थी।
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मनीषा मौत मामला में पंचायत ने लिया फैसला। फोटो जागरण
संवाद सूत्र, ढिगावा मंडी (भिवानी)। गांव ढाणी लक्ष्मण निवासी शिक्षिका मनीषा की मौत मामले में मंगलवार को गांव में हुई पंचायत में निर्णय लिया गया कि सीबीआइ जल्द जांच रिपोर्ट दे नहीं तो 30 नवंबर को ग्रामीण एक दिन का उपवास रखकर विरोध जताएंगे। पंचायत में मांग की गई सीबीआई ने जांच पूरी कर ली है तो मनीषा मामले की जांच स्वजन को भी सौंपे।
पंचायत में गांव ढाणी लक्ष्मण सहित आसपास के गांवों से लोग शामिल हुए। पंचायत का आयोजन गांव के मेन चौक पर हुआ। इसमें किसान नेता सुरेश कोथ, शहीद भगतसिंह क्लब के अध्यक्ष मोनू तालु, सुबे सिंह सरपंच कारी मोद, किसान नेता नरेश पहाड़ी, राजकुमार हड़ौदी, अनिल मोटु काकड़ोली, बिंटू करनाल, सरपंच जयसिंह, पूर्व सरपंच अणत राम, पूर्व सरपंच शम्भू, जितेन्द्र आदि आस पास के सैंकड़ों लोग मौजूद रहे। पंचायत की अध्यक्षता गांव के पूर्व सरपंच अंतराम ने की।
पंचायत में मनीषा के पिता संजय ने हाथ जोड़ कर ग्रामीणों से गुहार लगाई कि बेटी को न्याय दिलाएं। संजय ने कहा कि यह पंचायत जांच में तेजी लाने के लिए हो रही है। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी को न्याय दिलाया जाए। काफी समय हो गया, लेकिन सीबीआइ भी अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई। पंचायत के माध्यम से जांच में तेजी लाने और दोषियों को उजागर करके गिरफ्तार करने की मांग रखी गई है। पंचायत में चर्चा के बाद फैसला लिया गया कि 30 नवंबर को गांव में सांकेतिक धरना और एक दिन का उपवास किया जाएगा।
ग्रामीणों की मांग है कि सीबीआई जांच कहां तक पहुंची है, इस पर जानकारी दी जाए। तीन सितंबर से सीबीआइ कर रही जांच केस सीबीआइ को सौंपने के बाद दिल्ली सीबीआइ की टीम पहली बार तीन सितंबर को भिवानी पहुंची थी। इसके बाद सीबीआइ की टीम ने स्थानीय पुलिस से रिकार्ड लिया। इसके बाद हत्या और अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया।
वहीं इसके बाद मनीषा केस से जुड़े लोगों, जिनमें पुलिस के जांच अधिकारी, मृतका के पिता, मनीषा के प्ले स्कूल संचालक, नर्सिंग कालेज संचालक, चश्मदीद, खेत मालिक, दवा विक्रेता आदि से पूछताछ की। वहीं दिल्ली से स्पेशल एफएसएल टीम बुलाकर साक्ष्य जुटाए। ताकि मामला स्पष्ट हो सके अब पिछले कुछ दिन से सीबीआइ की टीम दिल्ली गई हुई है।

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