Manisha Death Case: शव के पास मिला था कवर, लेकिन फोन का नहीं लगा ठिकाना; क्या मनीषा के मोबाइल में छिपा है राज?
भिवानी में शिक्षिका मनीषा की मौत के मामले में सीबीआई ने डायल 112 के पुलिस कर्मियों से पूछताछ की है। मनीषा का फोन अभी भी लापता है, जिससे मामले में रहस्य गहरा गया है। परिजनों ने पुलिस पर असहयोग और झूठ बोलने का आरोप लगाया है। सीबीआई ने मामले की गहन जांच की है और जल्द खुलासे की उम्मीद है। परिजनों का कहना है कि उनकी बेटी की हत्या हुई है।

शिक्षिका मनीषा मौत मामला: सीबीआई जांच में तेजी, पुलिस कर्मियों से पूछताछ जारी।
जागरण संवाददाता, भिवानी। शिक्षिका मनीषा की मौत के मामले में सीबीआई ने शुरुआत में रहे डायल 112 के पुलिस कर्मचारियों से पूछताछ की और उनके बयान दर्ज किए। वहीं मामले में मनीषा के फोन को लेकर सभी चुप्पी साधे हैं। मनीषा के फोन का पीछे का कवर शव के पास ही मिला था मगर फोन नहीं मिला था।
इसके लिए पुलिस ने नहर बंद करवाकर सर्च अभियान भी चलाया था। उस दौरान फोन के कुछ हिस्से नहर में मिलने की बात कही गई थी, मगर फोन अभी तक भी सामने नहीं आया है। फोन से इस मामले के कई राज खुल सकते हैं। मृतका के स्वजन भी ये आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस ने इस केस को उलझाया है और सहयोग नहीं कर रहे हैं।
प्ले स्कूल की शिक्षिका मनीषा की मौत के मामले को दो महीने बीत गए हैं। शिक्षिका का 13 अगस्त को सिंघानी में नहर के पास शव मिला था। केस मिलने के बाद तीन सितंबर को सीबीआई ने जांच शुरू की थी। सीबीआई ने पिछले दिनों कुछ सैंपल व अन्य रिपोर्ट पर आशंका होने के कारण दोबारा जांच करवाई।
विसराटेस्ट के अलावा सुसाइड नोट की राइटिंग मैच की जांच भी दोबारा करवाई गई। बीते मंगलवार-बुधवार को सीबीआई टीम ने प्ले स्कूल जहां मनीषा पढ़ाती थी, वहां की दो महिला कर्मचारियों को बुलाकर उनके बयान कलमबद्ध किए तो वीरवार को केस से जुडे़ कुछ अन्य लोगों को रेस्ट हाउस बुलाया गया और बयान दर्ज किए गए। शुक्रवार को घटना के समय डायल 112 पर तैनात पुलिस कर्मचारियों से पूछताछ की।
सीबीआई मामले में लगभग हर पहलू से जांच कर चुकी है। टीम स्वजन से, प्ले स्कूल संचालक, स्टाफ से, नर्सिंग कालेज में पूछताछ व बातचीत कर चुकी है। इसके अलावा खाद-बीज दुकानदार देवेंद्र, बकरी पालक सतपाल, खेत मालिक पवन, साझेदार ईश्वर से पूछताछ कर चुकी है। अब जांच आखिरी चरण में है और मामले में जल्द ही खुलासा हो सकता है।
स्वजन का आरोप, पुलिस ने झूठ बोलकर उलझाया मामला
पुलिस पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाते हुए मनीषा के स्वजन ने कहा कि पुलिस शुरू से ही झूठ बोलकर इस मामले को उलझा रही है। न मनीषा के फोन के बारे में कुछ बताया और न ही सुसाइड नोट के बारे में। स्वजन ने ये भी आरोप लगाया कि पुलिस ने ये भी झूठ बोला कि शव मिलने के बाद ही वहां से मिले सुसाइड नोट को स्वजन को दिखा दिया था।
आरोप लगाया कि उन्हें तो काफी दिन बाद मीडिया कर्मियों के माध्यम से सुसाइड नोट की जानकारी मिली। उनकी बेटी सुसाइड नहीं कर सकती। ये शव की मौके की हालत भी बयां करती है। उनकी बेटी की दर्दनाक हत्या की गई है। हमें उम्मीदहैकि सीबीआई मामलेकापूरा खुलासा करेगी।
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