नई श्रम नीति 2025: हरियाणा में लोगों ने किया जमकर जोरदार विरोध, तत्काल वापसी की मांग
भिवानी में एटक के जिला प्रधान ईश्वर शर्मा ने सरकार द्वारा भवन निर्माण मजदूरों की कल्याणकारी योजनाओं को बंद करने पर रोष जताया। उन्होंने कहा कि सरकार नई श्रम शक्ति नीति 2025 को गैरकानूनी तरीके से लाई है, जिसका एटक विरोध करता है। उन्होंने श्रम मंत्रालय से इस मसौदे को तुरंत वापस लेने की मांग की, क्योंकि इससे हजारों मजदूरों को नुकसान हो रहा है। ट्रेड यूनियनों से इस बारे में कोई राय नहीं ली गई।

नई श्रम नीति 2025: हरियाणा में लोगों ने किया जमकर जोरदार विरोध, तत्काल वापसी की मांग (File Photo)
जागरण संवाददाता, भिवानी। काफी समय से भवन निर्माण मजदूरों को श्रम कल्याण बोर्ड की ओर से मिलने वाली कल्याणकारी योजनाओं/स्कीमों को बंद किया हुआ है जो कि सरकार की मजदूर विरोधी कार्यवाही को दर्शाता है। इन सुविधाओं को बंद करने से हजारों मजदूरों को मिलने वाले लाभ नहीं मिल रहे और भवन निर्माण संगठन एटक लगातार संघर्ष करता आया है और सरकार को भी मजदूरों में बढ़ते जा रहे रोष से अवगत कराया गया है।
यह बात हरियाणा रोडवेज के पूर्व कर्मचारी नेता एवं एटक के जिला प्रधान ईश्वर शर्मा मजदूरों की मांगें पूरी न होने पर रोष जताते हुए कही। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अब एक नई श्रम शक्ति नीति 2025 लेकर आई है जिसका एटक पूर्ण रूप से विरोध करती है जबकि सरकार गैरकानूनी तरीके से इस नीति को अपनी मर्जी से लेकर आई है।
किसी भी ट्रेड यूनियन संगठन से इस विषय पर कोई वार्ता नहीं की गई ना ही कोई सुझाव लिया गया इसे तुरंत प्रभाव से वापस ले। इसलिए आज हम इस मीटिंग के हवाले से सरकार से कहना चाहते है कि श्रम एवं रोजगार मंत्रालय इस मसौदे को तुरंत प्रभाव से वापस ले।
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