मनीषा मौत मामला: दर्जनों लोगों से पूछताछ के बाद अब किस पर शक? सीन रिक्रिएट से खुलेगा राज; जांच में फोरेंसिक साइंस की एंट्री
शिक्षिका मनीषा की मौत की जांच में सीबीआई सक्रिय है। टीम ने सिंघानी गांव में घटनास्थल पर सीन रिक्रिएट किया और फॉरेंसिक टीम के साथ जांच की। निलंबित पुलिसकर्मी और गवाहों से दोबारा पूछताछ हुई। मनीषा के पिता नर्सिंग कॉलेज पर सवाल उठा रहे हैं जिसकी भी जांच की जा रही है। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है और सीबीआई मामले की तह तक जाने में जुटी है।

जागरण संवाददाता, भिवानी/ढिगावा मंडी। शिक्षिका मनीषा मौत मामले की जांच में जुटी सीबीआइ टीम ने शुक्रवार को सिंघानी गांव में शव मिलने वाले स्थान पर सीन रिक्रिएट किया। शुक्रवार को सेंट्रल फारेंसिक साइंस लैबोरेट्री की 15 सदस्यीय टीम भी पहुंची और ढाई घंटे तक शिक्षिका मनीषा का शव मिलने वाले स्थान पर करीब ढाई घंटे तक जांच की गई।
इस दौरान सीबीआइ टीम ने मौके पर ही केस के शुरुआत में स्वजनों की शिकायत पर सस्पेंड की गई महिला पुलिस कर्मी शकुंतला को भी बुलाया। बकरी पालक सतपाल, खेत मालिक पवन, साझेदार ईश्वर को भी वहां बुलाकर पूछताछ की और सीन रिक्रिएट किया। सभी से 13 अगस्त से संबंधित सारी बातचीत दोबारा की गई।
शिक्षिका मनीषा मौत मामले की जांच कर रही सीबीआइ टीम ने वीरवार देर रात करीब साढे़ 12 बजे तक नर्सिंग कालेज में जांच की थी। यहां संचालक से पूछताछ की गई। मृतका मनीषा के पिता संजय कुमार के अनुसार, मनीषा इसी कालेज में नर्सिंग कोर्स के बारे में जानकारी लेने की बात कहकर घर से निकली थी।
इसी कालेज के पास से अक्सर मनीषा बस में बैठकर अपने घर जाती थी। मृतका के पिता संजय कुमार लगातार नर्सिंग कालेज पर सवाल उठा रहे हैं। सीबीआइ टीम ने आइडियल आइटीआइश् आइडियल इंटरनेशनल स्कूल, आइडियल नर्सिंग कॉलेज, आइडियल वेटरनरी कालेज की वीडियो बताते हुए फोटोग्राफी भी की थी।
शुक्रवार को दोपहर बाद करीब साढे़ तीन बजे सीबीआइ टीम सिंघानी गांव पहुंची। उनके साथ इस बार करीब करीब 15 सदस्यीय सेंट्रल फारेंसिक साइंस लैबोरेट्री की टीम भी रही। इस दौरान डीएसपी तोशाम दलीप कुमार, लोहारू डीएसपी संजीव कुमार भी मौजूद रहे। टीम सायं छह बजे तक वहां जांच करती रही, जिसके बाद वापस भिवानी लौट गई।
यह है मामला
प्ले स्कूल की शिक्षिका ढाणी लक्ष्मण वासी मनीषा 11 अगस्त को स्कूल में पढ़ाने गई थी मगर वापस नहीं लौटी। स्वजन ने उसकी काफी तलाश की और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने अगले दिन 12 अगस्त को गुमशुदगी का केस दर्ज किया। 13 अगस्त को मनीषा का शव सिंघानी गांव में नहर किनारे मिला।
गले पर चोट के निशान देख स्वजन ने हत्या के आरोप लगाए। नागरिक अस्पताल में चिकित्सकों के बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया। मगर स्वजन ने शव लेने से इंकार करते हुए कहा कि पहले आरोपितों की गिरफ्तारी करें। स्वजनों की मांग पर पीजीआइ रोहतक में चिकित्सकों के बोर्ड ने दोबारा पोस्टमार्टम किया व विसरा जांच करवाई गई।
इसमें सामने आया कि शरीर में जहरीला पदार्थ है। स्वजन ने धरना दिया और एम्स दिल्ली में पोस्टमार्टम और सीबीआइ जांच की मांग की। प्रदेश सरकार ने ये दोनों मांगें मानीं। इसके बाद 21 अगस्त को गांव में ही गमगीन माहौल में शव का अंतिम संस्कार किया गया।
तीन सितंबर को दिल्ली से सीबीआइ टीम इंस्पेक्टर विवेक के नेतृत्व में जांच के लिए भिवानी पहुंची। पिछले आठ दिन से सीबीआइ की टीम मामले की जांच में जुटी है। मृतका के पिता संजय कुमार, प्ले स्कूल संचालक, खाद-बीज दवा विक्रेता देवेंद्र, बकरी पालक सतपाल से बातचीत कर उनके बयान दर्ज कर चुकी है।
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