मनीषा मौत मामला: तथ्यों की जांच में जुटी CBI, रेस्ट हाउस में स्कूल कर्मचारी तलब; अब बहुत जल्द होगा खुलासा
भिवानी में शिक्षिका मनीषा की मौत के मामले में सीबीआई ने जांच तेज कर दी है। प्ले स्कूल के स्टाफ से पूछताछ की जा रही है। परिवार वाले जांच में ढिलाई का आरोप लगा रहे हैं लेकिन सीबीआई जल्द खुलासे का दावा कर रही है। मनीषा का शव नहर के पास मिला था जिसके बाद हत्या के आरोप लगे थे और सीबीआई जांच की मांग की गई थी।

जागरण संवाददाता, भिवानी। शिक्षिका मनीषा की मौत मामले में अब सीबीआइ तथ्यों की जांच में जुटी है। सीबीआइ ने प्ले स्कूल के स्टाफ को अपने रेस्ट हाउस में बनाए कार्यालय में ही बुलाकर बयान कलमबद्ध किए। मामले की जांच अब अंतिम चरण में बताई जा रही है, इधर स्वजन मामले की जांच में ढिलाई और प्रशासन पर मामले को बिगाड़ने के आरोप लगा रहे हैं।
ऐसे में अब जल्द ही मामले का खुलासा हो सकता है। शिक्षिका मनीषा का करीब दो माह पहले 13 अगस्त को सिंघानी में नहर के पास शव मिला था। तीन सितंबर को सीबीआइ ने जांच शुरू की थी। बीच में करीब 11 दिन के ब्रेक के बाद बीते सोमवार से सीबीआइ टीम ने आगे की जांच शुरू की। टीम भिवानी आते ही मृतका के घर पहुंची और स्वजन से बातचीत की।
अब टीम कुछ आशंकित तथ्यों की रेस्ट हाउस में रहकर ही जांच कर रही है और केस से जुडे़ लोगों को यहीं बुलाया जा रहा है। सीबीआइ टीम ने प्ले स्कूल जहां मनीषा पढ़ाती थी, वहां की दो महिला कर्मचारियों को बुलाकर उनके बयान कलमबद्ध किए।
उनसे मनीषा के व्यवहार, आने-जाने के समय और उस दिन के व्यवहार के बारे में पूछताछ कर बयान दर्ज किए। मृतका के पिता संजय कुमार मामले में ढिलाई से नाराज हैं। उनका कहना है कि मामले में बहुत ढिलाई बरती जा रही है। वे चाहते हैं कि बेटी को न्याय मिले, सीबीआइ से उन्हें न्याय की उम्मीद है।
जल्द हो सकता है मामले में खुलासा
सीबीआइ मामले में लगभग हर पहलू से जांच कर चुकी है। टीम स्वजन से, प्ले स्कूल संचालक, स्टाफ से पूछताछ, नर्सिंग कालेज में पूछताछ के अलावा खाद-बीज दुकानदार देवेंद्र, बकरी पालक सतपाल, खेत मालिक पवन, साझेदार ईश्वर से पूछताछ कर चुकी है। सेंट्रल फारेंसिक साइंस लैबोरेट्री ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की थी। अब जांच आखिरी चरण में है और मामले में जल्द ही खुलासा हो सकता है।
यह है मामला
प्ले स्कूल की शिक्षिका ढाणी लक्ष्मणवासी मनीषा 11 अगस्त को स्कूल में पढ़ाने गई थी, मगर वापस नहीं लौटी। स्वजन ने उसकी काफी तलाश की और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने अगले दिन 12 अगस्त को गुमशुदगी का केस दर्ज किया। 13 अगस्त को मनीषा का शव सिंघानी गांव में नहर किनारे मिला। गले पर चोट के निशान देख स्वजन ने हत्या के आरोप लगाए।
नागरिक अस्पताल में चिकित्सकों के बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया। मगर स्वजन ने शव लेने से इंकार करते हुए कहा कि पहले आरोपितों की गिरफ्तारी करें। स्वजनों की मांग पर पीजीआइ रोहतक में चिकित्सकों के बोर्ड ने दोबारा पोस्टमार्टम किया, विसरा जांच करवाई गई।
इसमें सामने आया कि शरीर में जहरीला पदार्थ है। स्वजन ने धरना दिया और एम्स दिल्ली में पोस्टमार्टम और सीबीआइ जांच की मांग की। प्रदेश सरकार ने ये दोनों मांगें मानीं। इसके बाद 21 अगस्त को गांव में ही शव का अंतिम संस्कार किया गया।
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