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    World Boxing Championship: होमगार्ड की बेटी ने लगाया गोल्डन पंच, रात दो बजे विदेशी धरती पर खाया देसी चूरमा

    Updated: Mon, 15 Sep 2025 07:00 AM (IST)

    भिवानी की बेटी जैसमिन लंबोरिया ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया। 57 किलो भार वर्ग में उसने पोलैंड की मुक्केबाज को हराया। ऑटो चालक की बेटी मीनाक्षी हुड्डा ने भी स्वर्ण पदक जीता। नुपुर श्योराण और पूजा बोहरा ने भी पदक जीते। परिवार और कोच ने खुशी जताई और जैसमिन को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।

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    लीवर पूल में हरियाणवी चूरमा खा कर जीत का जश्न मनाते हरियाणवी मुक्केबाज बेटियां। (सौजन्य : जैसमिन और पूजा)

    सुरेश मेहरा, भिवानी। होम गार्ड जयवीर सिंह की बेटी ओलिंपियन और भारतीय सेना में नायब सूबेदार जैसमिन लंबाोरिया ने इंग्लैंड की धरती पर रात दो बजे गोल्डन पंच लगाया तो देश भर में खुशियों का उजियारा फैल गया।

    मिनी क्यूबा की यह बेटी नौवीं वर्ल्ड चैंपियन बनी हैं। अपनी लाडली का मुकाबला देखने के लिए परिवार के लोग रात दो बजे तक टीवी के सामने डटे रहे। जैसी ही इस युवा मुक्केबाज ने 57 किलो में पोलैंड की मुक्केबाज को 4-1 से हराया बच्चों के साथ परिवार के सदस्य भी खुशी से झूम उठे।

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    मीनाक्षा हुड्डा ने 48 किलो में गोल्डन पंच लगाया। उसने कजाकिस्तान की मुक्केबाज को 4-1 से हराया। वह ऑटो चालक की बेटी हैं। दो अन्य बेटियों में 80 प्लस भार वर्ग में नुपुर श्योराण ने रजत और ओलिंपियन पूजा बोहरा ने 80 किलो में कांस्य पदक जीत कर खेल प्रेमियों का दिल जीत लिया।

    शनिवार रविवार की रात को शहर की कॉलोनी ढाणी महताबदास हालुवास गेट में जैसमिन के मुकाबले का समय नजदीक आ रहा था परिवार की धड़कनें बढ़ रही थी। पोलैंड की मुक्केबाज से एक बार तो लाडली पिछड़ती नजर आई पर एकाएक रिकवरी करते हुए प्रतिद्वंद्वी पर हावी हो गई और 4-1 से फाइनल मुकाबला जीत लिया।

    शहर की जैन चौक पुलिस चौकी में तैनात इस युवा मुक्केबाज के पिता जयवीर सिंह लंबोरिया, मां जागेंद्र कौर, लड़का जयंत लंबोरिया, योगिता, दादा सूरत सिंह, दादी विनोद देवी, जैसमिन के कोच चाचा संदीप लंबोरिया, रेलवे में सीटीआई चाचा प्रविंद्र लंबोरिया, चाची मनीषा, चाची और बाक्सिंग कोच मंजू के अलावा बच्चों में भागेश, निक्षित निक्कू और आर्यन और प्रणव सब गोल्डन पंच लगते ही खुशी से उछल पड़े और एक दूसरे का मुंह मीठा कराया। अन्य खेल प्रेमियों ने जैसमिन की मां और परिवार के सदस्यों का मुहं मीठा कराया बधाई दी।

    ओलिंपिक भार वर्ग में जीती जैसमिन और नुपुर श्योराण

    कोच संदीप लंबोरिया ने बताया कि हमने आरंभ से ही जैसमिन को बाक्सिंग की बारीकियां सिखाई हैंं। बेटी ने गोल्ड जीतने का वायदा किया था जो उसने पूरा किया है। हमारे लिए खुशी की बात यह भी है कि बेटी ओलंपिक भार वर्ग यानि 57 किलो में स्वर्ण जीती है। इससे इनके लिए ओलंपिक में गोल्ड जीतने की राह भी आसान होगी।

    भीम अवार्डी और नुपुर श्योराण के कोच एवं पिता संजय श्योराण ने भी इस शानदार जीत पर खुशी जताई और बेटियों को आाशीर्वाद दिया है।

    जैसमिन के लिए लक्की रहा 14 सितंबर

    खेल प्रेरक एडवोकेट राजनारायण पंघाल ने बताया जैसमिन लंबोरिया के लिए 14 सितंबर का दिन बहुत ही लक्की रहा। 14 सितंबर 2022 को वह भारतीय सेना में हवलदार बनी थी। अब 14 सितंबर 2025 को इस होनहार मुक्केबाज के नाम विश्व चैंपियन बनने की एक और नई उपलब्धि जुड़ गई है। भारतीय सेना के लिए भी यह मुक्केबाज बड़ा गौरव हैं।

    विदेशी धरती पर बेटियों ने खाया हरियाणवी चूरमा

    जैसमिन के गोल्ड के साथ ही लंदन में रह रहे पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा के दामाद योगेश सक्शेना, कुलदीप अहलावत देशी गुड़ और देशी घी का चूरमा लेकर आए और विश्व चैंपियन में गोल्ड जीतने वाली जैसमिन, नुपुर, पूजा बोहरा, मीनाक्षी ने विदेशी धरती पर हरियाणवी चूरमा खाया।